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 मई-2019 17 iM+rky गाधी 1980म का ं ेस को दोबारा स ा म लाने म सफल हई थ , तब उ ह ने आ ं दश म मडेक और उ र दश म रायबरे ली क सीट जीती थ . 1999के चनाव म सोिनया गाधी ने कनाटक क बे लारी म बीजेपी क सषमा वराज को हरान के साथ ही अमठेी सीट भी जीती थी. के रल स चनाव लड़ने का िवक प िकसी ने नह चना था. अमेठी के िलए खतरा चाहती ह.ै का ं ेस का मानना ह ै िक गठबधन ज री ह ै लेिकन अिधक से अिधक सीट जीतन के उसके ल य के बल पर नह . का ं ेस क रणनीित से उठे सवाल का ं ेस पाट ने वायनाड से राहल गाधी को उतारा ह ै जहा ं उसका म ु य मकाबला बीज पी स नह बि क वामदल से ह.ै बीजेपी के िखलाफ लड़ाई म वामदल का ं ेस के साथ खड़े रह े ह. का ं ेस पाट के रल म सभी 20 सीट पर वामदल से लड़ रही ह ै लेिकन राहल के यहा ं चनावी मदैान म उतरने यह सके ं त गया ह ै िक का ं ेस अ य वय ं अपने म ु य ित दी वामदल के िखलाफ जग ं लड़ रह े ह. वायनाड से राहल का उतरना बड़ी िसयासी गलती िव लेषक का मानना ह ै िक वायनाड से राहल गाधी को उतारकर का ं ेस पाट ने आम चनाव से ठीक पहले बड़ी िसयासी गलती क ह.ै उनका मानना ह ै िक यिद का ं ेस पाट खद ु को दि ण भारत म मजबत ू करना चाहती थी तो के रल उसके िलए सही रा य नह ह,ै य िक यहा ं वह पहले से ही काफ मजबत ू ह.ै वायनाड से चनाव www.ujeshatimes.com िव लेषक क मुतािबक राहुल क वायनाड जाने क पीछ एक बड़ी वजह यह है िक पाट को एकजुट रखा जाए. कां ेस जब स ता म होती है तो यह आसानी हो जाता ह लेिकन जब वह स ता से बाहर होती है तो उसे खुद को एकजुट रखना बेहद मु कल होता है. अपने इस 'मा टर ोक' क ज रए कां ेस पाट वष 2014 की करारी िशक त क बाद िफर से पाट की थित को मजबूत करना चाहती है. लड़कर अ य रा य म भाव डालने के उसक तक म भी दम नह ह.ै का ं ेस राहल गाधी को कनाटक से चनाव लड़ाकर इस मकसद को परा ू कर सकती थी. 1978 म इिदरा गाधी ने कनाटक के िचकमगलर उपचनाव म जीत हािसल कर अपनी वापसी का सके ं त िदया था. जब इिदरा राहल गाधी दे रहे दोहरा सदे ं श वायनाड से चनाव लड़कर राहल गाधी दोहरा सदश े द े रह े ह. पहला- शि शाली क क िखलाफ रा य के अिधकार म घसप ठ क िखलाफ वह दि ण भारत के रा य के समथन म ह. दसरा- बीजेपी के िखलाफ इस दि णपथी आम चनाव म करो या मरो क जग ं के बाद भी वामदल का िवरोध कर रह े ह. इससे राहल गाधी बेहद जिटल सदश े दनेे क कोिशश कर रह े ह लेिकन लोग को का ं ेस और बीजेपी म भदेभाव करना बेहद किठन होगा. राहल के इस कदम ने बीजेपी के िखलाफ उनक आ ामक अिभयान को ही कमजोर िकया ह.ै इससे िवप ी एकता म भी दरार आई ह ै जो बीजेपी के िखलाफ का ं ेस के साथ िमलकर सा ं दाियकता के म ु े पर मोचा खोले हए ह.ै इससे पहले यपीए सरकार म वामदल शािमल थ और उ ह ने का ं ेस के कॉमन िमिनमम ो ाम म अपनी मदद क थी. के रल एकमा ऐसा रा य ह जहा ं वामदल वा तव म स ता म ह और उसे डर ह ै िक स ता िवरोधी लहर उसके िखलाफ जा सकती ह.ै राहल के इस राजनीितक जए ु न वामदल क ि थित और खराब क ह.ै < जानकार का मानना ह ै िक राहल गाधी क वायनाड से लड़ने को बीजेपी आ ामकता क साथ अमठेी म म ु ा बना सकती ह.ै क ीय म ं ी और अमठेी से बीजेपी उ मीदवार मित ईरानी यह बात अमठेी क हर मीिटग ं म कह रही ह िक राहल गाधी ने अमठेी म कोई िवकास नह िकया ह.ै उ ह हार का डर सता रहा ह,ै इसिलए वह हार के डर से वायनाड चनाव न लड़ने गए ह. मित एक बयान म कहा िक वायनाड वाल अगर आपको राहल गाधी ना ह ै तो का िवकास दख एक बार अमठेी आकर दख लीिजए.