जनकृ ति अंिरराष्ट्रीय पतिका / Jankriti International Magazine( बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की 125वीं जयंिी पर समतपिि अंक)
ISSN 2454-2725
जनकृ ति अंिरराष्ट्रीय पतिक
( बाबा साहब डॉ. भीमराव
ईश मिश्र
11 फरवरी 2016 को कु छ कु ख्यात चैनलों पर जेयनयू में तथा-कथथत देशद्रोही नारेबाजी के फजी वीथडयो के
प्रसारण के अधार जेयनयू पर पुथलस की दमनात्मक का रवाइ तथा मोदी सरकार के मंथियों और मोदी भक्तों के अक्रामक दुष्प्प्रचार के बाद लंबे समय से मीथडया तथा सोसल मीथडया की सुथखरयों में रहने से जाथतवाचक संज्ञा – संस्था-- से भाववाचक संज्ञा – थवचार में जेएनयू का संक्रमण हो गया है. जी हां जेयनयू थनथित रूप से एक थवचार है-
- लोकताथरिक शैक्षथणक संस्कृ थत का थवचार-- जो छािों को तथ्य-तकों के अधार पर यथाथर की वैज्ञाथनक समझ थवकथसत करने तथा ईस समझ की ऄथभव्यथक्त के साहस थनमारण का समुथचत पररवेश प्रदान करता है. वाद-थववाद,
थवचार-थवमशर की बुथनयाद पर खडी यह संस्कृ थत जेयनयू की ऐथतहाथसक थवरासत है थजसे मौजूदा छािों ने गौरवाथरवत थकया है. जेयनयू का राथिकालीन बौथिक जीवन ज्ञान-प्रथक्रया का ईतना ही महत्वपूणर थहस्सा है थजतना थदन का. जी हां जेयनयू एक थवचार है – द्वंद्वात्मक सवाल-दर-सवाल, ऄपनी सोच के संस्कार से शुरू कर हर बात पर सवाल की
थनरंतरता की प्रगथतशील ज्ञान-मीमांसा का थवचार. जेयनयू एक थवचार है जो मानता है थक थकसी भी ज्ञान की कु ं जी सवाल है, आसथलए कु छ भी सवाल से परे नहीं है न भगवान, न मार्कसर न मोदी सरकार और न ही देशभथक्त के अवरण
ब्राह्मणवाद. जेयनयू एक थवचार है थमथ के ऄनावरण से आथतहासबोध का. फासीवादी थनरंकु शता की थवचारधारा के पोषक संघ संप्रदाय तथा भूमंडलीय पू ंजी को मुल्क थगरवी रखने को ऄथतईत्साथहत मोदी सरकार को ब्राह्मणवाद तथा सरकार को बेनकाब करने के सवाल नागवार लगना ही था और ईरहोने जेयनयू धावा बोल कर ऄपने ऄंत की शुरुअत कर दी. जनतांथिक शैक्षथणक संस्कृ थत का थनमारण सावरजथनक सभाओं, थफल्म प्रदशरन तथा ऄरय सांस्कृ थतक काक्रर मों के अयोजन, 24 घंटे खुले रहने वाले पुस्तकालय का सामाजाकरण, ढाबों की ऄड्डेबाजी की सजरनात्मक बहसों की
ऄनवरत परंपरा का पररणाम है. आस थवचार की जमीन अरयसयस जैसे पुराणपंथी संगठनों की जीवन रेखा, भथक्तभाव तथा ऄंध ऄनुशरण की
प्रवृथि के प्रजनन के प्रथतकू ल है. आसथलए शुरू से ही यह अरएसएस जैसे दथक्षणपंथी ईग्रवादी संगठनों की अंख की थकरथकरी बना रहा है. कें द्र सरकार की शह पर ब्राह्मणवादी ताकतों द्वारा रोथहत वेमुला की संस्थानात्मक हत्या के थवरोध का ऄड्डा बनते ही दथक्षणपंथी ईग्रवाद के संथचत रोष का घढा फू ट गया. ऄरयाय के थवरुि प्रथतरोध के आस ऄड्डे को सरकार ने आसे देशद्रोह का ऄड्डा घोथषत कर धावा बोल थदया तथा संघी भोंपू अक्रामक दुष्रचार में जुट गये. हमले के तुरंत बाद गृहमंिी राजनाथ थसंह तथा रोथहत वेमुला की संस्थानात्मक हत्या की प्रमुख थकरदार, मानव संसाधन मंिी के बयानों की बौखलाहट से स्पष्ट है यह हमला पूवरथनयोथजत था. जैसे गोधरा के प्रायोजन से गुजरात में
