eMag_June2022_DA | Page 37

लिहताजता जहतां एक ओर विरोधियों की बोलती बंद हो गई है वहीं दूसरी ओर भताजपता को इसकता भरपूर रतायदता मिलने की बतात को सभी सरीकतार कर रहे हैं ।
जबलपुर में होंगे चार सांसदों के आवास
जबलपुर से सुकमत्रता बतालमीक के रूप में रताजयसभता सीट के उममीदरतार के लिए नताम सतामने आने के बताद यहताँ की रताजनैतिक तसरीर भी अलग होगी । पहले से यहताँ लोकसभता क्ेत्र के सतांसद रताकेश सिंह हैं । कतांग्ेस से रताजयसभता सतांसद के लिए दूसरी बतार भी विवेक कृषण तनखता कता नताम हैं । वही अब बीजेपी से सुकमत्रता बतालमीक होंगी । इन तीनों के आरतास जबलपुर में ही है । चौथे सतांसद के रूप में केद्रिीय मंत्री प्रहलताद है , जो दमोह लोकसभता सीट से सतांसद है । उनकता आरतास भी जबलपुर में ही है । लिहताजता आने रताले वकत में यहताँ से लिखी जताने रताली इबतारत भी अलग ही होंगी । �

िध् प्रदेश में चुनािरी नैया

के दलित खिवैया

मधयप्रदेश में अगले सताल 2023 में विधतानसभता चुनतार होनता है । इसको लेकर भताजपता और कतांग्ेस समेत तमताम रताजनीतिक दलों ने कमर कस ली है । प्रदेश में मधयप्रदेश में एससी – एसटी के 40 फीसदी वोट हैं । यहतां एससी और एसटी वोटरों के समर्थन को ही सत्ता की चताभी मतानता जतातता रहता है । दोनों रगयों के लिए प्रदेश की 82 विधतानसभता सीटें आरकक्त हैं । ऐसे में जिस दल को इन रगयों कता सताथ मिलतता है , उसकता सत्ता तक पहुंचने कता रतास्ता आसतान हो जतातता है । पिछले 2018 के विधतानसभता चुनतारों में इन दोनों समुदतायों के वोटरों की कतारी बडी जमतात ने कतांग्ेस कता सताथ निभतायता थता । नतीजन आकदरतासी क्ेत्रों की अधिकतर सीटों पर कतांग्ेस को जीत मिली थी और अनुसूचित जताकत के लिए आरकक्त सीटों पर भी कतांग्ेस ने अच्छा प्रदर्शन कियता थता । बतता दें कि मधय प्रदेश में कुल 230 विधतानसभता सीटें हैं । इनमें से 82 सीटें एससी-एसटी वर्ग के लिए आरकक्त हैं , 35 सीट अनुसूचित जताकत और 47 अनुसूचित जनजताकत के लिए रिजर्व रखी गई हैं । इसके अलतारता अनतारकक्त वर्ग की भी 41 सतामताद्य सीटें ऐसी है , जहतां एससी एसटी
वोटर कनणता्वयक हैं । 2018 के विधतानसभता चुनतार में अनुसूचित जनजताकत वर्ग की 47 में 31 सीटें कतांग्ेस ने जीती थी , वहीं भताजपता को सिर्फ 16 सीटें मिली थी । इसके अलतारता अनुसूचित जताकत वर्ग के लिए आरकक्त 35 सीटों में से 17 सीटों पर कतांग्ेस और 18 सीटों पर बीजेपी को जीत मिली थी । हतालतांकि उपचुनतार के बताद समीकरण बदले और बीजेपी सरकतार में आ गई । लेकिन बीजेपी 2023 के चुनतार अब इन्ही सीटों पर फोकस कर रही है । यही वजह कि अब एससी-एसटी वर्ग के मंत्रियों की ड्ूटी इन वोटर्स की लतामबंदी के लिए लगताई गई है । सरकतार ने इन वोटर्स को सताधने के लिए अपने मंत्रियों को मैदतान में उततार दियता है । वे दलित बस्तियों में सभी विभताग के अधिकतारियों के सताथ जताकर चौपताल लगता रहे हैं । सताथ ही लोगों की समस्याओं कता ऑन द सपॉट निरताकरण भी कियता जता रहता है और उनकता विश्वास जीतने के लिए मंत्री उनके सताथ भोजन भी कर रहे हैं । वहीं दूसरी तरफ कतांग्ेस भी अपने दलित चेहरों को आगे रखकर दलित वोट बैंक को सहेजने में जुटी हुई है । कतांग्ेस अनुसूचित जताकत वर्ग और आकदरतासी वर्ग के सताथ सताथ पिछड़े वर्ग के लोगों के बीच जन जतागरण चलताकर बीजेपी और संघ के खिलतार मताहौल बनताने कता प्रयतास कर रही है तताकि पिछले चुनतार के रतामू्वले से मिली सफलतता को एक बतार फिर दोहरतायता जता सके । twu 2022 37