वेश करती थी मंिदर क अंदर थािपत ितमा वाली जगह
हीरे की तरह चमक उठती थी। मंिदर क मेन गेट पर दो
िसंह बने ह! जो अपने नीचे हाथी को दबाए हुए ह! और हाथी
क नीचे मनु%य की ितमा दबाई गई है।
यहां शेर को अहं क )प म* और हाथी को पैसे क )प
म* दशा+या गया है। ये मंिदर बताता है िक मनु%य क िलए
लालच और अहं नाश का कारण बनते ह!।
नंदन कानन
ये देश क सबसे सुंदर िचिड़याघर/ म* से एक है। इस उ1ान
की थापना 1960 म* हुई, यह देश का पहला जू है जो
व7ड: एसोिशएशन ऑफ जू एंड ए=वे>रयम का सदय है।
वैसे तो ये सफद बाघ/ क िलए िस? है, लेिकन यहा
हर तरह क जानवर देखने को िमल*गे। यहां सफद बाघ
1980 से ह!, यह घिड़याल/ का खास जनन थल भी
है। 1991 से यहां टाइगर सफारी की भी शु)आत की गई।
यहां आप प*गोिलन और माउस िडयर को भी देख सकत
ह!। यहां जानवर/ क िलए लगभग 202 बाड़E ह! िजसम
126 जाितय/ क जानवर, 32 िवदेशी जाित क जानवर,
812 पGी और 134 रेIटाइल की जाितयां देखने को िमल
जाएंगी।
सकोिसया
यह बायो>रजव+ महानदी क िकनारे बना है। आस-
पास जंगल होने क कारण यहां तरह-तरह क पेड़ और
वनपितयां भी ह!। यहां बाघ, हाथी, माउस िहरण, गौर,
नीलगाय, चार सLग वाले मृग, सांभर, लोथ भालू, िहरण
और त*दुए देखने को िमल*गे। इसम* कोई शक नहL है िक
ये ओिडशा क सबसे खूबसूरत ईको-टO>रट Iलेस म* स
एक है। यहां महानदी क पास Pथत बेहद खूबसूरत तंग
नदी घाटी है। सQकोिसया म* टाइगर >रजव+ और मगरमRछ
आसानी से देखे जा सकते ह! इसक साथ ही यह घिड़याल
का TीिडUग स*टर भी है। महानदी म* बोिटUग क दौरान
आपको कई कछVए भी िदखाई पड़Wगे। अगर आप जानवर
ेमी ह! तो ये जगह आपको मायूस नहL करेगी।
दरंगबाड़ी
इसे ओिडशा का कXमीर भी कहा जाता है =य/िक यहां की
कYदरती खूबसूरती कXमीर से कम नहL है। ये ओिडशा
का अकला िहल टEशन है। यहां क खूबसूरत नजारे,
आबोहवा और ह>रयाली को देखकर आप इस जगह क
मुरीद हो जाएंगे। द>रंगबाड़ी देखकर आपको लगेगा िक
इसकी झोली म* क[ित ने सब कYछ डाल िदया गया है।
द>रंगबाड़ी घूमने की शु\आत आप यहां क िहल ]यू Iवाइंट
से कर सकते ह!। यह एक खूबसूरत ]यू Iवाइंट है, जहां स
आप शहर समेत आसपास क इलाक/ क अ^त नजार/ को
देख पाएंग*। इसक अलावा आप यहां पुतुडी झरने से िगरत
पानी क शोर को भी सुन सकते ह!। घने जंगल, खूबसूरत
घािटयां और कॉफी बागान सबकYछ है यहां, आपको जहा
भी िदल चाहे वहां सुक`न से कYछ देर बैिठए, सबकYछ
भूलकर िसफa खूबसूरती को िनहा>रए।
घूमने क साथ वाद का भी ल मजा
ओिडशा िजतना अपनी िवरासत, धरोहर और पय+टन
क िलए जाना जाता है उतना ही वाद यहां क खाने म
भी आपको िमलेगा। खाना बनाने की सरल और सबस
अलग शैली यहां क ]यंजन/ को खास बनाती है। अगर
आप ओिडशा की सैर पर जा रहे ह! तो वहां क लजीज
March, 2019
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