Sri Vageesha Priyah eSouvenir | Page 97

॥ श्रीः॥ ु ॥ श्रलक्ष्मरहयवदन लक्ष्मरनारायण वेणगोपाल परब्रह्मणे नमीः॥ Swamy after Ashrama sweekaram श्रलक्ष्मरहयग्ररव शदयपापाकाकासेवक श्रमदशिनव श्रशनवास ब्रह्मतन्त्र स्वतन्त्र परकाल महादेशशक शदयपामङ्गलशवग्रहिाया