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लदेमनग्ास के औषधी्य गुण- लदेमनग्ास एंटीऑ्सीडेंट , एंटीइंफलामेंटरी और एंटीसेप्टिक गुणों सदे भरपूर होती है , जो कई तरह के सिासथ्य समस्याओं सदे लोगों को बचानदे में मदद करती है । ्यह दिमाग तदेज करनदे की बदेहतरीन औषधी है , शरीर के विभिन्न हिससों में होनदेिालदे दर्द को समापत करनदे के वल्यदे लदेमनग्ास की चा्य बडी गुणकारी है । खासतौर सदे सरदर्द एवं जोडों के दर्द के वल्य ्यह रामबाण है । पदेट सदे संबंधित होनदेिाली समस्या के वल्यदे फा्यददेमंद है । लदेमलग्ास आ्यरन सदे भरपूर होनदे के कारण इसका उप्योग एनीवम्या के रोगी के लिए फा्यददेमंद होता है । इसके वन्यवमत सदेिन सदे
शरीर में आ्यरन की कमी नहीं होती है । मानसिक समस्याओं में ्यदे फा्यददेमंद है । साथ ही शरीर के आंतरिक भागों की भी सफाई करता है । इतना ही नहीं , कैंसर जैसी गंभीर बीमारी सदे लडनदे में भी लदेमनग्ास बहुत मददगार है ।
लदेमनग्ास की खदेती बंजर भूमि में प्र्योग के तौर पर वक्या जा रहा है । माककेवटछंग की बदेहतर समझ रखनदेिालदे किसान ना सिर्फ इससदे अपनी आ्य बढ़ा रहदे हैं बकलक उनके आसपास रहनदेिालदे लोगों को रोजगार का न्या रासता दिखा है । इस पौधदे सदे निकलनदेिालदे तदेल की बाजार में बहुत मांग है । लदेमनग्ास सदे निकलदे तदेल को कॉस्मेटिक साबुन और तदेल के साथ दवा बनानदेिाली कंपनी
भी खरीद रही है । ्यही वजह है कि किसानों का अब इस फसल की ओर रूझान बढ़नदे लगा है । लदेमनग्ास की खदेती ज्यादा मंहगी नहीं है । इसका एक पौधा एक रूप्यदे सदे कम में मिलता है । इसके अलावा अन्य फसलों की अपदेक्षा इसमें बीमारी कम लगती है । कीट लगनदे की संभावना नहीं के बराबर है , इसवल्यदे इस फसल में कीटनाशक छिडकनदे की जरूरत नहीं होती है । इसकी पवत्त्यां कडवी होनदे की वजह सदे जानवर भी इसदे नहीं खातदे हैं , जिस कारण इसका रखरखाव आसान होता है । भारत सालाना करीब 700 टन नीबू घास के तदेल का उतपादन करता है , जिसकी एक बडी मात्ा का वन्यानात वक्या
44 दलित आं दोलन पत्रिका ekpZ 2022