Jan 2023_DA | Page 45

षिेत्ीय दलों ने अपनाया आक्ामक रूख
बिहार , ्यू्परी व हरर्याणा जैसे राज्यों में षिेत्री्य दल काफरी मजबूत मसथकत में हैं और उनकरी राजनरीकत हरी जाति ्पर आधारित है । वैसे ररी देश करी राजनरीकत में क्पछड़े वर्ग का दखल बढ़ा है । एक अनुमान के मुताबिक बिहार में ओबरीसरी करी आबादरी 26 प्कतशत है । नरीतरीश कुमार करी ्पाटटी जेडरी्यू को अति क्पछड़री वर्ग करी जाकत्यों के अलावा ओबरीसरी में ्यादव को छोड़ अन्य जाकत्यों का साथ मिलता रहा है , हालांकि 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में ्यह तरीन नंबर ्पर आ गई । इधर , राजद ररी 2020 में मिले वोट को एकजुट रखना चाहता है , इसलिए अ्पने जनाधार में जद्यू करी सेंध से बचने के लिए ओबरीसरी का सच्ा हितैिरी बनने करी जुगत में है ।
राजद प्मुख लालू प्साद ्यादव ने ररी जातिगत जनगणना को लेकर बड़ा दांव खेल कद्या है । उनहोंने कहा है कि अगर 2021 में जातरी्य जनगणना नहीं होगरी तो बिहार हरी नहीं , देश के सररी क्पछड़ों-अति क्पछड़ों के अलावा दलित व अल्पसंख्यक समाज के लोग जनगणना का बहिष्कार कर सकते हैं । बिहार विधानसभा में नेता प्कत्पषि तेजस्वी ्यादव कहते हैं , " 90 साल से विभिन्न जाकत्यों करी आबादरी के बारे में सटरीक जानकाररी नहीं है । कमजोर वगगों करी उन्नति संबंधरी साररी नरीकत्यां ्पुराने आंकड़ों के आधार ्पर बनाए जा रहे हैं , जो कतई उचित नहीं कहा जा सकता ।"
भाजपा की नीयत साफ , सोच स्पष्ट भारतरी्य जनता ्पाटटी ( बरीजे्परी ) जो कररी
सवरगों तथा बकन्यों करी ्पाटटी समझरी जातरी थरी , अन्य जाकत्यों में अ्पना जनाधार बढ़ा चुकरी है । इसलिए वह अब अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के साथ ओबरीसरी को लामबंद करना चाहतरी है । साथ हरी बरीजे्परी गररीब सवरगों को आरषिर व जनसंख्या कन्यंत्र जैसे कानून के सहारे हिंदुओं को एकजुट करने करी कोशिश ररी कर रहरी है । भाज्पा का रूख जातरी्य जनगणना ्पर साफ है ।
राज्यों तथा केंद्र शासित प्देशों को ओबरीसरी करी सूिरी बनाने का अधिकार देने वाले विधे्यक को राज्यसभा में ्पास कराने के ्पहले ्यह साफ कर कद्या कि फिलहाल जाति जनगणना कराने का कोई इरादा नहीं है और न हरी 2011 के जाति जनगणना के आंकड़ों को सार्वजनिक कक्या जाएगा । आरएसएस ररी जातिगत जनगणना का विरोध करता रहा है । हालांकि , बिहार भाज्पा इकाई में ररी अब जातरी्य जनगणना के सवर उभरने लगे हैं । भाज्पा कोटे से राजसव व भूमि सुधार मंत्री बने रामसूरत रा्य ने कहा कि जातरी्य जनगणना ररी हो और जनसंख्या कन्यंत्र कानून ररी बने । शा्यद ्यहरी वजह है कि प्देश बरीजे्परी अध्यषि डॉ संज्य जा्यसवाल ने ररी कहा कि जातरी्य जनगणना के सररी ्पहलुओं ्पर केंद्र सरकार विमर्श कर रहरी है , इसके बाद इस ्पर कोई निर्भ्य लि्या जाएगा ।
्यानरी समग्रता में समझें तो जातरी्य जनगणना तथा जनसंख्या कन्यंत्र कानून के मुद्े ्पर एनडरीए में नूरा-कुश्ती जाररी है । जानकारों का मानना है कि जनसंख्या कन्यंत्र कानून भले हरी हाशिए ्पर जा सकता है किंतु जातरी्य जनगणना का जिन्न तो राजनरीकतक दलों को सताता हरी रहेगा , क्योंकि भारतरी्य समाज में जाति का वजूद जलद खतम होता नहीं दिख रहा है । वैसे ररी , देश के अखबारों में छ्पने वाले वैवाहिक कवज्ञा्पन देख िरीकजए । लोग 21वीं सदरी में ररी अ्पनरी हरी जाति के वर-वधू ढूंढते हैं । जाति समाज ्पर किस हद प्रावरी है , इसे समझने को ्यह काफरी है । फिर राजनरीकत इससे अछूतरी कैसे रह सकतरी है । �
tuojh 2023 45