के लिए दलितों ्पर होने वाले अत्याचार और उत्परीड़न के मामले को दबाने — कछ्पाने के लिए उसकरी अनदेखरी करने और विरोधरी पक्ष द्ारा शासित राज्य के मामलों को जोर — शोर से उठाने करी प्कतस्पर्धा ररी चलतरी रहतरी है । ्यहरी वजह है कि अनुसूचित समाज करी समस्याओं को समग्रता में देखने , समझने और उसका निदान तलाशने के बजा्य राजनरीकतक दल से लेकर कथित बुद्धिजरीवरी और खुद को दलित विचारक व चिंतक कहने वाले लोग ररी संकुचित सोच के सुविधाजनक चशमे से देख कर हरी इस ्पर कुछ ररी कहते-सुनते दिखाई ्पड़ते हैं । खास तौर से दलगत राजनरीकत के कारण दलितों करी समस्याओं को समग्रता में महसूस नहीं कक्या जा रहा है । किसरी वर्ग को ्यू्परी , मध्य प्देश , गुजरात और कर्नाटक के दलित हरी समस्या में दिखाई ्पड़ते हैं तो किसरी अन्य करी नजर राजसथान और छत्तरीसगढ़ के दलितों और
अनुसूचितों करी समस्याओं को टटोलने तक हरी सरीकमत रहतरी है । इसके अलावा एक अन्य वर्ग बिहार , झारखंड और बंगाल में दलितों को भुगतनरी ्पड़ रहरी ्परीड़ाओं ्पर तो भावनातमक टसुए बहाता है लेकिन बाकरी सूबों से सामने आने वािरी समस्याओं ्पर मौन साध लेना हरी बेहतर समझता है । कहने का तात्प्य्भ ्यह कि दलित समाज को समग्रता में देखना-समझना किसरी को गवारा नहीं होता । नतरीजन दलितों करी समस्याएं कस्यासरी तौर ्पर तो उछल जातरी हैं लेकिन वासतकवक रू्प से इसका कोई ठोस व सथा्यरी निदान ्या निराकरण नहीं होता है ।
मर्ज बढ़ता गया दिखावे की दवा से
हालांकि दलितों करी समस्याओं को राजनरीकतक नजरिए से देखे जाने और दलगत आधार ्पर ्परख कर उसका महतव निर्धारित
किए जाने का हरी नतरीजा है कि आजादरी के अमृत वर्ष में ररी उनकरी समस्याएं कुछ बदले सवरू्प में ्यथावत बरकरार हैं । लेकिन अनुसूचितों करी एक बड़री आबादरी होने के कारण उनहें वोट बैंक के रू्प में इसतेमाल करने करी चाहत रखना और उसके अनुरू्प रणनरीकत्यों का निर्धारण करना कतई असवाराविक नहीं है । तररी तो अ्पने सबसे बुरे दौर से गुजर रहरी कांग्रेस अ्पनरी खो्यरी जमरीन दोबारा हासिल करने के लिए अल्पसंख्यकों के बाद सबसे अधिक अनुसूचितों से हरी आस लगाए हुए है । ्यहरी वजह है कि बरीते कई चुनावों में वह अनुसूचितों को अ्पने ्पाले में लाने करी तमाम कोशिशें और कवा्यदें करतरी दिख रहरी है । ्पंजाब में दलित को मुख्यमंत्री बनाने करी चाल हो ्या उत्तराखंड में दलित को मुख्यमंत्री बनाने का वा्यदा । गुजरात में कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यषि ममलिकार्जुन खड़गे द्ारा दलितों करी
tuojh 2023 11