madhya pradesh sanskriti MARCH 2014 | Page 15
भध्मप्रदे शसॊस्कृतत
वहाॊ, जहाॊ फड़ी सॊख्मा भें फच्चे स्कर से अनमबऻ थे
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डाटा सॊग्रहण औय स्कर जाने/मा न जाने वारों की
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औय साथ ही उन फच्चों क मरए जो कक अऩनी खास
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जानकायी यखने हे तु ग्राभीण मशऺा यजजस्टय / शहयी
ऩये शातनमों की वजह से मशऺा ऩयी नहीॊ कय सकते थे।
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वाडक मशऺा यजजस्टय।
गैय आवासीम भख्म प्रमशऺण कन्द्र :- जहाॊ फच्चे
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स्कर से अरग फच्चों का स्कर रौटने जैसी यणनीतत
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स्थानीम स्तय ऩय मशऺा ऩयी कय सकते है , वहाॊ ऩय मे
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ऩय ध्मान यखते हुए सबी ऩात्र फच्चों को दाखखरा ड्राइव
कन्द्र शरू ककमे गमे थे।
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की सववधा।
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ववश्वव्माऩी रयटें शन यणनीतत
मशऺा चौऩार का आमोजन।
फच्चों को आकवषकत कयने हे तु प्ररोबन :- सबी फच्चों
कबी बी नाभाॊककत न ककमे गमे तथा मशऺा छोड़ने
को भफ्त ऩाठ्मऩस्तक, 2 जोड़ी मतनपॉभक, कऺा 6 क
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वारे फच्चों की ऩहचान।
उन फच्चों को साईककर बें ट जो अऩने आवास से दय
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आकवषकत कयने क मरए स्कर की स्वच्छता – हभायी
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थे, साभाजजक तथा आधथकक रूऩ से कभजोय वगक क
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शारा सन्दय शारा।
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मरए छात्रववत्त मोजना, भध्मान्ह बोजन सववधा ।
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भीडडमा अमबमान।
एसएभसी क मरए प्रेयणा :- सॊऩणक मशक्षऺत ग्राभ
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प्रवेशोत्सव ।
मोजना।
ऩाठ्म ऩस्तकों को ववतयण।
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फच्चों का उच्च स्तय सधायने क मरए :- 100 प्रततशत
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मतनपॉभक औय साईककर क मरए चेक का ववतयण।
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दाखखरा तथा प्रततद्रदन उऩजस्थतत।
‘'ए'' कटे गयी प्रा्त कयने क मरए :- (न्मनतभ मशऺण
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भध्मान्ह बोजन मोजना
स्तय ऩरयबावषत कयने क मरए 90 प्रततशत ववद्माथी)
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नाभाॊकन भे वद्धध कय, रयट ें शन औय उऩजस्थतत क
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– रू. 5000/- प्रतत कऺा।
भाध्मभ से औय साथ ही स्कर भें फच्चों क मरए
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‘'फी'' कटे गयी प्रा्त ् कयने क मरए :- (न्मनतभ मशऺण
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ऩोषण को ध्मान भें यखते हुए मशऺा क ववश्वव्मावऩता
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स्तय ऩरयबावषत कयने क मरए 80 प्रततशत ववद्माथी)
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को फढावा दे ने हे तु इस मोजना का उद्दे श्म यखा गमा।
– रू. 2500/- प्रतत कऺा।
मरॊग तनष्ऩऺता ऩय प्रभखता से पोकस
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स्कर चरें हभ अमबमान
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भौमरक स्तय ऩय रड़ककमों की मशऺा क मरए याष्रीम
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भजध्मप्रदे श शासन ने ‘'स्कर चरें हभ अमबमान'' मह
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कामकक्रभ (एनऩीईजीईएर) ।
सतनजश्चत कयने हे तु चरामा कक मशऺा क भहत्व का
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उद्दे श्म
सॊदेश प्रत्मेक ऩरयवाय औय व्मजक्तमों तक ऩहुॊचे, ताकक
रड़ककमों क मरए भौमरक मशऺा ऩहुॊच उऩरब्ध कयाने
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सबी भाता-वऩता उनक फच्चों को स्कर बेजें। एक जन
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हे तु सववधाओॊ को ववकमसत कयना औय फढावा दे ना।
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आॊदोरन ‘स्कर चरें हभ' क रूऩ भें शरू ककमा गमा,
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स्करी मशऺा प्रणारी भें रड़ककमों को रयटें शन
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जजसभें सभाज क सबी वगों ने मह सतनजश्चत कयने
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(यखवारी) की सववधा प्रदान कयना।
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हे तु बाग मरमा कक सबी फच्चों को तनममभत रूऩ से
मशऺा क ऺेत्र भें भद्रहराओॊ औय रड़ककमों की
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स्करों भें बती ककमा जा यहा है । स्कर चरें हभ
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अधधकतभ बागीदायी सतनजश्चत कयना।
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अमबमान की प्रभख गततववधधमाॊ इस प्रकाय है :ु
मशऺा की गणवत्ता भें सधाय कयना।
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डोय टू डोय सॊऩक अमबमान। मह सवेऺण 0 से 14 वषक
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रड़ककमों क सशजक्तकयण हे तु उनकी मशऺा की
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तक क वगक क फच्चों को शामभर कयता है ।
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गणवत्ता औय सॊफधधत प्रासॊधगकता ऩय जोय दे ना।
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नाया मरखना।
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