madhya pradesh sanskriti MARCH 2014 | Page 5

भध्मप्रदे शसॊस्कृतत सेंरर इॊडडमा एजेंसी द्िाया भध्म बायत, उत्तय प्रदे श भें भाभरी सभामोजन ककए सॊख्मा 61 फन गई। निॊफय 2000 भें , ू विॊध्म प्रदे श औय बोऩार जैसे नए याज्मों गए। कपय बोऩार याज्म की नई याजधानी याज्म का दक्षऺण-ऩिी दहथसा विबास्जत ू का गठन ककमा गमा। याज्मों क ऩनगिठन फन गमा। शरू भें याज्म क 43 स्जरे थे। कय छत्तीसगढ का नमा याज्म फना। इस े ु े ु क ऩरयणाभ थिरूऩ 1956 े भें , भध्म इसक फाद, िर्ि 1972 भें दो फड़े स्जरों का प्रकाय, े ितिभान भध्मप्रदे श याज्म बायत, विॊध्म प्रदे श औय बोऩार याज्मों फॊटिाया ककमा गमा, सीहोय से बोऩार अस्थतत्ि भें आमा, जो दे श का दसया ू को भध्मप्रदे श भें विरीन कय ददमा गमा, औय दगि से याजनाॊदगाॊि अरग ककमा सफसे फड़ा याज्म है औय जो 308 राख ु तत्कारीन सी.ऩी. औय फयाय क कछ गमा। तफ स्जरों की कर सॊख्मा 45 हो हे तटे मय बौगोलरक ऺेत्र ऩय परा हुआ है | े ु ै ु स्जरों को भहायाटर भें थथानाॊतरयत कय गई। िर्ि 1998 भें , फड़े स्जरों से 16 ददमा गमा तथा याजथथान, गजयात औय अर्धक स्जरे फनाए गए औय स्जरों की ु भध्मप्रदे श रूऩये खा 3,08,000 िगि ककरोभीटय ऺेत्र क साथ े घाटी सॊकयी है औय तरनात्भक रूऩ से ु ऩठाय क उत्तय ऩस्श्चभ भें स्थथत े भध्मप्रदे श, याजथथान क फाद बायत े जभा जरोढ बी खयाफ औय ऩतरा है , फदेरखॊड, एक अन्म ऩठाय है । इस ऺेत्र ॊु का दसया सफसे फड़ा याज्म है । मह ू इसलरए कृवर् गततविर्धमों क लरए े भें बायत क उत्तय-भध्म दहथसे भें फसा े सोन घाटी की तरना भें नभिदा घाटी ु टीकभगढ औय गना तथा लशिऩयी ु ु प्रामद्िीऩीम ऩठाय का एक दहथसा है , अर्धक भहत्िऩणि है । घाटी क उत्तय भें े ू स्जरों से याज्म का उत्तयी बाग फना है । स्जसकी उत्तयी सीभा ऩय गॊगा-मभना क े ु भध्मिती ऩहाड़ी इरा़ा, दक्षऺण भें मह ऩठाय उत्तय-ऩिि भें विॊध्म अथिा ू भैदानी इराक है , ऩस्श्चभ भें अयािरी, े सतऩड़ा-भैकर ऩिितभारा औय दक्षऺणु यीिा-ऩन्ना ऩठाय की कदयती ढार से ु ऩिि भें छत्तीसगढ भैदानी इराक तथा े ू ऩिि भें ऩिी ऩठाय है । याज्म इन तीन ू ू तघया हुआ है । ऺेत्र की औसत ऊचाई ॊ दक्षऺण भें तप्ती घाटी औय भहायाटर क े दहथसों भें , प्राकृततक बौगोलरक ऺेत्रों भें एभएसएर से ऊऩय 350-450 भीटय है ऩठाय है । विबास्जत ह ै | कन्द्रीम ऩहाड़ी इरा़, े े औय इसकी साभान्म ढरान उत्तय की भध्मप्रदे श की थथराकृतत नभिदा-सोन नभिदा-सोन अयािरी ओय है । फेतिा, धसन औय जाभनेय इस घाटी द्िाया सतनस्श्चत होती है । मह ु ऩिितभारा क फीच त्रत्रकोणीम रूऩ भें े ऺेत्र भें फहने िारी भख्म नददमाॊ है , जो ु एक सॊकीणि औय रॊफी घाटी है , स्जसका ऩस्श्चभ भें परे हुए हैं। ऩहाड़ी इरा़ ै े अॊत भें मभना भें लभर जाती हैं। ु विथताय ऩये याज्म भें ऩिि से ऩस्श्चभ ू ू उत्तय की ओय ढरते हुए मभना भें सभा ु फदेरखॊड ऩठाय क ऩस्श्चभ भें स्थथत े ुॊ तक परा हुआ है । सोन घाटी से ऊऩयी ै जाते है । याज्म क कन्द्रीम ऩहाड़ी े े भध्म बायत, ततसया ऩठाय है । इस ऺेत्र बाग फनता है , शहडोर औय सीधी स्जरें इरा़, े ऊऩयी भें लशिऩयी, भयैना औय ग्िालरमय स्जरे ु ु इस घाटी भें फसे हैं। तनचरे दहथसे से बबाग भें शालभर हैं: विॊध्म ऩठाय क े ू भौजूद हैं। इस ऩठाय क ऩहाड़ी इरा़ े े नभिदा घाटी फनती है । महाॊ की औसत रूऩ भें बी ऩहचाना जानेिारा यीिा- 150-450 भीटय की औसत ऊचाई ऩय है ॊ ऊचाई एभएसएर से ऊऩय 300 भीटय ॊ ऩन्ना ऩठाय, कन्द्रीम ऩहाड़ी इरा़ों क े े औय घादटमों भें एभएसएर से ऊऩय है औय महाॊ की बलभ जरोढ लभट्टी से ू उत्तय-ऩिी बाग भें स्थथत है । इस ऺेत्र भें ू 450 भीटय की औसत ऊचाई ऩय है । ॊ आच्छाददत है । इस ऺेत्र भें जफरऩय, ु फहनेिारी भख्म नददमों भें कन, े ु चॊफर, कारी लसॊध औय ऩाििती, इस भॊडरा, होशॊगाफाद, सोनाय, फनाि औय टन शाभीर है । इस ऺेत्र भें फहने िारी भख्म नददमाॊ हैं| ु यामसेन, खॊडिा, खयगोन औय फड़िानी ऺेत्र भें यीिा, ऩन्ना, सतना, दभोह औय चौथे भारिा ऩठाय भें रगबग ऩया ू स्जरे आते है । सोन घाटी से नभिदा सागय मह स्जरे आते है | यीिा-ऩन्ना ऩस्श्चभी भध्मप्रदे श शालभर हो जाता नयलसॊहऩय, ु घाटी औय तनम्नलरणखत 3 चाय फसे दततमा, छतयऩय, ऩन्ना, ु