मई-2019
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वायनाड संसदीय े म मु लम वोटस की तादाद सबसे यादा
है. यूडीएफ की दूसरी सबसे बड़ी साझेदार इंिडयन यूिनयन
मु लम लीग का इस े म अ छा भाव है. वायनाड िजले म िहंदू
आबादी 49.7 ितशत है, जबिक ईसाई और मु लम समुदाय
मशः 21.5 और 28.8 ितशत ह.
राहल कमार
का
स के रा ीय अ य
राहल गाधी
अपनी दादी
इिदरा
गाधी
और मा ं
सोिनया गाधी
के न श े कदम पर चलते हए
दि ण भारत से चनावी
जग ं म ह. राहल गाधी
न
इसके िलए के रल क अ पस ं यक बहल
वायनाड लोकसभा सीट को चना
ह.ै का ं ेस
पाट को उ मीद ह ै िक के रल, कनाटक और
तिमलनाड ु के ाइ ज ं शन पर बसे वायनाड स
राहल गाधी
लड़ने से उसे तीन ही
के चनाव
रा य म फायदा होगा. इससे पहले वष 2009 क
लोकसभा चनाव
म के रल क 20 सीट म से 16
सीट पर का ं ेस पाट ने जीत दज क थी.
हालािक
का ं ेस क इस रणनीित को िव लेषक
'चनावी
जआ'
करार द े रह े ह िजसम गभीर
खतर
िछपे हए ह.
िवप ी एकता को सकट
म डालते हए भी इस
सीट से चनाव
लड़ने जा रह े ह. दरअसल, इसक
एक बड़ी वजह यह ह ै िक राहल गाधी
को दि ण
भारत म काफ समथन हािसल ह.ै इसक
अलावा वायनाड म का ं ेस पाट ने दो बार जीत
हािसल क ह.ै िपछले लोकसभा चनाव
म पाट
को बहत कम वोट से जीत िमली थी लेिकन
अब पाट को उ मीद ह ै िक राहल के मदैान म
आने से वह आसानी से जीत जाएगी. का ं ेस न
यह भी दावा िकया ह ै िक राहल गाधी
का
वायनाड से चनाव
लड़ना उनक दि ण क
लोग के जड़न
क कोिशश ह.ै िव लेषक क
मतािबक
राहल के वायनाड जाने के पीछे एक
बड़ी वजह यह ह ै िक पाट को एकजट ु रखा जाए.
का ं ेस जब स ता म होती ह ै तो यह आसानी हो
जाता ह ै लेिकन जब वह स ता से बाहर होती ह
तो उसे खद ु को एकजट ु रखना बेहद मि ु कल
होता ह.ै अपने इस 'मा टर ोक' के ज रए
का ं ेस पाट वष 2014 क करारी िशक त क
बाद िफर से पाट क ि थित को मजबत ू करना
का ं ेस पाट क रणनीित
का ं ेस नेताओ ं के मतािबक
पाट क के रल
इकाई क ओर से अनरोध
िकए जाने के बाद
राहल गाधी
लड़ने का
ने वायनाड से चनाव
फै सला िकया. राहल गाधी
बीजेपी के िखलाफ
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