8वाद का आनंद जBर लीिजएगा। इस काम म भी हम
आपकी थोड़ी मदद कर देते ह= िक यहां की कौन-कौन
सी िडश आप <ाई कर सकते ह=।
पखला भाटा
ओिडशा क- लगभग हर घर क- िलए पखला भाटा िदन
का खाना होता है। यह पक- हुए चावल को पानी और
खI: दही म िभगोकर तैयार िकया जाता है। इसे रात
भर क- िलए छोड़ िदया जाता है और अ@सर आलू,
तली हुई मछली, पापड़ और बड़ी क- साथ परोसा जाता
है। यह चावल गमJ क- मौसम म खाकर आप भीतर स
तरोताजा महसूस करगे।
छना पोडा
ये ओिडशा की खास िमठाई है, िजसे भगवान जगKाथ
की पसंदीदा िमठाई भी कहा जाता है और अ@सर इस
पुरी क- मंिदर म पेश िकया जाता है। इसे कई
घंट: तक पकाया जाता है जब तक िक यह लाल
न हो जाए। यह िमठाई आपको ओिडशा क
लगभग हर नु@कड़ और कोने म िमल जाएगी।
मचा घांत
यह िडश मछली से बनाई जाती है। इसम
Lेवी म तली हुई मछली को पकाते ह= और गम
उबले हुए चावल और सलाद क- साथ परोसत
ह=। इसकी Lेवी Mयाज,आलू, लहसुन और कई
मसाल( से तैयार की जाती है।
किनका
ये ओिडशा का 8पेशल मीठा पुलाव है, िजस
बाकी जगह( पर जदा क- नाम से भी जाना जाता
है। ओिडशा क- पारंप.रक भोजन क- Bप स
तैयार ये पकवान भगवान जगKाथ क- ‘छMपन
भोग’ म भी शािमल है। ओिडशा का यह शाही
पकवान िचकन / मटन करी क- साथ भी परोसा
जाता है।
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March, 2019
कसे पहुंच
हवाई माग स
हवाई माग से ओिडशा पहुंचना हो तो राजधानी
भुवनेवर म हवाई अा है। यह हवाई अा कोलकाता,
हैदराबाद, नागपुर, मुंबई, िद&ली, रायपुर आिद शहर(
से रेगुलर )लाइ+स क- ज.रए जुड़ा है।
रेल माग स
ओिडशा की 1ाक2ितक सुंदरता का आनंद उठाने का सबस
अ5छा तरीका है रेल या7ा। ओिडशा का भुवनेवर रेलव
8ट:शन सबसे 1िस; है। यहां से कई <:न ह=। ओिडशा
म राजधानी, कोणाक? ए@स1ेस, कोरोम(डल ए@स1ेस
जैसी कई <:न इसी 8ट:शन से चलती ह=। नंदन कानन ज
क- नाम पर अब िद&ली से ओिडशा क- िलए एक <:न
चलने लगी है नंदन कानन ए@स1ेस तो अगर आप
ओिडशा घूमने आए ह= तो एक बार यहां जBर आइए।
सड़क माग स
ओिडशा म सड़क( का रा8ता भी अ5छा है। इसस
ओिडशा क- कोने-कोने तक सड़क रा8ते से पहुंचा
जा सकता है। राOय से कई ए@स1ेस-वे और रोड-व
गुजरते ह=, िजनकी मदद से या7ा की या7ा की जा सकती
है। बता द िक ओिडशा क- आसपास सट: हुए अPय राOय
झारखंड, पRचम बंगाल, आंS 1देश और छTीसगढ़ स
भी यहां क- सड़क माग अ5छी तरह से जुड़: ह=।