राजनीतिक दल के हिस्से में आया यह ्वोट बैंक सत्ा का रासता आसान बना सकता है , इसीलिए दोनों राजनीतिक दल इस ्वग्ष में अपनी पैठ को और मजबूत करना चाहतरे हैं । ्वर्ष 2018 के ल्विान सभा चुना्व में अप्तयालशत तरीके सरे प्दरेश की सत्ा भाजपा के हाथिों सरे फिसल जानरे की सबसरे बडी ्वजह दलित समाज के आक्ोश और नाराजगी को ही माना गया । ग्वालियर चंबल क्षेत्र में हुई जातिगत हिंसा के मामिरे को तूल दरेकर कांग्रेस नरे दलितों के काफी बड़े ्वग्ष को भाजपा सरे दूर करनरे में कामयाबी हासिल कर ली थिी जिसका नतीजा रहा कि ्वर्ष 2013 में अनुसूचित जाति ्वग्ष के लिए आरलक्त प्दरेश की कुल 35 में सरे 28 सीटों पर जीत का परचम लहरानरे ्वाली भाजपा को 2018 के चुना्व में दलितों के लिए आरलक्त सीटों में सरे महज 18 सीटों पर ही कामयाबी मिल सकी ।
दलितों का भरोसा ज़ीतने में जुट़ी भाजपा
िरेलकन इस बार दलित समाज को दोबारा अपनरे पक् में लानरे के लिए भाजपा संगठन और मुखयमंत्री लश्वराज सिंह चौहान की सरकार पूरी तरह कटिबद्ध है और इस दिशा में लगातार साथि्षक प्यास भी किए जा रहरे हैं । इन्हीं प्यासों की एक महत्वपूर्ण कडी के तौर पर बाबा साहब डॉ आंबरेडकर की जन्म जयंती के मौके पर मुखयमंत्री लश्वराज सिंह चौहान नरे राजय की तीथि्ष दर्शन योजना में उन स्थानों को शामिल करनरे का ऐलान किया है जो बाबा साहब के कार्य क्षेत्र सरे जुड़े रहरे हैं । साथि ही समाज के इस ्वंचित ्वग्ष के लिए दी जा रही अन्य सुल्विाएं भी उल्लेखनीय हैं और राजय सरकार द्ारा इस बार के बजट में अनुसूचित जाति ्वग्ष के क्यार के लिए 19 हजार करोड रुपए का अलग सरे प्रावधान किया जाना भी दलित समाज का स्नेह , ल्व््वास और समथि्षन अर्जित करनरे के प्यासों की कडी के तौर पर ही दरेखा जा रहा है । एक तरफ जहां सरकार नरे प्दरेश में अनुसूचित जाति ्वग्ष के लिए किए जा रहरे कामों की गति में भरपूर इजाफा करनरे में कोई कसर नहीं छोडी है ्वहीं दूसरी ओर ्वहीं दूसरी ओर भाजपा संगठन नरे भी समाज के दलित ्वग्ष को अपनरे साथि एकजुट करनरे के लिए बाबा साहब की जन्म जयंती के मौके पर राजय के 65 हजार बूथिों पर ल्वल्वि काय्षक्मों का आयोजन किया । इसके तहत जहां एक ओर परंपरागत तरीके सरे डॉ आंबरेडकर की प्लतमा पर और चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित की गई ्वहीं दूसरी ओर सरे्वा बससतयों में काय्षक्म आयोजित कर अनुसूचित जाति ्वग्ष के लोगों और मरेिा्वी ल्वद्यालथि्षयों को सममालनत भी किया गया । भाजपा नरे राष्ट्रीय अभियान के तौर पर मधय प्दरेश में भी काफी उतसाह के साथि बाबा साहब की जयंती के मौके पर सामाजिक न्याय पख्वाड़े का आयोजन किया जिसमें अनुसूचित ्वग्ष में अपनी पैठ को और मजबूत करनरे और उनका ल्व््वास अर्जित करनरे के लिए जमीनी सतर पर जाकर पाटथी के
नरेताओं नरे उन्हें केन्द्र ्व प्दरेश सरकार द्ारा अमल में लायी जा रही क्यारकारी नीतियों ्व योजनाओं के बाररे में ल्वसतार सरे बताया गया ।
कांग्ेस भ़ी नहीं छोड रह़ी कसर
दलित समाज के मतदाताओं के काफी बड़े ्वग्ष का समथि्षन हासिल करके ्वर्ष 2018 में मधय प्दरेश की सत्ा सरे भाजपा को बरेदखल करनरे में कामयाबी हासिल कर चुकी कांग्रेस आगामी चुना्व में भी दलित केन्द्रित चुना्वी रणनीति के फामू्षिरे को ही अमल में लानरे को िरेकर प्लतबद्ध दिख रही है । यही ्वजह है कि कांग्रेस की ओर सरे दलित ्वग्ष के मतदाताओं को लुभानरे में कोई कसर नहीं छोडी जा रही है । बाबा साहब डॉ भीमरा्व आंबंडकर की जन्म जयंती के मौके को दलित समाज में अपनी पैठ बढ़ानरे के अ्वसर के तौर पर भुनानरे के लिए इस बार कांग्रेस नरे एडी चोटी का जोर लगा दिया । दलित समाज के बीच जन संपर्क के द्ारा जन जागरूकता अभियान चलानरे के अला्वा जहां एक तरफ जहां कमल नाथि के नरेतृत्व ्वाली सरकार के कार्यकाल में किए गए अनुसूचित जातियों के क्यार के कामों का ल्वसतार सरे बयौरा दिया गया , तो ्वहीं प्दरेश अधयक् कमल नाथि नरे औपचारिक तौर पर ऐलान किया कि प्दरेश की सत्ा में कांग्रेस की ्वापसी होनरे के बाद बाबा साहब डॉ आंबरेडकर की सबसरे ऊंची प्लतमा भोपाल में स्थापित की जाएगी ।
कुल मिलाकर दरेखा जाए तो दोनों ही राजनीतिक दल इस ्वग्ष को रिझानरे का कोई भी मौका हाथि सरे नहीं जानरे दरेना चाहतरे , जहां तक कांग्रेस की बात है तो अससे तक यह ्वोट बैंक कांग्रेस के खातरे में रहा है िरेलकन हालात बदिरे तो यह ्वोट बैंक उसके हाथि सरे खिसकनरे लगा । ्वर्ष 2018 के चुना्व में कांग्रेस नरे इस ्वोट बैंक पर गहरी सेंध लगाई थिी , अब भाजपा एक बार फिर ्वर्ष 2023 के चुना्व में इस ्वोट बैंक को अपनरे खातरे में रखना चाहती है । यही कारण है कि दोनों राजनीतिक दलों में खींचतान तरेज हो गई है ।
ebZ 2022 17