पी
क
े
–
(अंश)
-
क आधार पर
े
इन
ने
क बाद
े
क
े
का
1933-34
बन गये।
बी
“कॉमरे ड पी सु
क
े
जो काम
भारतीय
ने
बन पाया। पीएस,
क
े
क
े
वह उनक महान
े
पर अपनी
, सब कछ क ऊपर
ु
े
क
े
लड़ते रहे और इस महान योगदान क कारण कॉमरे ड पी
े
क
े
ढाँचे का
पर अनुशासन रखने
है
क
े
का
यह एक ऐसा
लड़ाई
था
थे।
और
योगदान
तादाद
क सामंती व सामािजक
े
जाने क कारण
े
उन
पी
और
और
क
े
इससे, तीन
एक
तक
तक
क
े
बनने क बाद, संगठन क
े
े
क
े
इस
संगठन पर पी
गई इसका
ढाँचे को ऐसा बना
से एक हो।
संगठन
“
बना पाने
हमने
है िजसक
े
को
जो
:
व
टु कड़ी क
े
हमले
क
े
रह पाता है ।
गये एवं इस
को
छोड़ दे ना चाहते
का
को
को गंभीर
का
“
, िजसे
करता है
उ
जाय।
ने
:
को इसक लड़ाक तेवर
े
ु
“
होगा।
से कमजोर
का
है :
क सभी
े
क
े
पा
तय
कर दे गी।
वे
और
करते रहते
को
का
मज़दूर
है , और
क
े
से
एवं लागू
,
से
क
े
दे ता है और
,
को मौजूदा
”
करती ,
ता को
का अगुआ
क
े
,
और सार
पर
जाने प जोर डाला, तथा जो आज सभी
हो चुका है ,
क
े
चुनी
गई
िजस
कहा गया
कहता है :
को संभालने का
दे
जा सकता है , पर वे इस
को पालते रहते
गया।
है ।
तक उतार
था।
है और 1964
-
क तौर पर
े
ने
है इस कमी को दूर करने क
े
संगठन को
क
े
चुने गये।
हो गया।
एवं एम
है और इससे भागा
बनाये रख सकता है और एक
का
चुकता करना
संग़ठन
तथा
क
े
थी। पर सीपीआई(एम)
चलाई जा सक और जो सामािजक
े
यह एक
बना दे ती
यह भी कहा गया
वापस
क
े
आगे
का
को लड़ाक या
ु
करता है जो
लड़ाकओं क
ु
े
एवं
’ पी
एवं
मान कर पूरा करना
क
े
लड़ाई चलाई जा
तरह
और एक तरह से इस
: समय क
े
का
संगठन क उन
े
व
क
े
सामंती
क महास
े
इस गंभीर असफलता से हमने एक झटक
े
तौर पर तो मानते
क आधार
े
क
े
क
े
था। एक
संगठन पर हमारा
क मान और
े
अलग होने क बाद भी यह हमारे बीच मौजूद है । एक
े
से कई ऐसे
को समझा और
ने, जमीन पर अपने
था:
का
अनुशासन क
े
) बनी,
छाप है ।
क इस
े
क
े
मजदूर बड़ी
एवं
‘
कहता है :
बनाने क
े
“
और
ने सीधे तौर पर तेलंगाना
उठा
क
े
पहलु को
क असाधारण नेता बने।”
े
पर संशोधनवाद क
े
एवं
क अवधारणा
े
करते हु ए
क
े
को
गया
1967
दे ते हु ए इस
(
एवं
ध मार चुक
े
भारतीय
ने इस
तक पहु ँ च पाया।
संशोधनवाद से अलगाव क बाद जब भारत
े
1964
पी
से एक है । मेरठ
करात
एवं
बचाये रख सकता है ।”
को संगठन का,
का
है जो
को बहु मत का,