LOK JANWAD (Trial Version) Oct, 2014 | Page 5

पी क े – (अंश) - क आधार पर े इन ने क बाद े क े का 1933-34 बन गये। बी “कॉमरे ड पी सु क े जो काम भारतीय ने बन पाया। पीएस, क े क े वह उनक महान े पर अपनी , सब कछ क ऊपर ु े क े लड़ते रहे और इस महान योगदान क कारण कॉमरे ड पी े क े ढाँचे का पर अनुशासन रखने है क े का यह एक ऐसा लड़ाई था थे। और योगदान तादाद क सामंती व सामािजक े जाने क कारण े उन पी और और क े इससे, तीन एक तक तक क े बनने क बाद, संगठन क े े क े इस संगठन पर पी गई इसका ढाँचे को ऐसा बना से एक हो। संगठन “ बना पाने हमने है िजसक े को जो : व टु कड़ी क े हमले क े रह पाता है । गये एवं इस को छोड़ दे ना चाहते का को को गंभीर का “ , िजसे करता है उ जाय। ने : को इसक लड़ाक तेवर े ु “ होगा। से कमजोर का है : क सभी े क े पा तय कर दे गी। वे और करते रहते को का मज़दूर है , और क े से एवं लागू , से क े दे ता है और , को मौजूदा ” करती , ता को का अगुआ क े , और सार पर जाने प जोर डाला, तथा जो आज सभी हो चुका है , क े चुनी गई िजस कहा गया कहता है : को संभालने का दे जा सकता है , पर वे इस को पालते रहते गया। है । तक उतार था। है और 1964 - क तौर पर े ने है इस कमी को दूर करने क े संगठन को क े चुने गये। हो गया। एवं एम है और इससे भागा बनाये रख सकता है और एक का चुकता करना संग़ठन तथा क े थी। पर सीपीआई(एम) चलाई जा सक और जो सामािजक े यह एक बना दे ती यह भी कहा गया वापस क े आगे का को लड़ाक या ु करता है जो लड़ाकओं क ु े एवं ’ पी एवं मान कर पूरा करना क े लड़ाई चलाई जा तरह और एक तरह से इस : समय क े का संगठन क उन े व क े सामंती क महास े इस गंभीर असफलता से हमने एक झटक े तौर पर तो मानते क आधार े क े क े था। एक संगठन पर हमारा क मान और े अलग होने क बाद भी यह हमारे बीच मौजूद है । एक े से कई ऐसे को समझा और ने, जमीन पर अपने था: का अनुशासन क े ) बनी, छाप है । क इस े क े मजदूर बड़ी एवं ‘ कहता है : बनाने क े “ और ने सीधे तौर पर तेलंगाना उठा क े पहलु को क असाधारण नेता बने।” े पर संशोधनवाद क े एवं क अवधारणा े करते हु ए क े को गया 1967 दे ते हु ए इस ( एवं ध मार चुक े भारतीय ने इस तक पहु ँ च पाया। संशोधनवाद से अलगाव क बाद जब भारत े 1964 पी से एक है । मेरठ करात एवं बचाये रख सकता है ।” को संगठन का, का है जो को बहु मत का,