Sept 2025_DA | Page 31

अनुसूचित जनजाति कलयार समितियों के सभापतियों के राष्ट्ीय सम्मेलन का उदघाटन करतरे हुए उन्होंनरे कहा कि विधानमंडलों में चर्चा-संवाद का सतर कम होना चिंता का विषय है । सामाजिक न्याय और अवसर की समानता न केवल संविधान की विशरेषता है, िसलक पिछलरे 75 ्षषों सरे भारत की लोकतांधत्क यात्ा का मार्गदर्शन भी कर रही है । डा. आंिरेडकर एक ऐसरे भारत की कलपना करतरे थिरे, जहां अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और वंचित वर्ग मर्यादा, सममान और समान अवसरों के साथि रह सकें । दशकों में इस विजन को ठोस रूप दिया गया है, जिससरे इन समाज के सदसय राष्ट्पति सरे लरेकर मुखयमंधत्यों और केंद्रीय मंधत्यों तक दरेश के स्वोच्च पदों पर आसीन हैं, जिससरे भारत के लोकतत्त् की परिप््ता और समा्रेधशता का परिचय मिलता है ।
लोकसभा अधयक्ष बिरला नरे कलयारकारी योजनाओं को समाज के वंचित ्गषों तक सही
मायनरे में पहुंचानरे और उन्हें सश्त बनानरे के लिए सरकारी धन के प्रभावी उपयोग और सुदृढ़ निगरानी तंत् की आवशयकता पर बल दिया और समा्रेशी विकास को गति दरेनरे में वित्ीय अनुशासन और प्रशासनिक जवाबदरेही की महत्पूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला । उन्होंनरे कहा कि अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और अन्य वंचित ्गषों के उत्थान के उद्देशय सरे सामाजिक कलयार पहलों के लिए हर वर्ष पर्यापत संसाधन आवंटित किए जातरे हैं । उन्होंनरे विकास के लाभ का समान वितरण सुधनसशचत करनरे के लिए समय पर कार्यान्वयन और नियमित निगरानी के महत् को भी ररेखांकित किया ।
समितियों की महत्पूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालतरे हुए उन्होंनरे कहा कि समितियां संसदीय लोकतंत् का मुखय आधार हैं । सदन में चर्चा पर हावी होनरे वाली राजनीतिक बाधयताओं के विपरीत, समितियां दलगत राजनीति सरे ऊपर
उठाकर मुद्ों की विसतार सरे जांच करती हैं और आम सहमति पर आधारित सिफ़ारिशें करती हैं । उन्होंनरे विसतार सरे बताया कि समितियां, विशरेष रूप सरे अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के कलयार संबंधी समितियां, बजटीय प्रावधानों की बारीकी सरे जांच करती हैं, योजनाओं के निष्पादन का मूलयांकन करती हैं और यह आकलन करती हैं कि आवंटन का पूर्ण और प्रभावी उपयोग हुआ है या नहीं । उन्होंनरे कहा कि समितियों के प्रधत्रेदन न केवल सरकार को जवाबदरेह बनातरे हैं, िसलक सुधार के लिए बहुमूलय मार्गदर्शन भी प्रदान करतरे हैं ।
उन्होंनरे कहा कि संसद और राजय विधानमंडलों की समितियां निष्पक्ष रूप सरे कार्य करती हैं, और राजनीतिक विचारधाराओं सरे ऊपर उठकर केवल लोगों के हित में निर्णय लरेती हैं । सदन में होनरे वाली चर्चाओं की तुलना में उनकी चर्चा अधिक विसतृत होती हैं, जो सरकार की नीतियों को सपष्टता और दिशा प्रदान
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