भी उनकी लोकप्रियता समाज सरे्ा और सामाजिक समरसता भाव के कारण ही बना हुआ थिा । यहाँ इसका उल्लेख करनरे का तातपय्ण यह है कि जैसरे-जैसरे वह समाज सरे जुड़कर समाज के लिए श्री मोदी सधरियता सरे कार्य कर रहरे थिरे, उस प्रधरिया में उनके अंदर सामाजिक समरसता का भाव और अधिक दृढ़ होता चला गया ।
आपातकाल के समय उन्होंनरे जटिल स्थितियों के कारण गोपनीय रूप सरे कार्य किया । विशरेष रूप सरे संघ सरे जुड़े उन लोगों के परिवारों के लिए वह समर्पित भाव सरे कार्य करतरे रहरे, जिन्हें जरेल में बंद कर दिया गया थिा । इसके बाद कई ्षषों तक श्री मोदी गुजरात सरे लरेकर दरेश के ध्धभन् हिससों में सामाजिक समरसता के भाव सरे अपना कार्य करतरे रहरे ।
मुखयमंत्ी श्ी मोदी
श्री मोदी नरे 7 अ्तूिर 2001 के दिन गुजरात के मुखयमंत्ी का पदभार संभाला थिा । पदभार
ग्हण करनरे के उपरांत जब ्रे अधिकृत रूप सरे मुखयमंत्ी निवास में रहनरे केलिए पहुंचरे तो सामाजिक समरसता की अपनरे हृदय में ्षषों सरे संचित भावगंगा के कारण गृह प्र्रेश के समय एक दलित बाला के हाथिों सरे कुंभ रखवाया ।
वासत् में दरेखा जाए तो जाति-वर्ग में विभाजित समाज में सामाजिक समरसता का इससरे िड़ा प्रामाणिक, सुंदर तथिा वया्हारिक संदरेश और ्या हो सकता है? अपनरे मुखयमंत्ी काल के
मधय उन्होंनरे सामाजिक समरसता के भाव को बनाए रखा । प्रत्येक पर्व-तयौहार-उतस् के समय उनके अंदर की प्रबल सामाजिक सं्रेदना को सभी नरे अनुभव किया, वह चाहरे उनके निजी कर्मचारी रहरे हों या राजय के कर्मचारी या फिर राजय की जनता ।
कई ्षषों तक सामाजिक समरसता के भाव सरे मुखयमंत्ी पद संभालनरे वालरे श्री मोदी के कार्यकाल की यह विशरेषता कही जा सकती है कि राजय में जातीय एवं धार्मिक सद्ा् स्थापित
हुआ, जिसके पीछे उनके सामाजिक समरसता वालरे भाव वाली सोच सरे कार्य करनरे की प्रतिबद्धता को दरेखा जा सकता है । कलयारकारी राजय की भावना सरे कार्य करनरे के कारण ही राजय की जनता नरे उन्हें तीन बार लगातार मुखयमंत्ी बना कर सामाजिक समरसता पूर्ण समाज की स्थापना के लिए प्ररेरित किया ।
प्धानमंत्ी श्ी मोदी
2014 में पूर्ण बहुमत के साथि उन्हें प्रधानमंत्ी पद संभालनरे का अवसर मिला, उस समय दरेश का सामाजिक-राजनीतिक वातावरण एक विशरेष तरह की प्रताड़ना झरेल रहा थिा । कांग्रेस सहित अन्य भाजपा विरोधी दल जहां हिन्दू समाज को जातियों में विभाजित करके कमजोर करनरे में जुटे थिरे, वहीं मुससलम-ईसाई पंथिों के प्रति उदार भाव सरे काम किया जा रहा थिा । दरेश की आम जनता को विभाजित करके सत्ता सुख हासिल करनरे की प्रवृधत् नरे दरेश की सामाजिक समरसता को खंडित कर दिया थिा और आधथि्णक रूप सरे
flracj 2025 17