जन्मदिवस पर शविषेष
पं . दीनदयाल उपाधयाय की प्रतिमा का अनावरण
समषाज कके अंतिम व्ककत की चिंतषा और दीनद्षाि उिषाध्याय
पं
डित दीनदयाल उपाधयाय की 108वीं जयंती के अवसर पर उपराष्ट्पति जगदीप धनखड़ ने सीकर ( राजसथान ) पसथत पंडित दीनदयाल उपाधयाय शेखावाटी विशिविद्ालय में उनकी प्रतिमा का अनावरण किया । काय्गरिम में भारत के दूरदशसी नेताओं में से एक की विरासत के प्रति संकलप को दर्शाते हुए ' पंडित दीनदयाल उपाधयाय समिति उद्ान ' का उदघाटन भी किया गया ।
अपने संबोधन में , उपराष्ट्पति धनखड़ ने पंडित दीनदयाल के दर्शन की समकालीन प्रासंगिकता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वह यहां आकर बेहद प्रसन्न हैं । आज जो कुछ भी देखा है , उसके महति की कलपना नहीं की थी । मेरे मन में केवल एक महान वयप्त का नाम था । आज , मुझे उनकी शिक्ाओं का सार समझ में आया ।
गत 25 सितंबर को पंडित दीनदयाल की प्रतिमा के अनावरण के सममावनत अवसर पर विचार करते हुए , उपराष्ट्पति ने कहा कि उनहें पंडित दीनदयाल उपाधयाय की प्रतिमा का अनावरण करने का जो अवसर उनकी उनकी जयंती पर मिला है , वह बहुत ही सौभागय का
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