March 2024_DA | Page 39

इसमें 2,367 शहरी सथानीय निकायों ने प्रलशक्ण में भाग लिया । भागीदारों को वीडियो कनफ्ेंलसंग ( वीसी ) के माध्म से प्रलशक्ण दिया गया , जिनमें कार्यकारी अधिकारी , कार्यकारी अभियंता , वरिष्ट जन सवास्थ् निरीक्क और मुख् अधिकारी शामिल थे , जिनिें राज् सरकार ने नमसते के लिये यूएलबी नोडल अधिकारी नामित किया है । इनके साथ ही एसएसड्ल्ू का सववेक्ण करने के लिये सववेक्कों में सवचछता निरीक्क , सहायक अभियंता और कंप्ूरर आपरेटर शामिल थे । इनमें 10 राज्ों / संघ शासित प्रदेशों ने तकनीकी सवालों के समाधान के लिए राज् सतरीय नमसते प्रोफाइलिंग प्रलशक्ण का आयोजन किया । राज् सतरीय प्रलशक्ण का््गरिम में 805 शहरी सथानीय निकायों ने भाग लिया ।
जानकारी के अनुसार आनलाइन प्रलशक्ण
के बाद एक आनलाइन फार्म के माध्म से यूएलबी से शहर की सवचछता ब्ौरा एकलत्त किया जा रहा है , जिसमें एसएसड्ल्ू की जानकारी , कार्यरत और उपि्ध मशीनों के आंकड़े और एक यूएलबी द्ारा आयोजित किए जाने वाले शिविरों की अनुमानित संख्ा आदि शामिल है । आंकड़ों में किसी भी विसंगति को दूर करने और प्रोफाइलिंग शिविरों के आयोजन तैयारी में मदद के लिए राज्ों को केंद् सरकार मदद कर रही है ।
नमस्े योजना की पृष्टभूमि
सवचछ भारत मिशन जैसे व्ापक सवचछता अभियानों की सफलता से पूरे भारत में 18 करोड़ से अधिक शौचालयों का निर्माण हुआ । इससे कुशल सफाई कर्मचारियों की बड़ी मांग पैदा हुई । हालांकि , निससवाथ्ग योगदान के बावजूद
सवचछता कर्मचारी आज भी हाशिये पर हैं । यह हमारे समाज के गुमनायक नायक हैं और सवचछता सेवाओं की रीढ़ हैं । नमसते योजना के वांछित परिणामों में यह भी शामिल है कि साफ-सफाई का्गों में कोई मृत्ू नहीं हो , सवचछता कर्मचारियों को औपचारिक और कुशल बनाना , मानव मल के साथ प्रत्क् संपर्क को समापत करना , आपात प्रलतलरिया सवचछता इकाइयों ( ईआरएसयू ) की सथापना , उनिें मजबूत बनाना , उनकी क्मता बढ़ाना और सव्ं सहायता समूहों तथा उद्यमशीलता के माध्म से सफाई कर्मचारियों का सशसकतकरण करने के अलावा आजीविका के वैकसलपक विकलपों तक उनकी पहुंच सुलनसशित करना तथा सभी सीवर , सेसपरक टैंक कर्मचारियों ( एसएसड्ल्ू ) को कामकाज के दौरान सुरक्ा प्रलशक्ण देना भी शामिल है । �

किशोर मकवाना बने राष्टट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यषि

विख्ात पत्कार और सतंभकार किशोर मकवाना को राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ( एनसीएससी ) का नया अध्क् नियुकत किया गया है । साथ ही लव कुश कुमार को राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ( एनसीएससी ) का सदस् बनाया गया है ।
कार्यभार संभालने के बाद गत 11 मार्च को किशोर मकवाना ने कहा कि वह अनुसूचित जाति समुदाय के हितों और अधिकारों की रक्ा के लिए लगातार काम करेंगे । आयोग न केवल अनुसूचित जाति को न्ा् सुलनसशित करने के लिए काम करेगा , बसलक समुदाय के साथ किसी भी प्रकार के अन्ा् को रोकने के लिए भी सलरिय रहेगा । साथ ही आयोग अनुसूचित जातियों के सामाजिक-आर्थिक विकास की योजना प्रलरिया में भाग लेने और सलाह देने और उनके खिलाफ अत्ािारों को रोकने के लिए काम करेगा । हमारा प्रयास रहेगा कि समाज में सामाजिक समरसता एवं सौहार्द बना रहे ।
जानकारी हो कि श्री मकवाना ने भारतीय जनता पारटी ( भाजपा )
की गुजरात इकाई के संयुकत प्रवकता के रूप में कार्य किया है । वह एक पत्कार और सतंभकार भी हैं । वह ' सामाजिक रिांलत ना महानायक डा . बाबासाहेब आंबेडकर ' ( सामाजिक रिांलत के महानायक-डा . बाबासाहेब आंबेडकर ), ' सवामी विवेकाननद ', ' सफलता नो मंत् ' ( सफलता का मंत् ), ' समर नहीं समरसता ' ( सद्भाव ; प्रतिधवलन नहीं ), आम आदमी नरेंद् मोदी ( इस पुसतक का देश की कई भाषाओं में अनुवाद किया गया है और इरोस नाउ ने उनकी पुसतक पर एक वेब श्रृंखला बनाई है ), ' रिांलतवीर बिरसा ' मुंडा ' ( रिांलतकारी बिरसा मुंडा ), ' युगप्रवर्तक शिवाजी महाराज ' ( युगप्रवर्तक शिवाजी महाराज ) आदि पुसतकों की रचना की है । उनिोंने डा . अंबेडकर पर नौ किताबें लिखी हैं । इसके अलावा उनिोंने कई पुसतकों का अनुवाद और संपादन किया है और उनकी पुसतकों का देश की कई भाषाओं में अनुवाद किया गया है । भारत के राष्ट्रपति द्ारा भारत सरकार के राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्क् के रूप में नियुकत किए जाने के बाद उनिोंने अपना पदभार संभाल लिया है । �
ekpZ 2024 39