समृवत शेष
श्द्धांजली अर्पित किया । शोक-सभाओं में , मुखालनि के समय गंगा घाट पर एवं पार्थिव शरीर की शमशान यात्रा के समय “ किशन नेता अमर रहे ” के नारे भी लगाए गए ।
आज सव . किशन नेता जी के विरासत को उनके छोटे भाई श्ी विनोद सोमवार शासत्री सँभाल रहे हैं । पहलड़या प्गतिशील फल-सबजी समिति ने उनहें किशन जी के सपनों को साकार करने का दायितव सौंपा है । सवगथीय कृषण कुमार सोनकर किशन जी को सच्ची श्द्धांजली उनके द्ारा प्िलश्षत पथ का अनुसरण करना ही होगा । �
tuojh 2025 13