Nov 2024_DA | Page 21

पर कब्ा करने कमी चार चरण वािमी योजना के प्रथम चरण में मुकसि्ों के मधय एकजु्टिा बढ़ाने के साथ हमी पमीएफआई के कैडर को बढ़ाना और उसे ि्ििंजित संघर्ष के लिए तैयार करना है । इसमी तरह िमूसरे चरण में अपनमी ताकत बढाकर दहशत फैलाना एक बड़ा एजेंडा है । दहशत फ़ैलाने के लिए भारत के राष्ट्रीय धिज का प्रयोग , संविधान एवं डा . आंबेडकर का नाम का प्रयोग करना और धन जु्टना है ।
िमीसरे चरण में पमीएफआई देश के विभिन्न राजयों में रहने वाले दलित , आदिवासमी एवं ओबमीसमी वर्ग के मधय अपनमी घुसपैठ को बढाकर राष्ट्रीय सियंसेवक संघ सहित अनय हिंिमूिािमी संगठनों एवं नेताओं के विरुद्ध ऐसे आरोपों का योजनाबद्ध ढंग से प्रचार-प्रसार करने कमी तैयािमी में है , जिससे
दलित , आदिवासमी एवं ओबमीसमी वर्ग और संघ एवं अनय हिंिमूिािमी संगठनों के मधय िमूिमी पैदा करना , हथियार एवं गोला-बारूद जु्टाना और मुकसि् जनसंखया को सत्ा के विरुद्ध भड़काने कमी योजना बनाई गई है । चौथे चरण में पमीएफआई का लक्य देश कमी मुकसि् जनसंखया को अपने साथ जोड़ना और दलित , आदिवासमी एवं अनय पिछड़ा वर्ग का पचास प्रतिशत वो्ट हासिल करना है । दलित , आदिवासमी एवं ओबमीसमी वर्ग के लोगों में संघ एवं हिंिमूिािमी नेताओं कमी विशिसनमीयता को समापि करके उनहें मुकसि् गठजोड़ में शामिल करना है ।
सूत्रों के अनुसार सुरक्ा एजेंसियां लगातार पमीएफआई कमी देश विरोधमी हरकतों कमी निगरानमी कर रहमी है । केंद्रमीय जांच एजेंसमी प्रवर्तन निदेशालय ( ईडमी ) ने प्रतिबंधित संगठन पमीएफआई कमी 35 करोड़ रुपए से अधिक ्मूलय कमी संपवत् जबि कमी है । यह संपवत्यां विभिन्न कंपनियों , ट्रस्टों और वयक्ियों के नाम पर पमीएफआई से हमी संचालित और नियंवरित थीं । सितंबर 2022 में राष्ट्रीय जांच एजेंसमी ( एनआइए ) और विभिन्न राजयों के पुलिस बलों द्ािा देश भर में पमीएफआई के दफििों में छापेमािमी करने के बाद केंद्र सरकार ने इस संगठन पर प्रतिबंध लगाया था । ईडमी का आरोप है कि पमीएफआई देश के अहम एवं संवेदनशमीि ठिकानों पर विस्फोटकों से हमले करना चाहता है । वह देश कमी एकता और अखंडता के लिए बहुत बड़ा खतरा है । 2006 में केरल में सथावपि , पर दिल्ली में मुखयािय वाले पमीएफआइ ने जो संविधान में अपना मकसद बताया है कि वह असलियत में बिलकुल अलग है ।
सूत्रों के अनुसार पमीएफआई का असिमी योजना जेहाद है और वह भारत में इस्लामी सत्ा सथावपि करने के लिए अपनमी ्मूि योजना को एक सामाजिक आंदोलन का रूप देकर काम कर रहा है । पमीएफआइ का दावा है कि वह प्रदर्शन के गैर हिंसक ििमीके अपनाता है , लेकिन वासिविकता में वह अपने कैडर को हिंसक गतिविधियों के लिए लगातार प्रवशवक्ि करता आ रहा है । देश के कट्टरपंथमी मुकसि् युवा के बमीच पमीएफआई अपनमी पकड़ को मजबमूि कर रहा है ।
पमीएफआई देश में गृह युद्ध छेड़ने के साथ अकसथििा और कलह का माहौल बनाने कमी फ़िराक में है । पमीएफआइ कमी गतिविधियों पर रोक लगाने वाले अधिकारियों को डराया- धमकाया जा रहा है I
सूत्रों के अनुसार पमीएफआई राजनमीवि से प्रेरित जालसाजमी से लेकर वैकशिक बाजार में रणनमीविक वसिुओं कमी रिमीि करता है । गैर हिंसक ििमीके से ज्मीनों पर कबजा , संपवत्यों कमी घेराबंिमी और विरोधियों पर दबाव बनाने के लिए बाजािमी दर से कम कमी्ि पर किसमी वसिु कमी वबक्रमी आदि करके किसमी समुदाय विशेष को निशाना बनाते हैं । शािमीरिक शिक्ा के नाम पर पमीएफआइ अपने कैडरों को हथियार चलाने का भमी प्रवशक्ण देने के साथ हमी अनय शािमीरिक युद्ध प्रवशक्ण देने के लिए भमी सक्रिय है ।
पमीएफआई कमी योजना में मुकसि्ों को आिक्ण देने के लिए हिंसक दबाव बनाने कमी भमी है । वैसे भाजपा विरोधमी अधिकांश राजनमीविक दल , जिसमें कांग्ेस , सपा , बसपा जैसे अनेक क्ेरिमीय दल शामिल हैं , मुकसि् वो्ट बैंक के लिए मुकसि् आिक्ण देने के लिए अपने-अपने सिि से सक्रिय हैं । कांग्ेस नेता जहां खुल कर मुकसि् आिक्ण कमी पैििमी कर रहे हैं , वहमी राहुल गांधमी ने 50 प्रतिशत आिक्ण कमी समी्ा को बढ़ाने का दावा करते हुए मुकसि् वो्ट बैंक को अपनमी ओर खींचने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं ।
जानकािमी हो कि बाबा साहब डा . भमी्िाव आंबेडकर ने धर्म के आधार पर आिक्ण देने का विरोध किया था । उनहोंने कहा था कि धर्म के आधार पर कोई आिक्ण नहीं हो सकता है ्योंकि यह भारत के विभाजन का कारण बना था और हमे कोई ऐसा कार्य नहीं करना चाहिए जो देश के विभाजन का कारण बनेगा । तभमी अनुसमूवचि जाति और अनुसमूवचि जनजातियों के अधिकार का संिक्ण हो सकेगा । इसके बाद भमी डा . आंबेडकर का नाम और फो्टो कमी आड़ में दलित , आदिवासमी और ओबमीसमी वर्ग के बमीच मुकसि् नेताओं कमी घुसपैठ बढ़िमी जा रहमी है , जिसका एकमारि लक्य देश में मुकसि् सत्ा को लाना है । �
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