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 मई-2019 38 xkSjryc राघवे िसहं आ म चनाव म गम आ गई ह.ै और आसमान से आग भी बरसनी श ु हो गई ह.ै पहाड़ खोदने वाले जगल िमटाने वाले और निदय क रे त पर डाका डालने वाले आग बबला हो रह े ह मौसम के िमजाज से घबरा रह े ह. कित लगता ह ै करवट बदल रही ह.ै ऐसे म चनाव म अ सर लगने वाली कायकताओ ं क टोिलया ं और लाक मडल तर के कायकता भी नेताओ ं क बदलती तासीर से िचितत ह. आसमान से लेकर जमीन तक लगता ह ै परा ू माहौल ही बदला हआ ह.ै जो िदख रहा ह ै वह बहत अ छा नह ह.ै माच म मई क तरह ल ू चल रही ह.ै नदी, तालाब, कए, ंु बाविड़य क तरह िसयासी दिनया म काम कर रह े ठे केदार क आख लगा ह.ै जनता से भी शम का पानी सखन और कायकताओ ं के िलहाज से दख तो पािटया ं और नेतागण कछ भी कह मगर उनक अ छे िदन न कल थे और न कल आने वाले लगते ह. लोकसभा चनाव के िलए जो सीन िदख रहा ह,ै उसके मतािबक मतदान तक कायकता और उसके बाद वोटर यज ू होते ही िसयासी दल ारा ो कर िदए जाएगे ं . अब से कोई पाच दस साल पीछे जाए ं तो चनाव मतलब कायकता और जनता के िलए उ सव क तरह लगता था. मगर अब हालात बदल रह ह. ाम पचायत, सामािजक सगठन, मडल और लाक अ य से लेकर िजला अ य क पाट कायालय म ऐसी आव भगत होती थी मानो वे शादी के मौके पर आए महेमान ह . उ मीदवार तो उ ह बाराितय क तरह मह व दतेे थे. अ सर सरपच ,जनपद और िजला सद य क पछ परख ऐसी होती थी, मानो वे शादी वाल घर म लड़के के जीजा और फफा ह . बारात क जाने से लेकर बह के आने तक उ ह िसर आख पर बैठाया जाता था. मान दान का मामला जो ठहरा. बाराितय और मतदान क तरह मान दान क भी सस मान िवदाई होती थी. साथ ही बड़ नेह के साथ दोबारा आने के िलए आम ं ण भी िदया जाता था. सामािजक सरोकार से जड़ी य सारी बात पािटय के पदािधकारी और उ मीदवार चनाव नतीजे आने के बाद भी अपन वाद को िनभाते थे.   सच म व त बदल रहा है. राजनेता और कायालय म कायकता क बजाए इवट मैनेजर और एनजीओ से जुड़ लोग की भीड़ है. पािटयां अब कायकता से नह पूछती िकसको िटकट देना है. सभा क इंतजाम म मंच माईक से लेकर कस लगाने, दरी िबछाने और तंबू तानने क काम भी इवट मैनेजर क िज मे हो गए ह. िसयासत म सीन बदल रहा ह.ै पाच साल पहल एक नारा चला था. अ छे िदन आने वाले ह. छह मिहने पहले नारा चला, व ह ै बदलाव का. अब सच म व बदल रहा ह.ै राजनेताओ ं और कायालय म कायकताओ ं के बजाए इवट मनैेजर और एनजीओ से जड़े ु लोग क भीड़ ह.ै पािटया ं अब कायकताओ ं से नह पछती िकसको िटकट दनेा ह.ै मतदाताओ ं के िलए पहचान पिचय ा ं भी अब नह बटवाई जाती. यह काम चनाव आयोग के ज रए पािटय क सीमा से बाहर िनकल गया ह.ै सभाओ ं के इतजाम म मच ं माईक से लेकर कस लगाने, दरी िबछान www.ujeshatimes.com