मई-2019
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गाधी
1980म का ं ेस को दोबारा स ा म लाने म
सफल हई थ , तब उ ह ने आ ं दश
म मडेक
और उ र दश
म रायबरे ली क सीट जीती थ .
1999के चनाव
म सोिनया गाधी
ने कनाटक क
बे लारी म बीजेपी क सषमा
वराज को हरान
के साथ ही अमठेी सीट भी जीती थी. के रल स
चनाव
लड़ने का िवक प िकसी ने नह चना
था.
अमेठी के िलए खतरा
चाहती ह.ै का ं ेस का मानना ह ै िक गठबधन
ज री ह ै लेिकन अिधक से अिधक सीट जीतन
के उसके ल य के बल पर नह .
का ं ेस क रणनीित से उठे सवाल
का ं ेस पाट ने वायनाड से राहल गाधी
को
उतारा ह ै जहा ं उसका म ु य मकाबला
बीज
पी स
नह बि क वामदल से ह.ै बीजेपी के िखलाफ
लड़ाई म वामदल का ं ेस के साथ खड़े रह े ह.
का ं ेस पाट के रल म सभी 20 सीट पर
वामदल से लड़ रही ह ै लेिकन राहल के यहा ं
चनावी
मदैान म उतरने यह सके ं त गया ह ै िक
का ं ेस अ य वय ं अपने म ु य ित दी
वामदल के िखलाफ जग ं लड़ रह े ह.
वायनाड से राहल का उतरना बड़ी
िसयासी गलती
िव लेषक का मानना ह ै िक वायनाड से राहल
गाधी
को उतारकर का ं ेस पाट ने आम चनाव
से ठीक पहले बड़ी िसयासी गलती क ह.ै उनका
मानना ह ै िक यिद का ं ेस पाट खद ु को दि ण
भारत म मजबत ू करना चाहती थी तो के रल
उसके िलए सही रा य नह ह,ै य िक यहा ं वह
पहले से ही काफ मजबत ू ह.ै वायनाड से चनाव
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िव लेषक क मुतािबक राहुल क
वायनाड जाने क पीछ एक बड़ी
वजह यह है िक पाट को एकजुट
रखा जाए. कां ेस जब स ता म
होती है तो यह आसानी हो जाता ह
लेिकन जब वह स ता से बाहर होती
है तो उसे खुद को एकजुट रखना
बेहद मु कल होता है. अपने इस
'मा टर ोक' क ज रए कां ेस
पाट वष 2014 की करारी िशक त
क बाद िफर से पाट की थित को
मजबूत करना चाहती है.
लड़कर अ य रा य म भाव डालने के उसक
तक म भी दम नह ह.ै का ं ेस राहल गाधी
को
कनाटक से चनाव
लड़ाकर इस मकसद को परा ू
कर सकती थी. 1978 म इिदरा
गाधी
ने कनाटक
के िचकमगलर
उपचनाव
म
जीत
हािसल कर
अपनी वापसी का सके ं त िदया था. जब इिदरा
राहल गाधी
दे रहे दोहरा सदे ं श
वायनाड से चनाव
लड़कर राहल गाधी
दोहरा
सदश
े द े रह े ह. पहला- शि शाली क क
िखलाफ रा य के अिधकार म घसप
ठ क
िखलाफ वह दि ण भारत के रा य के समथन
म ह. दसरा-
बीजेपी के िखलाफ इस
दि णपथी
आम चनाव
म करो या मरो क जग ं के बाद भी
वामदल का िवरोध कर रह े ह. इससे राहल गाधी
बेहद जिटल सदश
े दनेे क कोिशश कर रह े ह
लेिकन लोग को का ं ेस और बीजेपी म भदेभाव
करना बेहद किठन होगा.
राहल के इस कदम ने बीजेपी के िखलाफ उनक
आ ामक अिभयान को ही कमजोर िकया ह.ै
इससे िवप ी एकता म भी दरार आई ह ै जो
बीजेपी के िखलाफ का ं ेस के साथ िमलकर
सा ं दाियकता के म ु े पर मोचा खोले हए ह.ै
इससे पहले यपीए
सरकार म वामदल शािमल थ
और उ ह ने का ं ेस के कॉमन िमिनमम ो ाम म
अपनी मदद क थी. के रल एकमा ऐसा रा य ह
जहा ं वामदल वा तव म स ता म ह और उसे डर
ह ै िक स ता िवरोधी लहर उसके िखलाफ जा
सकती ह.ै राहल के इस राजनीितक जए ु न
वामदल क ि थित और खराब क ह.ै <
जानकार का मानना ह ै िक राहल गाधी
क
वायनाड से लड़ने को बीजेपी आ ामकता क
साथ अमठेी म म ु ा बना सकती ह.ै क ीय म ं ी
और अमठेी से बीजेपी उ मीदवार मित
ईरानी
यह बात अमठेी क हर मीिटग ं म कह रही ह िक
राहल गाधी
ने अमठेी म कोई िवकास नह िकया
ह.ै उ ह हार का डर सता रहा ह,ै इसिलए वह हार
के डर से वायनाड चनाव
न
लड़ने गए ह. मित
एक बयान म कहा िक वायनाड वाल अगर
आपको राहल गाधी
ना ह ै तो
का िवकास दख
एक बार अमठेी आकर दख
लीिजए.