madhya pradesh sanskriti MARCH 2014 | Page 32

भध्मप्रदे शसॊस्कृतत है । साभान्म िगि क दहतग्रादहमों को े ववऩणन सहामता- लशस्ल्ऩमों औजाय उऩकयण 75 प्रततशत अनदान ु फनकयों को फाजाय भाॊग ि प्रचलरत ु कय सकते है । ऩय तथा अनसर्चत जातत एिॊ जनजातत ु ू डडजाईनों से अिगत कयाने हे तु तनगभ सॊऩक- हथतलशल्ऩ क क े द्िाया प्रदे श क फाहय भहानगयों भें तथा े विकास तनगभ का थथानीम विकास अनदान ऩय उऩरब्ध कयामे जाते है । ु विदे शों भें आमोस्जत क्राफ्ट फाजाय एिॊ कन्द्र मा स्जरा ग्राभोद्मोग अर्धकायी े सॊऩक- हथतलशल्ऩ क हाथकयघा प्रदशितनमों भें बागीदायी हे तु रे जामा स्जरा ऩॊचामत। विकास तनगभ का थथानीम विकास जाता है । इन प्रदलशितनमों भें िे अऩना कन्द्र मा स्जरा ग्राभोद्मोग अर्धकायी े भार सीधे ग्राहक को फेचते है औय स्जरा ऩॊचामत। व्माऩायी/तनमाितकों से सीधे सॊऩक हो ि दहतग्रादहमों को 100 एिॊ प्रततशत औय जाने ऩय उन्हें अऩने उत्ऩाद की त्रफक्री एिॊ हाथकयघा उद्मोग प्रधानभॊत्री योज़गाय मोजना प्रतत दहतग्राही रुऩमे 15000/- से 1.25 से विकराॊग औय भदहरा आिेदकों को उद्दे श्म- लशक्षऺत फेयोज़गाय मिकों को ु राख होता