March 2025_DA | Page 29

समारोह में उरकस्त लोगों को संबोधित कर रहे थे ।
श्री जुएल ओराम ने आ्वासन दिया कि जनजातीय मंरिालय , आयोग के साथ मिलकर अनुसदूहचत जनजाति समाज के बेहतर , समरानरदूण्म जीवन जीने , सामाजिक नयाय और सवाांगीण विकास के लिए साथ मिलकर लगातार कार्य करता रहेगा । अपने समबोधन में उनिोने केंद्र सरकार के सतर से अनुसदूहचत जनजाति समाज के लिए की जा रही विशिषट
पहलों की ्भी चर्चा की और कहा कि उनका मंरिालय अनुसदूहचत जनजाति वगषों की शिक्ा के लिए एकलवय रलॉडल सकूल , प्ी और पोसट मैट्रिक छारिवृति , नेशनल ओवरशीज़ छारिवृति जैसे विशिषट पहल कर रहा है । इसके अलावा एक विशेषीककृत विकास योजना की दिशा मे केंद्र सरकार ने देश ्भर के जनजाति समाज मे से कुल 75 ऐसे समुदायों को विशेष रूप से कमजोर जनजातीय सरदूि ( पीवीटीजी ) के रूप मे हचकनित किया है ।
गत 19 फरवरी को स्ारना दिवस काय्मरिर में राषट्रीय अनुसदूहचत जनजाति आयोग के अधयक् अंतर सिंह आर्य ने आयोग के विषय मे विसतार से चर्चा करते हुए कहा कि र््भार ग्िण करने के बाद से वर्तमान आयोग लगातार देश्भर के अनुसदूहचत जनजाति समुदायों के बीच भ्रण कर रहा है । आयोग अपने कायषों का सफलतारदूव्मक निर्वहन करते हुए 100 दिवस की कार्य योजना बना कर देश के हवह्भन्न राजयों , जिलों , सार्वजनिक उररिरों की समीक्ा ्भी कर रहा है । उनिोने आयोग द्ारा किए गए कायषों और उपलकबधयों पर प्काश डाला तथा कहा कि अनुसदूहचत जनजातियों के अधिकारों की रक्ा और उनके विकास के लिए आयोग लगातार प्यासरत है ।
काय्मरिर में आयोग के सदसय निरुपम चकमा , डा . आशा लाकड़ा और जाटोतु हुसेन ने ्भी अपने अनु्भव और विचार साझा किए । काय्मरिर में राषट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अधयक् हंसराज गंगाराम अहीर और राषट्रीय अनुसदूहचत जाति आयोग के सदसय वड़ेर्ली रामचंदर के साथ-साथ हवह्भन्न राषट्रीय आयोगों के अधयक् , सदसय और सचिव , अनुसदूहचत जनजाति समुदायों के प्हतहनहध और हव्वहवद्ालय के छारि जैसे अनय गणमानय वयक्त ्भी उरकस्त थे ।
उदघाटन सरि के दौरान आयोग के सचिव पुनीत कुमार गोयल ने अतिथियों का सवागत किया और आयोग के प्रुख गतिविधियों , सफल प्करणों और आयोग का संहक्पत परिचय प्सतुत किया । उदघाटन सरि के र्चात जनजातीय समुदायों की प्गति , विकास , कौशल , उद्हरता आधारित हवह्भन्न सरि ्भी आयोजित किए गए , जिनमें राषट्रीय कौशल विकास निगम के विशेषज्ञों , ह््ली हव्वहवद्ालय के शिक्ाहव्ों और नीति निर्माताओं ने अपने विचार साझा किए । काय्मरिर का समापन आयोग के संयु्त सचिव अमित निर्मल के धनयवाद ज्ञापन के साथ हुआ ।
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