कोहराम मचाकर समाज के सांप्रदाथयक ध्रुवीकरण से मोदी ने सिा हाथसल की थी वही प्रयोग जेयनयू पर दोहराने की कोथशस की. गुजरात में थहंदुत्व पर खतरे का हौव्वा खडा थकया था तो जेयनयू में राष्प्रवाद पर. ऄजीब बात है,
पतनशील ब्राह्मणवाद जब खतरे में होता है तो कभी थहंदुत्व बन जाता है तो कभी राष्प्रवाद. लेथकन जेयनयू तो थवचार है, थवचार दबता नहीं, मरता नहीं, आथतहास रचता है. जैसा थक जगजाथहर हो चुका है, एबीवीपी, अइबी तथा सरकारी
रखैल ऄफवाहबाज चैनलों की मदद से 9 फरवरी 2016 को कश्मीर पर एक सांस्कृ थतक कायरक्रम में देशद्रोही नारों के फजी वीथडओ के आस्तेमाल से जेयनयू के क्रांथतकारी थवद्याथथरयों पर देशद्रोह का ठप्पा मढ थदया. थफर भी प्रधानमंिी समेत संघ पररवार के सभी प्रवक्ता गोबेल्स की त्र पर, जेएनयू के छािों द्वारा भारत की बरबादी की नारेबाजी का झूठ
लगातार दोहरा रहे हैं. संथवधान के प्रथत थनष्ठाव थलए, जनता पर ्ुल्म से लडने के थलए, मुल्क वाले.
बचपन से ही वंदे मातरम् तथा भारत म तथा अरएसएस के ऄरय धडों ने आसे ऄल्पस बना थदया है । धाथमरक भावना पर खतरे की ज की बैठक में प्रधानमंिी मोदी ने जेएनयू के संद प्रकारांतर से यह भी कहा थक भारत माता थक ऄवधारणा अम जन के ऄथर में दी गइ नेहरू थिशूल है और दूसरे में भगवा झण्डा. ईनके
गौरतलब है थक संथवधान में कहीं भी राष्प्रवाद नारे के ईच्चारण के थलए दबाव डालना ईस ऄथधकार का ऄथतक्रमण है. प्रधानमंिी समेत प्रार्ककथन की भवना का ऄपमान है जो भारत मोदी जी को यथद संवैधाथनक जनतंि के आथतह
हाब्सबाम ने कहा है थक संवैधाथनक राज्य में स ऄथभव्यथक्त और सभा करने के संवैधाथनक ऄ ऄतः देशद्रोह. जेएनयू हुडदंग का जवाब तकर
हाल में ऄरुण जेटली ने दावा थकया थक ए
हमले तथा संघ के थनराधार दुषप्रचार की हुए, जेटली का दावा थखथसयानी थबल्ली के ख
के वक्तव्यों को पढ-सुन कर लगता है थक भाज स्थाथपत हो गइ थी थक तथाकथथत राष्प्रवादी फै लाकर समाज में ऄशांथत फै लाने वाले चैन ऄलापते जा रहे हैं. मोदी को देश के थलए भग ऄथतवामपंथी-माओवाथदयों की का रवाइ लग राष्प्रवाद की कक्षाएं कर रहे है. यह एक ब
ब्राह्मणवाद के थवरुि आस थनणारयक सांस्कृ थतक मुख्यालय नागपुर में थवशाल जनसमुदाय क थखथसयाहट में एबीवीपी वालों ने ईसपर हमल फें कने को कहा थजससे वे थकसी के काम अ स
भाजपा की ईपरोक्त राष्प्रीय कायरकारर में थवचारधारात्मक युि पर ध्यान के थरद्रत गु ंडागदी, गाली-गलौज तथा वैचाररक थवरोथध
Vol. 2, issue 14, April 2016. व ष 2, अंक 14, अप्रैल 2016. Vol. 2, issue 14, April 2016.