में प्रवेश ले यञा छोड़ सकते हैं । उनहें अधययन अवधि के अनुसञार प्रमञाण-पत् दियञा जञाएगञा । अब उनकञा समय , श्रम और संसञाधन वन्फि नहीं जञाएगञा । उच्च शिक्षा में बहु-प्रवेश और निकञास प्रणञािी के सञाथ-सञाथ बहुविषयक पठन-पञाठन भी अकञादमिक बैंक ऑफ़ रिेवडट
के मञाधयम से पूरञा कियञा जञा रहञा है ।
भञारत सरकञार शिक्षा के मञाधयम के सञाथ-सञाथ भञारतीय भञाषञा , किञा और संस्कृति को प्रोत्साहन दे रही है । राष्ट्रीय शिक्षा नीति इसे संभव कर रही है । इसके अंतर्गत कई उच्च वशक्ण संस्थान क्ेत्ीय भञाषञा यञा मञातृभञाषञा को प्रोत्साहन देने के सञाथ-सञाथ स्थानीय भञाषञा को वशक्ण कञा मञाधयम बनञा रहे हैं । इससे वंचित वर्ग- दलित , आवदिञासी , पिछड़े , अलपसंखयक और मवहिञाओं के लिए नई संभञािनञाओं के द्वार खुल रहे हैं । अधययन- अध्यापन में अंग्ेजी भञाषञा के वर्चसि ने इन िगषों की वंचनञा को कई गुनञा बढ़ञाते हुए उसे स्थायिति प्रदञान कियञा है । औपनिवेशिक पञाठ्यचयञा्य ने भञारतीय मेधञा को कुंठित करते हुए अपनी जड़ों से कञाट डञािञा है । अब स्थानीयतञा और अंतरराष्ट्रीयतञा कञा समनियन करते हुए जिममेदञार और जञागरूक नञागरिक बनञाने पर जोर दियञा जञा रहञा है । प्रतिभञा पिञायन और पूंजी प्रिञाह को रोकने के लिए नञामी-गिरञामी विदेशी
वि्िविद्यालयों के परिसर भञारत में खोले जञा रहे हैं । ऑसट्रेवियञा ने इस दिशञा में कञाम शुरू कर दियञा है । समञाज के सभी िगषों को समञान अवसर प्रदञान करने के लिए वित्ीय सहञायतञा , विशेष ऋण , छात्रवृवत्यञाँ और पुरस्कार आदि सुनिश्चत किए गए हैं । वशक्कों को अपनी वशक्ण विधियों को बेहतर बनञाने के लिए निरंतर प्रवशक्ण और प्रोत्साहन दियञा जञा रहञा है ।
सूचनञा-तकनीक यंत्ों और मञाधयमों से वशक्ण और अधिगम प्रवरियञा को अधिक प्रभञािी , समञािेशी और सरल बनञायञा जञा रहञा है । निञाचञार और नवोनमेष शिक्षा परिदृ्य कञा वर्तमञान है । आज राष्ट्रीय शिक्षा नीति के आलोक में प्रतयेक कक्षाकक् वह सुनदर उपवन है , जहञाँ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की रोशनी में क्मतञा , प्रतिभञा , आकञांक्षा और संभञािनञा के बहुरंगी फरूि खिल रहे हैं । भञारत के सि्यश्रे्ठ वि्िविद्यालयों में से एक , दिलिी वि्िविद्यालय की राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 के कञायञा्यनियन में अग्णी भूमिकञा है । यह कई अंतरराष्ट्रीय समझौतञा ज्ञापनों , सहयोगी समबनधों को धरञातल पर उतञार रहञा है । यह वसुधैव कुटुंबकम् की भञािनञा के सञाथ-सञाथ सर्वजनीनतञा और सञाि्यभौमिकतञा को सञाकञार करने की दिशञा में वनणञा्ययक पहल कर रहञा है । वि्ि के प्रमुख वि्िविद्यालयों के सञाथ की जञा रही रणनीतिक सञांझेदञारियञां पञारसपरिक आदञान- प्रदञान के सञाथ-सञाथ वशक्ण परिदृ्य को गतिशील और समृद्ध बनञा रही हैं ।
