Sept 2025_DA | Page 41

उत्तर प्देश

घुमंतू और अर्ध-घुमंतू( विमुक्त) जातिययों करे कल्याण करे लिए बनरेगा विशरेर बयोड्ग

मीनाषिी शर्मा

उत्र प्रदरेश में घुमंतू और अर्ध-घुमंतू( विमु्त) जातियों के कलयार के लिए एक विशरेष बोर्ड गठित करनरे की योजना बनाई गई है । इस बोर्ड के माधयम सरे उन्हें मूलभूत सुविधाएं जैसरे-जमीन पट्टे और आवास मिल सकें । बोर्ड गठित करनरे का उद्देशय ऐसरे समुदायों को सामाजिक और आधथि्णक रूप सरे सश्त बनाना है जो ऐतिहासिक रूप सरे धब्धटश राज के दौरान आपराधिक जनजाति अधिनियमों के तहत अधिसूचित किए गए थिरे और स्तंत्ता के बाद विमु्त घोषित किए गए ।

राजय के मुखयमंत्ी योगी आदितयनाथि नरे मुखयमंत्ी योगी आदितयनाथि नरे विमु्त एवं घुमंतू जातियों के कलयाराथि्ण आयोजित विमु्त जाति दिवस समारोह में विशरेष बोर्ड के गठन की घोषणा की । उन्होंनरे कहा कि प्रदरेश सरकार घुमंतू और विमु्त जातियों के कलयार के लिए एक विशरेष बोर्ड का गठन करके उन्हें भी कलॉलोनी और मकान उपलबध करानरे की योजना पर भी काम कर रही है ।
विमु्त जाति दिवस पर सभी को शुभकामनाएं दरेतरे हुए उन्होंनरे कहा कहा कि नट, बंजारा, बावरिया, सासी, कंजड़, कालिरेधलया, सपरेरा और जोगी जैसी जातियां दरेश की वह वीर जातियां हैं, जिन्होंनरे विदरेशी हमलों के समय योद्धा के रूप में संघर्ष किया । इन जातियों नरे कभी मुगलों के विरुद्ध तो कभी अंग्रेजों के विरुद्ध अदमय साहस के साथि लड़ाई लड़ी । अंग्रेजों नरे इनके परारिम सरे भयभीत होकर 1871 में धरिमिनल ट्ाइबस ए्ट लागू किया और इन जातियों को जन्म सरे ही अपराधी घोषित कर दिया । स्तंत्ता के बाद भी 1952 तक यह कलंक इन पर लगा रहा । बाबा साहब भीमराव आंिरेडकर के प्रयासों सरे 31 अगसत 1952 को इन जातियों को इससरे
मुक्त मिली ।
उन्होंनरे कहा कि विमु्त जाति दिवस उस ऐतिहासिक क्षण की याद दिलाता है, जब इन समुदायों को स्तंत्ता का अथि्ण समझ आया । प्रधानमंत्ी नरेंद्र मोदी के नरेतृत् में पिछलरे 11 ्षषों में केंद्र और राजय सरकार पूरी ईमानदारी सरे विमु्त और घुमंतू जातियों के कलयार के लिए कार्य कर रही है । प्रदरेश में शिक्षा और आवास की दिशा में अनरेक योजनाएं लागू की गई हैं ।
उन्होंनरे बताया कि प्रदरेश के नौ जनपदों में जय प्रकाश नारायण स्वोदय विद्ालय संचालित हो रहरे हैं, दो आवासीय आश्रम पद्धति विद्ालय प्रारंभ हो चुके हैं, जबकि 101 आवासीय विद्ालय पहलरे सरे चल रहरे हैं । यहां छात्ों को रहनरे, खानरे सरे लरेकर ड्ेस तक की वय्स्था सरकार कर रही है । इसके अलावा 264 राजकीय अनुसूचित जाति छात्ा्ासों में विमु्त जातियों के बच्चों के लिए भी विशरेष सुविधा दी जा रही है ।
मुखयमंत्ी योगी नरे वनटांगिया समाज का उदाहरण दरेतरे हुए कहा कि उनकी सरकार नरे
उन्हें राजस् गांव का दर्जा दिया, मताधिकार का अधिकार दिया, उनके लिए घर, स्कूल और असपताल बनवाए । इसी तरह मुसहर, कोल, थिारू, गौड़, चरेरो और सहरिया जैसी जातियों के लिए भी योजनाएं संचालित की गईं । कुमहार, निषाद और राजभर समाज को भी सरकारी योजनाओं सरे लाभान्वित किया गया है ।
उन्होंनरे कहा कि बोर्ड का गठन होनरे के बाद विमु्त और घुमंतू जातियों को भी जमीन के पट्टे और मतदान की सुविधा दी जाएगी । उन्होंनरे कहा कि यह योजना उत्र प्रदरेश में रहनरे वालरे उन समुदायों को समाज की मुखयधारा सरे जोड़नरे के लिए एक महत्पूर्ण कदम है, जिन्हें ऐतिहासिक रूप सरे ध्धभन् कारणों सरे हाशिए पर धकेल दिया गया थिा ।
उन्होंनरे विश्ास दिलाया कि जैसरे शामली और वनटांगिया का मलॉडल बना, उसी तरह घुमंतू जातियों के लिए भी योजनाएं लागू होंगी । प्रदरेश की पुलिस भतटी में घुमंतू जातियों सरे जुड़े कई युवक-युवतियों का चयन हुआ है, जो इस बात का प्रमाण है कि सरकार बिना भरेदभाव के सभी ्गषों को समान अवसर दरे रही है । �
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