समृवत शेष
एक परोपकारी चि ंतन का अंत
बहुमुखी प्वतभा के धनी होने के कारण सि . कृषण कुमार सोनकर शासत्ी ' किशन जी ' ने सार्वजनिक जीवन में विभिन्न दायितिों का निर्वहन किया । उनके सहयोग से सैकड़ों लोगों के जीवन में सकारातमक बदलाव आया । वाराणसी सस्त पूर्वांचल की सबसे बड़ी फल सब्जी मंडी पहावड़या के वह निरंतर अधयक् पद पर आसीन रहे । अभी कुछ दिन पदूि्श ही उनिें लोगों के भारी आग्रह पर मंडी के अधयक् का पद एक बार और सिीकार करना पड़ा ।
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खयात समाज सेवी जनता की आवाज गरीबों और दलितों शोषितों एवं आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के मित्र सवगथीय श्ी कृषण कुमार सोनकर शासत्री किसन जी का गत दिसंबर को 72 वर्ष की आयु में आककसमक निधन हो गया । उनके निधन पर प्धानमंत्री श्ी नरेनद्र मोदी जी ने शोक वयकत करते हुए लिखा कि इस कठिन घड़ी में उनकी
संवेदनाएं उनके परिवार के साथ है ।
कृषण कुमार सोनकर शासत्री जी अपने पांच भाइयों में दूसरे नंबर पर थे । सव . किशन जी के सबसे बड़े भाई एवं वरिषि नेता सवगथीय श्ी राजनाथ सोनकर शासत्री पूर्व सांसद और एक भाई राषट्रीय प्वकता एवं वरिषि भाजपा नेता डलॉकटर विजय सोनकर शासत्री पूर्व सांसद उनके सबसे छोटे भाई हैं । सव . किशनजी के दो और छोटे भाई जिनमें एक
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