Jankriti International Magazine/ जनकृसत अंतरराष्ट्रीय पसिका
ISSN: 2454-2725
समय है। इन दो वर्षों में मोदी जी को 2014 में मकए
गए वादों को प ि ू ा करने की मदशा में ग भ ं ीरता से काय
करना चामहए। देश के सभी वगों मवशेर्ष तौर पर मनम्न
वगा को ध्यान में रखकर योजनाओ ं पर काया करें ।
जनकृ मत का वतामान अ क
ाई- मसतंबर सय ंक्त
ज ल
अ क
है। मवगत कुछ समय से कुछ कारिों से जनकृ मत
के प्रकाशन में मदक्कत हुई परंतु हम अपने पाठकों को
मवश्वास मदलाते हैं मक आगामी अ क
समय पर
प्रकामशत मकये जाएँग । े जनकृ मत के इस अ क
में हमन
सामहत्य, कला, समाज, ज्ञान-मवज्ञान, मीमडया इत्यामद
क्षेत्रों के मवमवध मवर्षयों को स्थान मदया है। यह अ क
मवर्षय मवमवधता को ध्यान में रखकर प्रकामशत मकया
गया है।
पाठकों को स म ू चत करते हुए यह हमें प्रसन्नता हो रही
है मक जनकृ मत को य ज ू ीसी की मानक पमत्रका स च ू ी म
शाममल मकया गया है इससे प व ू ा जनकृ मत मवश्व के दस
से अमधक ररसचा इ ड ं ेक्स में शाममल है। पमत्रका म
ग ि ु वत्ता को ध्यान में रखते हुए मनरंतर बदलाव मकए
जा रहे हैं अतः आप भी हमें अपने स झ ु ाव दे सकते हैं।
इसके अमतररक्त जनकृ मत की इकाई मवश्वमह द ं ीजन स
मवगत एक वर्षों से महन्दी भार्षा सामग्री का स क
लन
मकया जा रहा है साथ ही प्रमतमदन पमत्रकाओ , ं लेख ,
रचनाओ ं का प्रचार-प्रसार मकया जाता है। जनकृ मत की
है एक अन्य इकाई कलास व ं ाद से कलाजगत की
गमतमवमधयों को आपके समक्ष प्रस्त त ु मकया जा रहा
है साथ ही कलासंवाद पमत्रका का प्रकाशन भी मकया
जा रहा है।
धन्यवाद
-कुमार गौरि समश्रा
Vol. 3 , issue 27-29, July-September 2017.
वर्ष 3, अंक 27-29 जुलाई-सितंबर 2017