madhya pradesh sanskriti MARCH 2014 | Page 14

भध्मप्रदे शसॊस्कृतत ऩरयवतकन सपरताऩवक कऺा सॊफधी प्रकक्रमाओॊ भें शरू ॊ ू क ु नक्शे, ककसी ऩाठ की मोजना फनाने क काभ आता है े ककए गए थे| औय साथ ही मह फच्चों की अवधायणा शजक्त को फच्चों को उनकी अभ्मास ऺभता क अनसाय सीखने े ु फढाने हे तु एक अधग्रभ आमोजक का बी काभ कयता की स्वतॊत्रता है । है । प्रथभ चयण भें एएरएभ को ऩये याज्म बय भें ू फच्चे ववमबन्न गततववधधमों द्वाया सीखे। प्रायॊ ब ककमा गमा था औय अफ मह हय जजरे क तीन े फच्चें अऩने स्तय ऩय सीखने का प्रमास कयें । ववकासखण्ड तक फढा द्रदमा गमा है । भल्टीॊ ग्रेड औय फहुस्तायीम मशऺण व्मऩवस्था सॊबव की गमी है । कछ प्रभख कामकक्रभ सवक मशऺा अमबमान ु ु ववमबन्न तयह की गततववधधमों औय खेर क भाध्मभ से े सवक मशऺा अमबमान क भख्म उद्दे श्म तनम्नमरखखत है ; े ु अभ्मास कयाते हुए आनॊददामक मशऺण दे ना सॊबव सबी फच्चों का स्कर क मरए नाभाॊकन। े ू ककमा गमा है । उच्च प्राथमभक स्तय तक क सबी फच्चों का रयटें शन। े ऩयीऺा क डय को दय कयने हे तु भल्माॊकन की एक े ू ू प्राथमभक तथा उच्च प्राथमभक स्तय क फच्चों भें े प्रणारी को अऩनामा गमा है । अभ्मास उऩरजब्ध सॊफधी भहत्वऩणक फढोत्तयी सतनजश्चत ॊ ू ु फच्चों ऩय आवश्मकतानसाय ध्मान दे ने क मरए मशऺक े ु कयना। क ऩास अवसय है । े सवकव्माऩीकयण ऩहुॊच फच्चों से स्कर फैग का फोझ फहुत दय ककमा गमा है । ू ू प्रत्मेक तनवासस्थान क 1 ककरोभीटय क बीतय 6 से े े फच्चों क मरए अभ्मास कयने हे तु फहुत अवसय है । े 11 वषक तक क वगक क 40 फच्चों की उऩजस्थतत क े े े अभ्मास हे तु साथी वगक फढामा गमा है । साथ प्राथमभक मशऺा सववधा उऩरब्ध कयाने क मरए े ु अभ्मास हे तु प्रचुय भात्रा भें साभग्री तथा उनका उऩमोग याज्म शासन नीतत। कयना सतनजश्चत ककमा गमा है । ु इसी प्रकाय उच्च प्राथमभक मशऺा सववधा, तनवास ु फच्चों क मरए अनकर कऺाएॊ गततववधध औय े ु ू स्थान क 3 कक.भी. क बीतय, जजसभें कक 12 फच्चे े े वातावयण। जो 5 वी कऺा उत्तीणक कय चुक हों। े मशऺक ऩणक रूऩ से फच्चों क साभने आने वारी े ू स्कर से फाहय क भाहौर क मरए यणनीतत े े ू कद्रठनाईमों का साभना कयने ह