धर्म, जताक्त यता ्वग्ण, नसल यता रताषट्ररीयतता, सकूल / कतालेज में भताग लेने और पढ़ने और क्लखने में सषिम होने से संबंक्धत आंकड़ों को जतुितायता गयता । इसके बताद 1881 करी जनगणनता, जो जनगणनता आयतुकत डबलयू. सरी. पलोडेन द्वारता करताई गई, में क्हंदतुओं से उनकरी जताक्त और अन्य मतामलों में संप्रदताय के बतारे में जतानकताररी प्रतापत करी गई । 1891 में मतुखय धर्म करी जताक्त यता नसल और जताक्त यता नसल के उपक््वभताजन के बतारे में आंकड़ें क्लए गए । इसरी तरह तरीसररी जनगणनता( 1901) में के्वल क्हंदतुओं और जैक्नयों करी जताक्त दर्ज करी गई और अन्य धर्म के मतामले में जनजताक्त यता नसल कता नताम दर्ज क्कयता गयता थता । 1911 करी जनगणनता में धर्म के स्वताल के सताथ-सताथ ईसताइयों के संप्रदताय कता भरी पतता लगतायता गयता ।
1921 करी जनगणनता में ईसताइयों के संप्रदताय
को हिताकर सभरी से जताक्त, जनजताक्त यता नसल के बतारे में जतानकताररी एकत् करी गई, चताहे उनकता धर्म कुछ भरी रहता हो । 1931 करी जनगणनता में क्फर से धर्म और जताक्त के सताथ संप्रदताय को जोड़ा गयता और यह आक्खररी व्यापक जताक्तगत जनगणनता थरी, क्जसमें सभरी जताक्तयों को शताक्मल क्कयता गयता । यतुद्ध करी प्रक्तकूल परिस्थितियों में हतुई 1941 करी जनगणनता के आंकड़ों को जताररी नहीं क्कयता गयता । यहतां ध्यान देने ्वतालता क्बंदतु यह भरी है क्क 1931 करी जताक्तगत जनगणनता के आंकड़ों कता उपयोग मंडल आयोग ने अपने क्पछड़ता ्वग्ण( ओबरीसरी) आरषिण के क्लए क्कयता थता । इसके सताथ हरी 1931 में जताक्त को क्हंदू धर्मग्ंथों में उल्लिखित चतार वर्णों में शताक्मल करने करी कुक्िल प्रयतास क्कयता गयता और अंग्रेज़ी सरकतार ने ब्राह्मण, षिक्त्य, ्वैशय और क्डप्रेशड क्लास कता उललेख क्कयता थता । कतालतांतर में डता.
भरीमरता्व आंबेडकर ने उसरी क्डप्रेसड शबद कता मरताठरी भताषता में अनतु्वताद कर दक्लत शबद क्दयता ।
जाति गणना ने बांट दिया हिन्दू समाज
1881 से लेकर 1931 तक ब्रिक्िश सरकतार ने क्हन्दतुओं को जताक्त के आंकड़ों में बतांटकर उन्हें अनतुसूक्चत जताक्तयों और जनजताक्तयों में क््वभकत कर क्दयता, क्जसने भतारतरीय समताज को बतांटने और जताक्त करी पहचतान को मजबूत करते हतुए सतामताक्जक-रताजनरीक्तक क््वभताजन को बढ़ायता । ब्रिक्िश सरकतार ने देश में जताक्तगत जनगणनता के मताधयम से क्हन्दू समताज को जताक्तगत आधतार पर बतांट कर अपनरी सत्ता को बनताए रखने कता कताम क्कयता । तत्कालरीन समय में जताक्तगत जनगणनता के परीछे ब्रिक्िश सत्ता कता उद्ेशय जताक्तगत आकूंड़ों के आधतार पर अपनरी प्रशतासक्नक और सैन्य संरचनता को मजबूत करनता थता, क्जसकता लताभ रताजस्व हताक्सल करने के सताथ हरी जनसंख्या अनतुरूप शतासन और प्रशतासन को लतागू करने में क्मलता ।
1951 में स्वतंत् भतारत करी पहलरी जनगणनता के समय तत्कालरीन प्रधतानमंत्री ज्वताहरलताल नेहरू के नेतृत्व ्वतालरी सरकतार ने अनतुसूक्चत जताक्तयों( एससरी) और अनतुसूक्चत जनजताक्तयों( एसिरी) को छोड़कर जताक्त गणनता को बंद करने कता क्नण्णय क्लयता । ्वतास्तव में कहने के क्लए यह क्नण्णय जताक्तगत आधतार पर समताज में होने ्वताले क््वभताजन ए्वं रताषट्ररीय एकतता में बताधता उतपन्न होने करी दृसषि से क्लयता गयता, लेक्कन 1961 में नेहरू सरकतार ने रताजयों को जताक्त आधतारित सर्वेषिण करी अनतुमक्त दे दरी, क्जसकता उद्ेशय अन्य क्पछड़ा ्वग्ण( ओबरीसरी) करी सूक्चयतां तैयतार करने कता थता, लेक्कन इस आदेश ने पूरे देश भर में जताक्तगत भेदभता्व बढ़ताने कता कताम क्कयता । 2011 में प्रधतानमंत्री मनमोहन क्संह के नेतृत्व ्वतालरी कतांग्ेस गठबंधन( यूपरीए) सरकतार ने आम जनगणनता के सताथ सतामताक्जक-आक्थ्णक और जताक्त जनगणनता करताई, लेक्कन आंकड़े सता्व्णजक्नक नहीं क्कए गए ।
twu 2025 11