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आ खर अयो
ा मे राम वराजमान ह गे
ावना:
6 िदस र 1992 म बाबरी ंस के बाद भारत की
राजनीित और समाजीकरण म अमुला प रवतन आ है|
िजसका प रणाम समाज पर दीघकाल तक देखने को
िमलेगा| 90 के दशक से अितसि य अयो ा राम मंिदर
िववाद के वल धािमक िववाद न होकर एक राजनैितक,
ऐितहािसक िववाद बन गया था | िजसका अंत 5 अग
को आ है | इस िववाद के िहंसक प म न जाने िकतने
इितहास का एक मह पूण िदन माना जायेगा| गौरतलब
है िक िपछले वष 5 अग 2019 के िदन ही ज ू-
क ीर से धारा 370 हटाकर ज ू-क ीर पुनगठन
िबल पा रत िकया गया था| और 6 अग 2019 से राम
मंिदर िववाद पर सुनवाई की शु आत भी की गयी थी|
अयो ा : एक धमनगरी :
िहंदु ानी सं ृ ित म आदशवादी जीवनशैली को
मा ता दी गई है। पुरातन आयसं ृ ित वेदो ं पर आधा रत
लोगो ं ने जान की आ ित दी, आ ोलन भी िकये गए,
ायलय म िकतनी ही बैठके की गई | परंतु राजनैितक
अिन ा के चलते यह िववाद िबखरता ही जा रहा था|
अबइस िववाद का अंत आया और राम मंिदर बनाने का
रा ा साफ हो गया| नव र 2019 म िववािदत भूिम राम
मंिदर बनाने का फै सला सु ीम कोट ारा िलया गया|
िजसके तहत अब 5 अग 2020 के िदन धानमं ी
नरे मोदी ारा मंिदर के िनमाण के िलए भूिमपूजन
करके मंिदर की आधारिशला रखी गई|यह िदन भारतीय
होने की वजह से वैिदक सं ृ ित का भाव भारतीय
जीवनमान को भािवत करता है। भु ीराम एक
आदशवादी के तौर पर हमारे अंदर बसे ए ह।
उनकी ज भूिम अयो ानगरी पु भूिम या तीथ थल के
प म सामने आना ाभािवक है। अयो ा का उ ेख
अथववेद म इ ाकू वंश की राजधानी के तौर पर िकया
गया है। इस वंश म बड़े ही परा मी राजाओ ं की परंपरा
रह चुकी है, िजसम अंबरीश, ह र ं , भगीरथ, िदलीप,
रघु, अज, दशरथ, ीराम जैसे अतुलनीय, परा मी, और
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