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कर सका । जानकारी के अनुसार अतुल को 17,500 रुपए का प्रवेश शुलक ऑनलाइन जमा करना था । लेकिन भुगतान करने में कुछ मिनट की देरी होने के कारण ऑनलाइन शुलक जमा नहीं हो पाया , जिसके कारण उसे आईआईटी में उसे प्रवेश नहीं मिल सका ।
समय पर प्रवेश शुलक का भुगतान न होने से प्रवेश से वंचित अतुल कुमार ने इस समबनध में राष्ट्ीय अनुसूचित जाति आयोग , झारखणि क़ानूनी सेवा प्राधिकरण एवं मद्रास उच्च नयायालय में याचिका करके नयाय की मांग की , लेकिन उसे कहीं से भी कोई मदद नहीं मिली । इसके बाद अतुल कुमार ने उच्चतम नयायालय में एक याचिका दाखिल करके मामले में हसतक्ेप करने की गुहार लगाई ।
इस मामले पर सुनवाई करते हुए उच्चतम नयायालय के मुखय नयायाधीश डी . वाई .
चंद्रचूड़ , नयायमूर्ति जे . बी . पारदीवाला और नयायमूर्ति मनोज मिश्रा की खंडपीठ ने गत 30 अक्टूबर को सुनवाई के बाद वनदवेश दिया कि याचिकाकर्ता को आईआईटी धनबाद में इलेप्ट्कल इंजीनियरिंग पाठ्यरिम में प्रवेश दिया जाए । सुनवाई के दौरान पीठ ने कहा कि वह ऐसे युवा प्रतिभाशाली लड़के को जाने नहीं दे सकते । वह झारखंड कानूनी सेवा प्राधिकरण गया । फिर वह चेन्नई कानूनी सेवाओं में गया और फिर उसे उच्च नयायालय भेज दिया गया । एक दलित लड़के को दर-दर भटकाया जा रहा है । उच्चतम नयायालय की पीठ ने अनुचछेद 142 के तहत अपनी असाधारण शक्तयों का प्रयोग करते हुए आईआईटी धनबाद को अतुल कुमार को प्रवेश देने का वनदवेश दिया ।
मुखय नयायाधीश चंद्रचूड़ ने कहा कि वह योगय छात्र हैं । उनहें रोकने वाली एकमात्र चीज 17,000 रुपए थी । किसी भी बच्चे को सिर्फ इसलिए इस तरह नहीं छोड़ा जाना चाहिए ्योंकि उसके पास 17,000 रुपए का शुलक नहीं है । प्रवेश शुलक जमा करने की अंतिम तिथि 24 जून को शाम 5 बजे थी । छात्र के माता-पिता ने शाम 4.45 बजे तक फीस का इंतजाम कर लिया था , लेकिन जब उनहोंने भुगतान किया , तो यह प्रोसेस नहीं हुआ और पोर्टल शाम 5 बजे बंद हो गया । ललॉवगन विवरण से पता चलता है कि वह पोर्टल पर तनमयता से ललॉग इन कर रहा था । अगर याचिकाकर्ता के पास फीस नहीं थी तो उसके पास ऐसा करने का कोई ठोस कारण नहीं था । इसलिए एक प्रतिभाशाली छात्र को परेशानी में नहीं छोड़ा जाना चाहिए । हम वनदवेश देते हैं कि आईआईटी धनबाद में उसे प्रवेश दिया जाए ।
मुखय नयायाधीश चंद्रचूण ने कहा कि अतुल कुमार को उसी बैच में प्रवेश दिया जाना चाहिए और किसी अनय छात्र की उममीदवारी को प्रभावित किए बिना उसके लिए अतिरर्त सीट बनाई जानी चाहिए । मुखय नयायाधीश ने अतुल कुमार को शुभकामनाएं देते हुए कहा , ' शुभकामनाएं । अचछा करो ।' �
एक हजार जनजातीय गृह-सरलों को बढावा देगी कं द्र
सरकार
प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्ाम अभियान को सवीकृ ति
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द्रीय मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्ाम अभियान
अभियान के माधयम से लगभग 63 हजार गांव लाभापनित होंगे और पांच करोड़ से अधिक आदिवासी समाज के लोगों को लाभ मिलेगा । यह अभियान 30 राजयों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के सभी आदिवासी बहुल गांवों में फैले 549 जिलों और 2,740 ब्लॉकों को चलाया जाएगा ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अधयक्ता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 18 सितंबर , 2024 को
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