Feb 2024_DA-1 | Page 16

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बैंक को बनञायञा गयञा । रिजर्व बैंक की स्थापनञा करने िञािे डञा . आंबेडकर कञा सपनञा थञा कि भञारत के हर गरीब , दलित और वंचित जनतञा को इतनञा सक्म बनञायञा जञाए जिससे वह बैंक में अपनञा खञातञा खोल कर , बैंकिंग सुविधञाओं कञा िञाभ उठञा सके । लेकिन बञाबञा सञाहब कञा यह सपनञा सितंत्तञा के 65 वर्ष तक पूरञा नहीं हो पञायञा । बञाबञा सञाहब की विरञासत कञा दञािञा करने िञािी कञांग्ेस और उसके सहयोगियों ने कभी भी यह ध्यान नहीं दियञा कि बैंक की सुविधञाएं गरीब , दलित और वंचित वर्ग की जनतञा को भी मिलनी चञावहए ।
2014 में जब प्रधञानमंत्ी मोदी ने सत्ता संभञािी तो उनहोंने सबसे पहले गरीब , दलित और वंचित वर्ग को बैंक में खञातञा खोलने के लिए अभियञान शुरू कियञा । जन धन योजनञा के नञाम से शुरू की गयी योजनञा के तहत बैंक के दरिञाजे पहली बञार गरीब जनतञा के लिए खोले गए और पिछले दस िषषों में लगभग 52 करोड़ बैंक खञाते खुििञा के मोदी सरकञार ने पूरी दुनियञा को हैरत में डञाि दियञा । जनधन योजनञा ने एक सप्ताह में सबसे अधिक 1,80,96,130 बैंक खञाते खोलने के लिए गिनीज िलडटि रिकॉर्ड भी बनञायञा । इस पहल ने भ्रष्टाचञार को रोकने में बड़ी भूमिकञा निभञाई है और अब डञायरेकट बेनीफिट ट्रञांसफर्स के रूप में सषबसडी सीधे बैंक खञातों में जमञा करञाई जञा सकती है । इससे लीकेज और किसी हेरञाफेरी की गुंजञाइश खतम हुई है । उलिेखनीय यह भी है कि डञायरेकट बेनीफिट ट्रञांसफर्स योजनञा के कञारण 8 करोड़ वह जनतञा गञायब हो गयी है , जिनके नञाम पर फजटी ढंग से सरकञारी धनरञावश हञावसि की जञा रही थी । इसी तरह पहल योजनञा ने दुनियञा की सबसे बड़ी डञायरेकट कैश ट्रञांसफर योजनञा होने के लिए गिनीज बुक ऑफ िलडटि रिकॉरस्य में अपनञा नञाम दर्ज करञायञा । पहल योजनञा के तहत एलपीजी सषबसडी सीधे बैंक खञातों में जमञा करञाई जञाती है । इस योजनञा ने करीब 3.34 करोड़ नकली यञा वनष्रिय खञातों की पहचञान करने और उनहें बंद करने में भी मदद की , जिससे हजञारों करोड़ रुपये की बचत हुई । आम लोगों के लिए बुनियञादी
बैंकिंग सुविधञाएं उपलबध होने के सञाथ ही बीमञा और पेंशन कवर देने के लिए ऐतिहञावसक कदम की शुरुआत की । प्रधञानमंत्ी सुरक्षा बीमञा योजनञा , प्रधञानमंत्ी जीवन जयोवत बीमञा योजनञा , अटल पेंशन योजनञा अंशदञान जैसी योजनञाओं ने दलितों एवं गरीबों के जीवन में बदिञाि िञाने में योगदञान कियञा है ।
जेएएम ( जाम ) योजना से धाराशाही हुई दलाली परंपरा
प्रधञानमंत्ी मोदी के विकञासिञादी एजेंडे के तहत जेएएम ( जन धन , आधञार और मोबञाइल ) योजनञा भ्रष्टाचञार से निपटने में बहुत प्रभञािी सञावबत हुई है । यञाद कीजिए देश में एक समय वह भी थञा जब आम जनतञा को सरकञारी सहञायतञा , सषबसडी और अनय योजनञाओं कञा धन प्रञापत करने के लिए दिञािों के आगे पीछे घूमनञा पड़तञा थञा । सरकञारी धन के एक हिससे को चढ़ञािे के रूप में दिञािों को देने के बञाद ही आम जनतञा को सरकञार से कुछ हिस्सा ही हञावसि हो पतञा थञा । लेकिन जेएएम विजन देश की दलित , गरीब एवं वंचित जनतञा के सशषकतकरण में अपनी अहम् भूमिकञा कञा निर्वहन कियञा । 1947 में भञारत को सितंत्तञा मिल गयी । फिर कञांग्ेस ने सत्ता संभञािी तो उसने दलित , गरीबों और वंचितों कञा इसतेमञाि वोट बैंक
के रूप में तो कियञा , पर 65 सञाि तक गरीबों , दलितों और वंचितों के घर-गञांव तक बिजली पहुंचञाने की तरह ध्यान ही नहीं दियञा । परिणञाम यह हुआ कि 65 सञाि तक देश के हजञारों गञांव अंधेरे में डूबे रहे और नगरों को भी 24 घंटे बिजली मिलनञा भी दुश्वार थञाI यह दुभञा्यगय ही कहञा जञायेगञा कि सितंत्तञा के 65 सञाि बञाद भी देश के हर हिससे में बिजली नहीं पहुंच पञायी । लेकिन षसथवतयों में बदिञाि केंद्र में मोदी सरकञार के गठन के बञाद शुरू हुआ । देश के सभी गञांवों के सञाथ ही दलित , गरीब और वंचित वर्ग की बषसतयों में हर घर को रोशन करने के लिए मोदी सरकञार ने जब दीनदयञाि उपञाध्याय ग्राम जयोवत योजनञा को शुरू कियञा थञा , उस समय विपक्ी दल ने इस पर उपहञास भी उड़ञायञा थञा । लेकिन मोदी सरकञार ने किसी भी तरह की प्रवतवरियञा वयकत करने की जगह अपने लक्य पर ध्यान दियञा और कञाम शुरू कर दियञाI और इसी के सञाथ पूरे देश के हर गञांव अब बिजली की रोशनी से जगमगञाते हुए मोदी सरकञार की तञारीफ करने से नहीं चूक रहञा है ।
किसान सशक्तिकरण थी डा . आंबेडकर की चाह
भञारत में ककृवष क्ेत् से सिञा्यवधक रूप से दलित , गरीब , पिछड़े एवं वनिञासी समञाज के
16 iQjojh 2024