Politics Everyday Politics Everyday 15 August 2020 Vol.1 (Hindi) | Page 27

NATION EVERYDAY राज ं े ं े े ं म देश के बाद अब देश के राज थान मे भीिसयासी तूफान ज़ोरो पर है| जो अभी भीथमने का नाम नही ले रहा है। जैसे एकता कपूर के टेलीिवज़न धारावािहक, िज देखते देखते पीिढ़या बदल जाती है| पर कहानी ख नही होती, हर िदन नयी खट-पट के साथ वही पुरानी िघसी िपटी कहानी िदखाई जाती है। ठीक वैसे ही राज थान का राजनीितक मामला हर िदन नयी बहस के मु ो के साथ िफर शु हो जाता है और लगातार चल रहा है। दरअसल राज थान के मु मं ी अशोक गहलोत और सिचन पायलट आमने सामने खड़े ह। िवधायक सिचन पायलट मु मं ी के खलाफ बगावत पर उतर आए ह। उनका कहना है िक अशोक गहलोत उ नज़रअंदाज़ करते ह। िकसी भी मु पर उनकी राय नही ली जाती।पहले कयास लगाए जा रहे थे िक शायद सिचन पायलट कॉ ेस छोडना चाहते ह और बीजेपी मे शािमल होना चाहते ह इसिलए वे नाराजगी का सहारा लेकर पाट बदलने की योजना बना रहे ह लेिकन सिचन पायलट ने इस बात को िसरे से खा रज िकया है। राज थान की ये राजनैितक गमागम बढ़ते बढ़ते कानून के गिलयारो ं तक प ँच गयी। मामला अब सव ायालय के दरवाजे खटखटा चुका है। एक प दो कदम रखता है तो दू सरा चार कदम आगे के िलए दौड़ पड़ता है। एक तरफ ीकर सीपी जोशी ने हाइकोट के ह ेप के बाद इसे सव अदालत मे चुनौती दे दी है। तो वही सिचन पायलट भी दांव खेलने से नही चूक रहे है| उ ोने इस मामले मे ि ट दायर कर राजनैितक सं ाम को नयी िदशा दे दी। ान क सयासी गम ं ं ं ं स ा के िलए कौरवो और पांडवो के बीच आ महाभारत यु तो 18 िदन म ख हो गया था, लेिकन राज थान म स ा के िलए चल रहे यु का अंत होता नजर नही आ रहा है। राज थान के इस सं ाम म अब दो प आमने-सामने नही ंह। यहां कां ेस खुद से ही लड़ रही है। बीजेपी पर लोकतं की ह ा का आरोप लगाते ए अब रा पाल को लेकर भी िशकायत की है। गहलोत और पायलट की लड़ाई महाभारत से भी लंबी हो गई है। इस लड़ाई म अब सीएम गहलोत और रा पाल कलराज िम आमने- सामने ह। दरअसल गहलोत िवधानसभा स बुलाना चाहते थे, लेिकन रा पाल इस बात पर सहमत नही है इसिलए दोनो के बीच तनातनी का मु ा बना आ है। रा पाल ने गहलोत के सामने िवधानसभा स बुलाने पर ह ा र करने से पहले उनसे कई सवाल िकए ह। िजनके उ र िदये जाने के बाद ही स बुलाने की हामी दी जाएगी। ा थे ये ..... िवधानसभा स के िलए रा पाल ने रखे ये तीन : 1. ा िव ास मत ाव चाहते ह? यिद ब मत परी ण आ तो संसदीय काय िवभाग के मुख सिचव की मौजूदगी म हो, वीिडयो रकॉिडग और सीधा सारण हो। ं 2. कोरोना को लेकर रा पाल ने िकया िकस म दू री कै से रखी जाएगी? ा कोई व था है िजसम 200 सद और 1000 से ादा अफसरो-ं कमचा रयो के जुटने पर कोरोना सं मण का खतरा नही ंहो? 3. स 21 िदन का यर नोिटस देकर बुलाया जाए। ा मह पूण करणो ं पर सु ीम कोट और हाईकोट की 27