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और अंधिकाश मतदाताओं के बीच सदे कोई दूसरी रा्य उभर कर नहीं आ रही हैं । गौरतलब है कि 2017 का ्यूपी विधानसभा चुनाव भाजपा नदे बिना किसी चदेहरदे और सिर्फ मोदी के करिश्मे और शाह के संगठन कौशल के दम पर लड़ा था और राज्य की 403 सीटों में सदे 312 सीटें जीतकर सब को अचंभित कर वद्या था । इससदे बड़ा आश्चर्य ददेश की जनता के साथ उत्तरप्रददेश के मतदाताओं को लगा था जब 19 मार्च 2017 को मोदी और शाह नदे संघ के साथ मिलकर सांसद ्योगी को उत्तरप्रददेश की कमान ्यह सोचकर सौंपी थी कि
गोरखनाथ मठ का मंहत भगवाधारी ्योगी आदित्यनाथ जनता के दिए जनाददेश के साथ न्या्य करनदे के साथ साथ मोदी के फैसलदे और भरोसदे पर सौ फीसदी खरा उतरेंगदे । पांच साल बाद ्योगी मोदी और भाजपा के उममीदों पर सिर्फ खरदे ही नहीं उतरदे , उममीदों सदे बदेहतर प्रशासन चला्या । नतीजन 2017 में घर घर मोदी के बाद अब 2022 में हर घर ्योगी है । मोदी और ्योगी मिलकर अब एक और एक ग्यारह हैं ।
योगी बने यूपी के लिए उपयोगी
्योगी को पांच साल पहलदे जो लोग उत्तरप्रददेश के लिए नौवसवख्या मान रहदे ्दे , वह भूल रहदे ्दे कि ्योगी 1998 की लोकसभा में सबसदे ्युवा सांसद ्दे और 2014 तक लगातार पांच बार उत्तरप्रददेश की गोरखपुर सीट की नुमाइंदगी कर चुके ्दे । ्यूपी मदे ्योगी के पांच साल के भ्य , अपराध और भ्रष्ट्राचार मु्त प्रशासन के साथ हिनदुति के ट़ेका नदे ्योगी को प्रददेश का सबसदे लोकवप्र्य नदेता बना वद्या हैं । इस सत्य को सिीकार कर लदेनदे में कोई हर्ज नहीं है कि ददेश में मोदी के बाद अब ्यूपी में ्योगी भाजपा का चदेहरा बन चुके हैं । 2014 में सरकार में मोदी और संगठन में शाह के उभार के साथ मोदी और शाह की जोड़ी नदे जिस तरह की चुनावी राजनीति गढ़ी है , उसमें भाजपा के हर अवभ्यान के केनद्र में सिर्फ मोदी रहदे हैं । 2014 के बाद भाजपा नदे ऐसा कोई चुनाव नहीं लड़ा जिसमें मोदी के मैजिक का ्योगदान न हो । भाजपा नदे उत्तर सदे लदेकर दक्षिण तक के चुनाव में मोदी को आगदे कर ही लड़ा । लदेवकन उत्तरप्रददेश का ्यह विधानसभा चुनाव इस बार मोदी के नाम पर कम और ्योगी के ्योगदान पर ज्यादा लड़ा जा रहा हैं । अ्योध्या के बाद मथुरा काशी की बारी उत्तरप्रददेश जहां अ्योध्या , मथुरा और काशी तीनों हैं , जहां राम और कृष्ण नदे अवतार वल्या और जहां हिनदुओं की प्रचंड बहुसंख्या है वहां राम मंदिर बन रहा है और मथुरा और काशी की तै्यारी ्योगी के दोबारा आनदे के बाद फिर सदे सरकार के एजदेड़े में होगी । इसी उममीद पर भाजपा
और संघ परिवार के सभी संगठनों और उनकी जमात में आए साधुओं , महंतों और बाबाओं नदे हिनदुओं सदे धर्म , संप्रदा्य , राष्ट्र , जाति और सबसदे उपर राम मंदिर के साथ काशी और मथुरा के लिए फिर सदे ्योगी के लिए जनाददेश मांग रहदे हैं । ्योगी भव्य जीत की और बढ़ रहदे हैं । लोकतंत् में लोक ही सार्वभौव हैं । लोग संविधान , कानून और उनके अनुसार चलनदेिाली न्या्यपालिका , संसद और सरकारों सदे उपर हैं । जनाददेश सर्वाच्च है । लोकतंत् में पार्टि्या जीतती और हारती हैं । सरकाररे बनती और गिरती हैं । लोग सम्य और पररकस्वत के अनुसार अपनी समझ और अपना वनिना्य बता सके इसलिए लोकतंत् है । लदेवकन ऐसा होता रहदे और फिर भी समाज और राष्ट्र न टटूट़े इसलिए संविधान की अनुललंघनी्यता है । इसलिए कानून के राज का आग्ह है । इसलिए न्या्यपालिका है ।
इतिहास रचने जा रहे योगी
उत्तरप्रददेश में भगवाधारी ्योगी दूसरी बार सरकार बनानदे जा रहदे हैं । भाजपा की एक और सन्यासिन सुश्ी उमा भारती नदे बाबरी ढ़ांचा धिंसीकरण के बाद हुए उत्तरप्रददेश विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार के बाद छतरपुर में दिसंबर 1993 में कहा था कि ' भाजपा सिर्फ अ्योध्या का मुद्ा लदेकर वोट नहीं पा सकती । लोग मंहत के पांव तो छटू सकतदे हैं लदेवकन वह चुनाव लड़़े तो जमानत गंवा ददेगा '। भाजपा की पूर्व मुख्यमंत्ी सन्यासिन के इस भरोसदे को भाजपा का एक वर्तमान सन्यासी मुख्यमंत्ी खारिज और गलत साबित करनदे जा रहा है । भाजपा की पहली भगवा मुख्यमंत्ी उमा भारती सरकार चला नहीं सकी और बमुकशकल ड़ेढ साल में ही मध्यप्रददेश के मुख्यमंत्ी पर सदे बदेदखल कर दी गई । लदेवकन भाजपा के दूसरदे भगवाधारी मुख्यमंत्ी ्योगी नदे उत्तरप्रददेश में अपना पहला का्यनाकाल को शानदार ढ़छंग सदे पूरा वक्या और दूसरदे का्यनाकाल की और कदम भी बढ़ा दिए हैं । ्योगी जीततदे हैं तो इतिहास बना देंगदे और 1985 के बाद लगातार दूसरदे का्यनाकाल के लिए चुनदे जानदे वालदे उत्तरप्रददेश के पहलदे मुख्यमंत्ी बन जाएंगदे । 10 मार्च को तो सिर्फ औपचारिक घोषणा होना बाकी हैं । �
ekpZ 2022 दलित आं दोलन पत्रिका 35