doj LVksjh
मुरादाबाद में अनुसूचित जाति के घरों
से हटे ' मकान बिकाऊ है ' के पोस्टर
आला पुलिस अधिकारियों ने स्वत : संज्ान लेकर शांत कराया विवाद यूपरी पुलिस ने दिलाया विश्ास तो हुआ सुरषिा का एहसास
दलित िवत्का बयूरो
m
तिर प्दरेि की सरकार और ्थानीय पुलिस प्िासन किस कदर समाज के दबरे — कुचिरे व शोषित — पीलड़त कमजोर वर्ग के प्लत संवरेदनशील है इसका उदाहरण मुदाराबाद में भी दरेखा गया है । मुरादाबाद के मूढापांड़े बिाक स्थत वीरपुर बरियार गांव में अनुसूचित जाति के परिवारों नरे दूसररे धर्म के लोगों की बढती दबंगई सरे पररेिान होकर लप्छिरे दिनों गांव सरे सामूहिक पलायन की बात कहतरे हुए इसके लिए अपनरे घरों के बाहर पो्टर च्पा करनरे के लिए विवश हो गए थरे । दरअसल हुआ यूं कि दलित समाज सरे समबद्ध एक परिवार के लोगों का आरोप था कि एक धर्म लविरेष के लोगों नरे उनके घर में घुसकर उनके बरेटे को पीटा है । साथ ही पीलड़त परिवार का यह भी आरोप था कि मामिरे की जानकारी जब पुलिस — प्िासन को दी गई तो दबंगों के खिलाफ कार्रवाई करनरे के बजाय ्थानीय थानरे की पुलिस नरे इस मामिरे में पीलड़त को ही पररेिान करनरे का काम किया है । ऐसरे में जब गांव में रहना असुरक्षित महसूस होनरे लगा तो समाज के लोगों नरे आपस में विचार विमर्श करनरे के बाद गांव के पलायन के पो्टर अपनरे घरों के बाहर च्पां कर दिए ।
मामले ने तूल पकडा तो हरकत में आया प्शासन
दलित समाज के घरों के बाहर सामूहिक पलायन का पो्टर चिपका हुआ दरेखनरे के
बाद बवाल मच गया और इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होनरे लगा । इसके बाद यह मामला पुलिस विभाग के आला अधिकारियों के संज्ान में भी आया और चर्चा का विषय भी बन गया । इस प्कार मामिरे को तूल पकड़ता दरेख कर पुलिस और प्िासन के अधिकारी हरकत में आए । रातोरात गांव में टीम भरेजकर दोनों पक्षों को समझा — बुझाकर और आमनरे — सामनरे बिठाकर आपसी अविशवास और पर्पर रोष व आकोि की स्थलत को समापत करानरे की कोशिश की गई । पुलिस प्िासन के सलकयता सरे हरकत में आनरे और संजीदगी सरे विवाद को सुलझानरे के लिए की गई कोशिशों का ही नतीजा रहा कि इस पूररे प्करण का सौहार्द्रपूर्ण तरीके सरे सुखद पटाक्षरेप हो गया । दोनों पक्षों में यह समझौता हुआ कि सभी एक — दूसररे का सममान करेंगरे और गांव में शांति व भाईचाररे का माहौल बनाकर रखेंगरे । इस प्कार दोनों पक्षों में समझौता हो जानरे के बाद पीलड़त पक्ष भी संतुषट हुआ और उनहोंनरे रातोंरात सामूहिक पलायन का पो्टर अपनरे घर के दीवारों सरे हटा लिया ।
बच्े के पतंग लूटने से शुरू हुआ विवाद
दरअसल पूरा मामला यह था कि मूंढापांडे थाना क्षेत्र के वीरपुर बरियार गांव निवासी अंगन अपनरे परिवार के साथ रहतरे हैं । उनहोंनरे आरोप लगाया था कि घर के बाहर ्छोटा बरेटा रोहित
कुमार खरेि रहा था । वह अनय बच्ों के साथ कटी हुई पतंग लूटकर घर िरे आया था । इसी दौरान दूसररे धर्म संप्दाय के लोगों नरे अचानक घर में आकर बच्चे को पीटना शुरू कर दिया । बताया जाता है कि जब पीलड़त पक्ष के लोग इस मामिरे की शिकायत करनरे के लिए थानरे पहुंचरे तो पुलिस कर्मियों नरे अभद्रता करतरे हुए उलटे पीलड़त बच्चे के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कर दिया । सांप्दायिक दबंगई सरे पहिरे सरे ही दुखी लोगों की जब ्थानीय थानरे की पुलिस नरे भी सुनवाई नहीं की और उलटा उनहें ही आरोपी बनानरे का प्यास किया गया तो पररेिान होकर अनुसूचित जाति के परिवारों नरे घर के बाहर पलायन के पो्टर च्पा कर दिए थरे ।
प्शासन ने कराया लिखित समझौता
वहीं इस घटना का वीडिओ और फोटो वायरल होनरे के बाद पुलिस और प्िासन के उच् अधिकारियों नरे ततकाि संज्ान लिया । दरेर रात ही पुलिस और प्िासन की संयु्त टीम वीरपुर बरियार गांव पहुंची । गांव के प्धान इकराम नरे दोनों पक्षों को बुलाकर लिखित समझौता कराया । पीलड़त परिवार के सद्य ज्ानी नरे कहा कि वह गांव ्छोड़कर कहीं नहीं जाएंगरे । प्धान नरे उनकी सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी ली है । मूढापांड़े थाना प्भारी नवाब सिंह नरे बताया कि दोनों पक्षों नरे आपसी समझौता कर लिया है । जिसके बाद गांव सरे ्वयं ही उन लोगों नरे पो्टर हटा लिए । �
vDVwcj 2021 दलित आं दोलन पत्रिका 13