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अकारण नहीं कांग्ेस से दलितों की दूरी

दलितों के प्रति कांग्ेस की कु टिल नीति , खोखली समझ

सियासी लाभ के लिए भावनात्मक दिखावे की कलई खुली

विद्ा भयूषण रावत

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लित सतय ' के ल्वमोचन के अ्वसर पर राहुल गांधी का भाषण ्वायरल हो गया है और मरेन सट्रीम मीडिया के बड़े ्वग्ष नरे उनके खिलाफ फिर सरे आक्ामक शुरुआत की है और सोशल मीडिया के ट्रो्स नरे राहुल गांधी के भाषणों के चुनिदा अंशों को िरेकर उसमें छ़ेद करना शुरू कर दिया है । ज्वाहर भ्वन सम्मेलन हॉल , जहां पुसतक का ल्वमोचन किया गया थिा , पूरी तरह सरे खचाखच भरा हुआ थिा । कांग्रेस पाटथी की ओर सरे जो निमंत्रण आया थिा उसमें बताया गया थिा कि पुसतक ल्वमोचन के पहिरे एक पैनल चर्चा होगी । मुझरे लगा कि यह समझनरे का अ्वसर है कि कांग्रेस डॉ अंबरेडकर के बाररे में कया सोचती है और दलितों सरे संबंधित कांग्रेस की भल्वष्य की योजना कया है ।
सामाजिक चर्चा का मंच बना राजऩीतिक
सभागार के अंदर दर्शकों में विभिन्न राजयों के कांग्रेस कार्यकर्ताओं का बहुमत थिा , िरेलकन मुखय रूप सरे यरे लद्िी और हरियाणा और राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों सरे थिरे । समृद्ध भारत फाउंड़ेशन के बोर्ड सदसय थिरे जो आगरे की पंसकत में बैठ़े थिरे । भीड को मैनरेज करतरे हुए कांग्रेस सरे्वा दल की गलतल्वलियां भी दिखाई दरे
रही थिीं । साढ़़े दस बजरे के बाद आयोजकों नरे पैनल चर्चा शुरू कर दी । िरेलकन जैसा होता है राजनैतिक काय्षक्मों में ‘ बुद्धिजील्वयों ’ की फजीहत होनरे के अला्वा कुछ नहीं होता । एक तो लोग आपको सुनना नहीं चाहतरे कयोंकि यरे लोग नहीं थिरे , पाटथी के कार्यकर्ता थिरे जिन्हें अपनरे ‘ नरेता ’ को सुननरे के लिए लाया गया थिा इसलिए इन्हें बौद्धिकता सरे कोई ल्वशरेर मतलब नहीं होता । और दूसररे यह कि जोर जोर सरे नाररे लगाना उनकी मजबूरी हो जाती है । समसया यही खतम नहीं होती , पैनल में आपको दो तीन मिनट में बात खतम करनी होती है । फिर जब नरेता पहुँच जातरे हैं तो पैनल पर ज्दी खतम करनरे का दबाब पडता है और उन्हें ‘ नए ’ ्वीआईपी के लिए जगह छोड पीछ़े की सीटों पर बैठनरे के लिए कह दिया जाता है । राजनीति में ्वीआईपी क्चर अभी भी बहुत हा्वी है और काँग्रेस तो इसकी अममा है । ‘ हिंदुत्व का मुकाबला करनरे के लिए एक नई दलित राजनीति का निर्माण ‘ ल्वरय महत्वपूर्ण थिा , िरेलकन मॉडररेटर नरे इसरे काँग्रेस और दलित मुद्दे में बदल दिया और फिर यरे बताया गया कि कांग्रेस नरे उनके लिए ‘ इतना ’ करनरे के बा्वजूद दलितों को कांग्रेस में कैसरे ्वापस लाया जा सकता है । इसरे कांग्रेस नरेता राजरेश लिलोठिया द्ारा संचालित किया जा रहा थिा और इसमें श्ी भं्वर मरेघ्वंशी , श्ी अनुराग भासकर , जिग्नेश मरे्वानी , पूनम पास्वान , प्रलत शिंदरे आदि
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