Jankriti International Magazine/ जनकृसत अंतरराष्ट्रीय पसिका
ISSN: 2454-2725
अ त ं रराष्ट्रीय ख्याती के एक मवद्वान राजनमयक डा.
स्मेकल ने कहा था मक “भारतवामसयों से बातें करत
हुए मह द ं ी मनरंतर मेरे समीप रही संपका भार्षा के रूप में”
Vol. 3 , issue 27-29, July-September 2017.
वर्ष 3, अंक 27-29 जुलाई-सितंबर 2017