Politics Everyday Politics Everyday 15 August 2020 Vol.1 (Hindi) | Page 11

NATION EVERYDAY राजनीितक िवचारधारा होने की वजह से जनता पर यह िवचार लाद नही ं सकते ऐसा दावा यािचकाकताओ ं ने िकया है। 1976 म िकए गए इस बदलाव से संिवधान के िस ांत, देश की ऐितहािसक धरोहर और सां ृ ितक पृ भूिम इसके िवपरीत है ऐसा भी कहा गया है। यािचकाकताओ ं के मु े : समाजसेवी वीण कु मार और सव ायालय के वकील क णेश कु मार शु ा और बलराम िसंह इ ोनं े यह यािचका दायर की है। ेजटेशन ऑफ पीपल ए 1951 म समािव िकए गए इन श ो ं को हटाने की मांग करते समय यािचकाकताओ ं का कहना है िक - "लोकतांि क रा म िकसी भी नाग रक या राजनैितक पािटयो ं की िवचारधारा पर संिवधान अंकु श नही ं लगा सकता। राजनैितक पािटयो ं को रिज ेशन करते समय धमिनरपे और समाजवादी िवचारधारा को सहमित देना अिनवाय िकया है । ऐसा करना संवैधािनक ढांचे के िवरोध म है। इसिलए इन दो श ो ं का उ ेख संिवधान से हटना चािहए...।" ऐसी यािचकाकताओ ं की मांग है। 11