वयक्ततव
भारत के प्रखर राष्ट्रवादी बाबासाहब डा. भीम राव आंबेडकर
क्नमता्णतता डता. भरीम रता्व आंबेडकर
संक््वधतान
को जतानने और समझने करी सबसे बड़ी
सरीमता यह रहरी है क्क यता तो उनकरी अनदेखरी करी गई यता क्फर उनकरी पूजता करी गई । अक्धकतर लोग ऐसे हैं, क्जन्होंने बताबता सताहब के जरी्वन के क्कसरी एक पहलू को उनकता पूरता स्वरूप मतान क्लयता और उस टुकड़े में हरी ्वह बताबता सताहब कता समग् क्चंतन तलताशते रहे । इसके क््वपररीत बताबता सताहब के लोकजरी्वन कता क््वस्तार इतनता बड़ा और क््वशताल है क्क उसके क्कसरी एक खंड करी क््वशतालतता से क््वससमत होनता क्बलकुल मतुमक्कन है । कई लोग इस बतात से चक्कत हैं क्क अछूत परर्वतार में पैदता हतुआ एक बच्चा अपने दलौर कता सबसे बड़ा क््वद्वान कैसे बन गयता? कोई कहतता है क्क बताबता सताहब संक््वधतान क्नमता्णतता थे, जोक्क ्वह थे । कुछ लोगों करी नजर में बताबता सताहब अपने दलौर के सबसे बड़े अर्थशास्त्री थे, क्जनके अधययन के आलोक में भतारतरीय रिज्व्ण बैंक करी स्थापनता हतुई, भतारतरीय मतुद्रता और रताजस्व कता क्जन्होंने क््वस्तार से अधययन क्कयता ।
कई लोगों करी नजरों में बताबता सताहब दक्लत उद्धतारक हैं, तो कई लोग क्हंदू कोड क्बल के रचनताकतार के रूप में उन्हें ऐसे शखस के रूप में
30 twu 2025