madhya pradesh sanskriti MARCH 2014 | Page 6

भध्मप्रदे शसॊस्कृतत हैं। ऩठाय क उत्तय भें चॊफर औय दक्षऺण े सतऩड़ा-भैकर ऩिितभारा, नभिदा-सोन ु अर्धक भें नभिदा है । ऩिितभारा की औसत घाटी क उत्तय-ऩिि भें तथा दक्षऺण औय े ू ऩिितभारा क रूऩ भें जाना जाता है । े ऊचाई एभएसएर से ऊऩय 300-500 ॊ ऩिी ऩठाय ऺेत्र भें स्थथत है । तछॊ दिाड़ा, ू भैकर ऩिितभारा भे अभयकटक ऩठाय ॊ भीटय है । इस ऺेत्र भें शाजाऩय, दे िास, ु फैतर, लसिनी, फाराघाट, भॊडरा औय ू शाभीर है ,, जो नभिदा औय सोन, दोनों इॊदौय, उज्जैन, धाय, यतराभ औय खॊडिा तथा खयगोन स्जरों क कछ े ु नददमों का उद्गभ है । जोदहरा, भछे िाि, सीहोय क कछ दहथसे औय झाफआ े ु ु दहथसे सतऩड़ा-भैकर ऩिितभारा भें ु दे निा औय छोटी तिा इस ऺेत्र की स्जरा शाभीर है । भारिा ऩठाय क ऩिी े ू फसे हुए है । इन भाराओॊ की औसत अन्म नददमों है , जो नभिदा भें सभा ककनाये ऩय बोऩार स्थथत है । भारिा ऊचाई 300 भीटय है , रेककन िहाॉ कछ ॊ ु जाती है । ऩठाय से गजयते हुए लशप्रा,