क्दगगजों में से एक डॉ . भीम राव आंबेडकर की ज्यंती है । डॉ . अमबेडकर एक समाज सुधारक और अर्थशासरिी थे । उन्होंने हमारे समाज के वंक्चित वर्ग के लोगों और दक्लत वगषों के लोगों के उतथान के क्लए काम क्क्या । भारत के संक्वधान का मसौदा तै्यार करने में उनके अपार ्योगदान को लंबे सम्य तक ्याद क्क्या जाएगा । वह चिाहते थे क्क हमारे देश में सामाक्जक असमानता को समापत कर क्द्या जाए । श्री प्रसाद ने क्डक्ज्टल इंक्ड्या के क्ेरि में सूचिना प्रौद्योक्गकी मंरिाल्य की नई पहलो का उललेख क्क्या , क्जसने भारत में बड़ा परिवर्तन क्क्या और देश को सशकत बना्या है । उन्होंने कहा क्क क्डक्ज्टल इंक्ड्या को हमारे देश में
एक जन आंदोलन बनाने की जरूरत है ।
इस अवसर पर श्री रतन लाल क्टारर्या ने अपने संबोधन में कहा क्क सामाक्जक त््या्य और अक्धकारिता मंरिाल्य हमारे समाज के कमजोर और वंक्चित वगषों के लोगों के सशशकतकरण और परिवर्तन के क्लए प्रक्तबद्ध है । उन्होंने कहा क्क ्यह एनसीएससी क्शका्यत प्रबंधन पो्ट्डल से हमारे देश की अनुसूक्चित जाक्त की लोगों के क्लए देश के क्कसी भी क्हससे से अपनी क्शका्यत दर्ज कराना आसान हो जा्येगा । ्यह पो्ट्डल लोगों को अपने आवेदन और अत््य अत्याचिार तथा सेवाओं से संबंक्धत क्शका्यतों को ऑनलाइन दर्ज करने और उनका सम्यबद्ध तरीके से क्नप्टारा करने में सक्म
करेगा । ्यह पो्ट्डल डॉ . भीम राव आंबेडकर के सपनों को पूरा करेगा ।
अनुसूक्चित आ्योग के अध्यक् क्वज्य सांपला ने अपने संबोधन में कहा क्क एनसीएससी का उद्े््य इस पो्ट्डल के माध्यम से क्वशेष रूप से अनुसूक्चित जाक्त की आबादी की क्शका्यत क्नवारण तंरि को व्यवशसथत करना है । लॉत्चि क्क्या ग्या पो्ट्डल उनके क्लए देश के क्कसी भी क्हससे से क्शका्यतें दर्ज करना आसान बना देगा । भासकराचिा्य्य इंस्टीट्यू्ट फॉर सपेस एशपलकेशन एंड क्ज्योइत्िॉमसेक््टकस ( बीआईएसएजी-एन ), भारत सरकार के इलेकट्रॉनिकस और सूचिना प्रौद्योक्गकी मंरिाल्य के तहत उत्कृष्टता केंद्र के सह्योग से बना्या ग्या पो्ट्डल , क्शका्यतों के शुरूआत से अंत तक क्शका्यतों और उनकी क्नगरानी की ई-फाइक्लंग की सुक्वधा प्रदान करेगा । अंत में , सुनवाई प्रक्रि्या को ई-को्ट्ड की तर्ज पर काम करने का इरादा है । ्यह पो्ट्डल आ्योग की वेबसाइ्ट से जुड़ा हुआ है और कोई भी व्यशकत इस पर क्शका्यत दर्ज कर सकता है । दसतावेज़ और ऑक्ड्यो / वीक्ड्यो फ़ाइलों को अपलोड करने की सुक्वधा भी पो्ट्डल पर उपलबध है । ्यह क्शका्यतों और क्ववादो के वास्तविक रूप से प्रसतुतीकरण का पूरक होगा ।
जानकारी हो क्क राषट्रीय अनुसूक्चित जाक्त आ्योग ( एनसीएससी ) का गठन भारत के संक्वधान के अनुच्छेद 338 के तहत क्क्या ग्या था । इसका उद्े््य सम्य सम्य पर लागू क्कसी भी कानून ्या भारत सरकार के क्कसी भी आदेश के तहत अनुसूक्चित जाक्त के क्लए प्रदान क्कए गए सुरक्ा उपा्यों से संबंक्धत सभी मुद्ों की जांचि करना और क्नगरानी करना है । भारत सरकार का कोई भी आदेश आ्योग अनुसूक्चित जाक्त के क्लए प्रदान क्कए गए अक्धकारों और सुरक्ा उपा्यों से वंक्चित करने के संबंध में क्वक्शष्ट क्शका्यतों की भी जांचि करता है । संक्वधान और सरकार की नीक्त्यों में अक्नवा्य्य रूप से शाक्मल एनसीएससी ने अनुसूक्चित जाक्त समुदा्य के उतथान के क्लए अपनी प्रक्तबद्धता को नवीनीककृत क्क्या है । �
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