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प्रधानमंत्री मोदी ने पीएम मित्र पार्क पर किए जा रहे काम की गति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डबल इंजन सरकार की इचछाशक्त इस कार्य के रूप में प्रदर्शित हुई है । पूरे भारत में 7 मित्र पार्क सथावपत किए जाएंगे । इस परिकलपना में फार्म से फाइबर , फाइबर से फैब्रिक , फैब्रिक से फैशन , फैशन से फलॉरेन का एक पूरा चरि शामिल है , जिसका अर्थ है कि विदर्भ के कपास से उच्च गुणवत्ा वाला कपड़ा बनाया जाएगा और फैशन के अनुसार कपड़े से सिले सिलाए िसत्र तैयार किए जाएंगे , जिनका विदेशों में निर्यात किया जाएगा । इससे किसानों को होने वाला घाटा रुकेगा और मूलयिध्गन होने के कारण उनहें अपनी फसलों के लिए अचछे दाम मिल सकेंगे । इस बात पर प्रकाश डालते हुए कि अकेले पीएम मित्र पार्क से 8-10 हजार करोड़ रुपये के निवेश की संभावना है , श्री मोदी ने कहा कि इससे विदर्भ और महाराष्ट् में युवाओं के लिए एक लाख से अधिक नए रोजगार के अवसर पैदा करने के साथ-साथ अनय उद्ोगों को भी प्रोतसाहन मिलेगा । उनहोंने कहा कि नई आपूर्ति श्रृंखलाएं बनाई जाएंगी जिससे देश के निर्यात में सहायता मिलेगी जिससे आय में वृद्धि होगी । श्री मोदी ने इस बात पर भी बल दिया कि महाराष्ट् इस औद्ोवगक प्रगति के लिए आवशयक आधुनिक बुनियादी ढांचे और संपर्क के लिए तैयारी कर रहा है । उनहोंने कहा कि इसमें नए राजमार्ग , ए्सप्रेसवे , समृद्धि महामार्ग के साथ-साथ जल और वायु संपर्क का विसतार भी शामिल है । महाराष्ट् एक नई औद्ोवगक रिांवत के लिए तैयार हो गया है ।
बहुआयामी विकास में किसानों की भूमिका सिीकार करते हुए उनहोंने इस बात पर जोर दिया कि राष्ट् की समृद्धि किसानों की खुशी से जुड़ी हुई है । उनहोंने कहा कि डबल इंजन वाली सरकार किसानों की समृद्धि बढ़ाने के लिए मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है । श्री मोदी ने पीएम-किसान सममान निधि योजना के तहत उठाए गए महतिपूर्ण कदमों को रेखांकित किया , जिनके तहत केंद्र सरकार किसानों को सालाना 6,000 रुपये प्रदान करती है और
महाराष्ट् सरकार भी उतनी ही राशि जोड़ती है , जिससे किसानों की आय में सालाना 12,000 रुपये की वृद्धि होती है । प्रधानमंत्री ने सिर्फ 1 रुपये में फसल बीमा प्रदान करने और किसानों के लिए बिजली बिल माफ करने की पहल के बारे में भी बताया । क्ेत्र की सिंचाई संबंधी चुनौतियों पर धयान केंद्रित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने इंगित किया कि राजय में वर्तमान सरकार के पिछले कार्यकाल के दौरान शुरू किए गए प्रयासों को उसके बाद के प्रशासन द्ारा विलंबित किया गया था । प्रधानमंत्री ने बताया कि आज , वर्तमान राजय सरकार ने इन परियोजनाओं को पुनिसीवित किया है और गति प्रदान की है । उनहोंने हाल ही में सिीककृत 85,000 करोड़ रुपये की वैनगंगा-नलगंगा नदी जोड़ो परियोजना का उललेख किया , जिसका उद्ेशय नागपुर , वर्धा , अमरावती , यवतमाल , अकोला और बुलढाणा जिलों में 10 लाख एकड़ भूमि को सिंचाई की सुविधा प्रदान करना है ।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार महाराष्ट् में किसानों की मांगों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है । उनहोंने पयाि पर निर्यात कर को 40 प्रतिशत से घटाकर 20 प्रतिशत करने का उललेख किया , जिसका उद्ेशय क्ेत्र में पयाि किसानों को ततकाल राहत प्रदान करना है । घरेलू किसानों को आयातित खाद् तेलों के प्रभाव से बचाने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में भी चर्चा की और कहा कि हमने खाद् तेलों के आयात पर 20 प्रतिशत कर लगाया है और पररष्ककृत सोयाबीन , सूरजमुखी और पाम तेल पर सीमा शुलक 12.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 32.5 प्रतिशत कर दिया है ,'' उनहोंने कहा कि इस कदम से विशेर् रूप से महाराष्ट् भर में सोयाबीन किसानों को लाभ होगा । उनहोंने आशा वय्त की कि यह प्रयास जलद ही ककृवर् क्ेत्र के लिए सकारातमक परिणाम देंगे । प्रधानमंत्री मोदी ने झूठे वादों में न आने की चेतावनी दी और तेलंगाना के किसानों का जिरि किया जो आज भी कर्जमाफी के लिए संघर््ग कर रहे हैं । उनहोंने महाराष्ट् के किसानों से सतर्क रहने और भ्रामक वादों से गुमराह होने से बचने का आग्ह किया ।
प्रधानमंत्री मोदी ने समाज में विभाजन पैदा करने वाली ताकतों और विदेशी धरती पर भारतीय परंपराओं एवं संस्कृति का अपमान करने वालों के खिलाफ भी आगाह किया । उनहोंने याद दिलाया कि लोकमानय तिलक के नेतृति में सितंत्रता संग्ाम के दौरान गणेश उतसि भारत में एकता का तयोहार बन गया था , जिसमें हर समाज और वर्ग के लोग उतसि मनाने के लिए एक साथ आए थे । उनहोंने नागरिकों से परंपरा एवं प्रगति तथा सममान और विकास के एजेंडे के साथ खड़े होने का आग्ह किया । हम सब मिलकर महाराष्ट् की पहचान की रक्ा करेंगे और इसके गौरव को बढ़ाएंगे । हम महाराष्ट् के सपनों को साकार करेंगे ।
इस अवसर पर महाराष्ट् के राजयपाल सी . पी . राधाककृष्णन , महाराष्ट् के मुखयमंत्री एकनाथ शिंदे , केंद्रीय मधयम , लघु एवं सूक्म उद्म मंत्री जीतन राम मांझी , केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्वमता राजय मंत्री जयंत चौधरी तथा महाराष्ट्
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