madhya pradesh sanskriti MARCH 2014 | 页面 23

भध्मप्रदे शसॊस्कृतत जानकायी ऩय फीभा कम्ऩनी द्िाया सॊऩक- ऺेत्रीम क को ककमा जाता है । इस ऺतत क आधाय े अर्धकायी। प्राकृततक आऩदाओॊ जैसे सखा, ओरे ू ऩय ऩात्र कृर्कों को ऺतत की प्रततऩतति ू फरयाभ तार मोजना औय कीट व्मार्ध से होने िारी ऺतत की जाती है । उद्दे श्म- िर्ाि क फह जाने िारे जर े की प्रततऩतति क लरए सहामता दे ना। े ू सम्ऩक- थथानीम क कृवर् की अर्धकतभ भात्रा खेतों भें योककय ऩात्र द्रहतग्राही- ऐसे विथताय अर्धकायी/याजथि अर्धकायी। उससे लसॊचाई कयने क लरमे फरयाभ े पसरों को ऺतत ऩहुॊची है , अर्धसर्चत ू मभट्टी ऩयीऺण कामकक्रभ तार मोजना प्रायॊ ब की गई। ऺेत्र क है औय स्जन्होंने अर्धसर्चत े ू लभ