स्वतंत्ता दिवस
नरे बीमारी को सहनरे की आदत सरे मुक्त दिलानरे का और उनको अचछे स्ासथय के लिए मदद करनरे का काम किया है । ररेहड़ी पटरी वालों के लिए पीएम स्धनधि योजना जो कभी बयाज के च्कर में फंसा रहता थिा, आज पीएम स्धनधि सरे ररेहड़ी पटरी वाला भी पैसरे लरेता है । सरकार की जमीन सरे जुड़ी योजनाएं जीवन में बदलाव लानरे का एक सश्त माधयम बन जाती है । किसी समय गरीब, पीधड़त, आदिवासी, दलित, वंचित, दिवयांग, विधवाएं माताएं-बहन अपनरे हक के लिए दर-दर भटकतरे रहतरे थिरे । सरकारी दफतरों में च्कर लगातरे लगातरे जिंदगी पूरी हो जाती थिी । आज सरकार आपके दरवाजरे पर आती है । करोड़ों लाभाधथि्णयों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है और डायरेक्ट िरेधनधिट ट्ांसफर सरे एक बहुत िड़ा रिांधतकारी काम हुआ है ।
उन्होंनरे कहा कि गरीबी हटाओ के नाररे दरेश नरे कई बार सुनरे, लरेधकन बाद में दरेश नरे मान लिया थिा कि गरीबी हट नहीं सकती है, लरेधकन जब उनकी सरकार योजनाओं को गरीब के घर तक लरेकर गई । परिणामस्रूप दरेश के 25 करोड़ लोगों नरे गरीबी को परासत कर करके गरीबी सरे बाहर निकल करके एक नया इतिहास बना दिया । उन्होंनरे कहा कि 1947 में अनंत संभावनाओं के साथि, कोटि-कोटि भुजाओं के सामथय्ण के साथि, दरेश आजाद हुआ । दरेश की आकांक्षाएं उड़ानरे भर रही थिीं, लरेधकन चुनौतियां उससरे भी कुछ जयादा थिी । पूजय बापू के सिद्धांतों पर चलतरे हुए संविधान सभा के सदसयों नरे एक बहुत ही महत्पूर्ण दायित् निभाया । भारत का संविधान 75 वर्ष सरे एक प्रकाश सतंभ बनकर के मार्ग दिखाता रहा है । भारत के संविधान निर्माता अनरेक विद महापुरुष डा. राजेंद्र प्रसाद, बाबा साहब आंिरेडकर, पंडित नरेहरू, सरदार वललभभाई पटेल, डा. सर्वपलली राधाकृष्णन के साथि ही नारी शक्त में हंसा मरेहता, दक्षयानी ्रेलायुद्धन जैसी विदुषियों नरे भी भारत के संविधान को सश्त करनरे में अपनी भूमिका निभाई । वह लाल किलरे के प्राचीर सरे दरेश का मार्गदर्शन करनरे वालरे, दरेश को दिशा दरेनरे वालरे,
संविधान के निर्माताओं को आदरपूर्वक नमन करतरे हैं ।
प्रधानमंत्ी मोदी नरे कहा कि आज डा. शयामा प्रसाद मुखजटी की 125वीं जयंती भी मना रहरे हैं । डा. मुखजटी भारत के संविधान के लिए बलिदान दरेनरे वालरे दरेश के पहलरे महापुरुष थिरे । संविधान के लिए बलिदान धारा-370 की दीवार गिराकर, एक दरेश एक संविधान के मंत् को जब साकार किया, तो डा. शयामा प्रसाद मुखजटी को सच्ची श्रद्धांजलि दी । उन्होंनरे कहा कि प्रकृति सब की परीक्षा लरे रही है । पिछलरे कुछ दिनों में प्राकृतिक आपदाएं, भूसखलन, बादलों का फटना, न जानरे कितनी-कितनी आपदाएं झरेल रहरे हैं । पीधड़तों के साथि हमारी सं्रेदना है, राजय सरकारें और केंद्र सरकार मिलकर के बचाव के काम, राहत के काम, पुनर्वासन के काम में पूरी शक्त सरे जुटे हुए हैं । आज लाल किलरे की प्राचीर सरे ऑपररेशन सिंदूर के वीर जांबाजों को सैलयूट करनरे का अवसर मिला है । वीर जांबाज सैनिकों नरे दुशमनों को उनकी कलपना सरे पररे सजा दी है । ऑपररेशन सिंदूर में सरेना को खुली छूट दी । रणनीति वो तय करें, लक्य वो तय करें, समय भी वो चुनरे और सरेना नरे वो करके दिखाया, जो कई दशकों तक कभी हुआ नहीं थिा । सैकड़ों
किलोमीटर दुशमन की धरती पर घुसकर के आतंकी हरेडक्ाट्टर्स को मिट्टी में मिला दिया, आतंकी इमारतों को खंडहर बना दिया । पाकिसतान की नींद अभी भी उड़ी हुई है । पाकिसतान में हुई तबाही इतनी िड़ी है कि रोज नए-नए खुलासरे हो रहरे हैं, नई-नई जानकारियां आ रही हैं ।
उन्होंनरे कहा कि विकसित भारत का आधार है आतमधनभ्णर भारत । जो दूसरों पर जयादा निर्भर रहता है, उसकी आजादी पर उतना ही िड़ा प्रश्न चिन्ह लग जाता है और दुर्भागय तो तब बन जाता है, जब निर्भरता की आदत लग जाए, पता ही ना चलरे, हम कब आतमधनभ्णरता छोड़ रहरे हैं और कब किसी के निर्भर हो जातरे हैं, यह आदत खतररे सरे खाली नहीं है, और इसलिए प्रतिपल जागरूक रहना पड़ता है आतमधनभ्णर होनरे के लिए । आतमधनभ्णरता का नाता सिर्फ आयात और निर्यात, रुपया, पैसरे, पाउंड, डलॉलर, यहां तक सीमित नहीं है । इतना सीमित अथि्ण उसका नहीं है । आतमधनभ्णरता का नाता सामथय्ण सरे जुड़ा हुआ है और जब आतमधनभ्णरता खतम होनरे लगती है, तो सामथय्ण भी निरंतर क्षीण होता जाता है और इसलिए हमाररे सामथय्ण को बचाए रखनरे, बनाए रखनरे और िढ़ाए रखनरे के लिए, आतमधनभ्णर
12 flracj 2025