भध्मप्रदे शसॊस्कृतत
है । साभान्म िगि क दहतग्रादहमों को
े
ववऩणन सहामता- लशस्ल्ऩमों
औजाय उऩकयण 75 प्रततशत अनदान
ु
फनकयों को फाजाय भाॊग ि प्रचलरत
ु
कय सकते है ।
ऩय तथा अनसर्चत जातत एिॊ जनजातत
ु ू
डडजाईनों से अिगत कयाने हे तु तनगभ
सॊऩक- हथतलशल्ऩ
क
क
े
द्िाया प्रदे श क फाहय भहानगयों भें तथा
े
विकास तनगभ का थथानीम विकास
अनदान ऩय उऩरब्ध कयामे जाते है ।
ु
विदे शों भें आमोस्जत क्राफ्ट फाजाय एिॊ
कन्द्र मा स्जरा ग्राभोद्मोग अर्धकायी
े
सॊऩक- हथतलशल्ऩ
क
हाथकयघा
प्रदशितनमों भें बागीदायी हे तु रे जामा
स्जरा ऩॊचामत।
विकास तनगभ का थथानीम विकास
जाता है । इन प्रदलशितनमों भें िे अऩना
कन्द्र मा स्जरा ग्राभोद्मोग अर्धकायी
े
भार सीधे ग्राहक को फेचते है औय
स्जरा ऩॊचामत।
व्माऩायी/तनमाितकों से सीधे सॊऩक हो
ि
दहतग्रादहमों
को 100
एिॊ
प्रततशत
औय
जाने ऩय उन्हें अऩने उत्ऩाद की त्रफक्री
एिॊ
हाथकयघा
उद्मोग
प्रधानभॊत्री योज़गाय मोजना
प्रतत दहतग्राही रुऩमे 15000/- से 1.25
से विकराॊग औय भदहरा आिेदकों को
उद्दे श्म- लशक्षऺत फेयोज़गाय मिकों को
ु
राख होता