देश के विभिन्न वि्िविद्यालयों ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति की भञािनञा के अनुरूप पञाठ्यरिमों में आधञारभूत परिवर्तन और विषयों के चयन में लचीिञापन , बहुविषयकतञा , गुणवत्तापूर्ण शोध और निञाचञार , कॉलेजों की स्वायत्तञा और वशक्क प्रवशक्ण आदि को अपनञायञा है । सभी केंद्रीय वि्िविद्यालयों और अनेक रञाजय वि्िविद्यालयों ने अपने स्नातक और स्नातकोत्र पञाठ्यरिमों को सीबीसीएस ( CBCS : Choice Based Credit System ) और एलओसीएफ ( LOCF : Learning Outcomes-based Curriculum Framework ) फेमवर्क के अंतर्गत परिवर्तित करते हुए अधुनञातन कर लियञा
है । सीबीसीएस और एलओसीएफ प्रणञािी छञात्ों को अपने पसंदीदञा पञाठ्यरिम चुनने और बुनने की सितंत्तञा प्रदञान करती है । पञाठ्यरिमों के अिञािञा वशक्ण प्रविधियों और पद्धतियों में भी वनणञा्ययक बदिञाि हुए हैं । यह बदिञाि यूजीसीएफ पञाठ्यरिम-2022 ( UGCF : Undergraduate Curriculum Framework 2022 ) के अनुरूप हैं । इसकञा उद्े्य समग् शिक्षा सुनिश्चत करनञा है । यह बदिञाि छञात्ों के करियर लक्यों के अनुसञार कौशल विकञास और संस्कार वनमञा्यण में सहयोगी सिद्ध होगञा ।
बहुविषयक और अंतरविषयक अनुसंधञान और पठन-पञाठन को प्रोत्साहन देने के लिए अनेक वि्िविद्यालयों ने कई बहुविषयक कञाय्यरिमों की शुरुआत की है , जैसे बी . ए ( ऑनर्स ) इन लिबरल आटस्य और एम . ए . इन इंटरवडषसपिनरी सटडीज़ । यह कञाय्यरिम छञात्ों को विभिन्न विषयों कञा अधययन एक सञाथ करने की अनुमति देते हैं । सञाथ ही , विचञार-विमर्श , समस्या-समञाधञान क्मतञा और संिञाद कौशल विकसित करने के उद्े्य से डिज़ाइन किए गए हैं । यह 21वीं सदी की आि्यकतञाओं और चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए बनञाए गए हैं । वि्िविद्यालयों में इन्नोवेशन सेंटर , इनकयूबेशन सेंटर , स्टार्ट-अप फंड , उद्मोदय फञाउंडेशन , वि्िविद्यालय फञाउंडेशन और रिसर्च पञाक्क आदि की स्थापनञा जैसी महतिपूर्ण पहल की जञा रही है ।
वन्कष्यतः गत िषषों में देश के उच्च शिक्षा तंत् में महतिपूर्ण बदिञाि हुआ है । इन बदिञािों ने उच्च शिक्षा प्रणञािी को अधिक छात्र-केंद्रित , शोध-केंद्रित एवं निञाचञारी बनञा दियञा है । सञाथ ही , कई वि्िविद्यालयों को वि्िसतरीय शैवक्क प्रतिष्ठा की प्राप्ति हेतु प्रतिसपधटी बनञा दियञा है । लेकिन इस लक्य की प्राप्ति और राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के कञायञा्यनियन की सबसे बड़ी बञाधञा आर्थिक संसञाधनों और ढञाँचञागत सुविधञाओं कञा अभञाि है । सरकञार को शिक्षा में निवेश बढ़ञानञा चञावहए । ऐसञा करके ही भञारत को एक ज्ञान अर्थ-वयिस्था ( वि्िगुरु ) और वि्ि शषकत बनञायञा जञा सकतञा है । �
iQjojh 2024 35