मई-2019
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felky
बेटी के ज म पर
डॉ िश ा बेटी क ज म पर अपनी निसग होम की फीस नह लेती ह और पूरे निसग होम
म िमठाई बंटवाती ह. बीएचयू से एमबीबीएस और एमडी कर चुक िश ा धर वाराणसी
म निसग होम चलाती ह.
बज
श च ं पाठक
ह
म सनत
ह िक फला को
बेटी हई ह,ै बेचारा, िफर
बेटी हई ह.ै यहाँ तक िक
बेिटय के पैदा होने पर लोग वैसी खशी
जािहर
नह करते थे जैसे बेटा पैदा होने पर होती थी.
लड़क होने का मतलब था िक घर म रहकर
च ू हा-चौक सभालो
और प रवार क सेवा करो.
दश
के कई इलाक म िलग ं अनपात
म लड़िकय
क स ं या लड़क से कम ह.ै खासकर
ह रयाणा,राज थान जैसे रा य म यह सम या
अिधक थी. समाज लाख दभ ं भरता हो िक बेटी
और बेट म कोई फक नह होता ह.ै बेिटया ं बेट
से कम नह ह, लेिकन यह सामािजक बराई
आज
भी समाज म रचा बसा ह.ै पर इस िवकत
मानिसकता को परी ू तरह बदलने क ज रत ह.ै
पर आज हम आपको एक ऐसी मिहला डॉ टर
के बारे म बताने जा रह े ह ै जो बेिटय और बेट म
भदेभाव करने वाले िवकत
मानिसक के लोग
को महतोड़
जवाब द े रही ह. यह डॉ टर बेटी होन
ं
पर अपने फ स नह लेती बि क परे ू निसग होम म
िमठाईया ं बटवाती
ह.ै
इनका नाम ह ै डॉ. िश ा धर. डॉ िश ा बेटी क
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