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ततपरतता के सताथ निभता रही है । मधयप्रदेश के मुखयमंत्री शिवरताज सिंह चौहतान महिलता शिक्षा , सुरक्षा और सम्मान के प्रति संवेदनशील दिखताई पडते हैं । वर्ष 2003 से पहले प्रदेश में बेटियों की शिक्षा , सुरक्षा और सम्मान के प्रति अच्छा रतातताररण नहीं थता । बेटियों और बच्चों कता बेहतर स्वासरय एक कलपनता मतात्र थी । शिशु मृतयु दर अधिक थी । एनीमियता जैसी समस्याएं आम थी । गरीबी रेखता के नीचे रहने रताली और मजदूरी करने रताली गर्भवती महिलताएं अपने स्वासरय के प्रति हमेशता चिंतित रहती थी । गभता्वरस्था के दौरतान भी मजदूरी के कताय्व से उनके और पैदता होने रताले शिशु के स्वासरय पर विपरीत प्रभतार पडतता थता ।
बजट आवंटन में ऐतिहासिक वृद्धि
जनजतातीय समताज के विकतास और कल्याण के प्रति शिवरताज सिंह की प्रतिबकद्तता कता आकलन इस बतात से ही कियता जता सकतता है कि मधयप्रदेश सरकतार द्वारता जनजतातीय कार्यों के लिए आवंटित बजट में 1000 प्रतिशत की वृकद्
की गई । वित्ीय वर्ष 2003-04 में जहतां रताजय कता जनजतातीय कताय्व बजट रुपये 746.60 करोड़ थता , वहीं सरकतार द्वारता वर्ष 2020-21 में जनजतातीय कताय्व बजट रुपये 8,085.99 करोड़ कियता गयता । सतामताद्यतः ऐसता देखता गयता है कि महिलता सशक्तिकरण से एक सशकत परररतार और सुदृढ़ समताज कता गठन होतता है । इसी सोच को बढ़तारता देते हुए मधयप्रदेश सरकतार ने बैगता , सहरियता और भतारियता जनजताकतयों की महिलताओं को वित्ीय सहतायतता कताय्वक्रम ( आहतार अनुदतान ) शुरू कियता है । इस पहल के तहत मधयप्रदेश सरकतार हर महीने 2,29,000 महिलताओं के खतातों में सीधे 23.00 करोड़ रुपये मे अधिक की रताकश जमता करती है । इस पहल के द्वारता इन महिलताओं को आतमकनभ्वरतता और पूर्ण सम्मान के सताथ अपने जीवन को जीने की दिशता मिली है ।
बेटियों के प्रति सिवपथित शिवराज
मधयप्रदेश की शिवरताज सरकतार ने जो महिलताओं और बेटियों के प्रति सम्मान और उनके उत्थान कता भतार थता , उसने प्रदेश की
बेटियों और महिलताओं कता जीवन पूरी तरह से परिवर्तित कर दियता । आज बिनता किसी भेद-भतार के प्रदेश में बच्चियों के जन्म से लेकर उनकी शिक्षा , सुरक्षा , कररताह और रोजगतार तक हर कदम पर शिवरताज सरकतार उनके सताथ खड़ी नजर आती है । बेटियों को उचित सम्मान दिलताने के लिए मधयप्रदेश सरकतार ने अभियतान चलतायता और लोगों द्वारता बेटियों को बोझ समझने की मतानसिकतता में बदलतार लताने कता कताय्व कियता । बेटियों को पूरी शिक्षा मिले , इसके लिए उन्हें प्रोत्साहित करने हेतु कई कताय्वक्रम चलताए , जिसके अंतर्गत बेटियों को छतात्रवृकत् , सताइकिल , गणवेश , निःशुलक पताठ्यपुसतकें और लैपटॉप जैसी सुविधतायें देने की पहल की गई । जनजतातीय विद्यार्थियों को दी जताने रताली छतात्रवृकत् में प्रदेश सरकतार द्वारता 300 प्रतिशत की वृकद् की गई है । ' लताडली लक्मी ' जैसी महत्वाकतांक्ी योजनता , जोकि शिवरताज सिंह चौहतान के ह्रदय के सबसे करीब है , के अंतर्गत अभी तक 40 लताख से अधिक बेटियों कता पंजीयन कर उन्हें लताभतान्द्रत कियता जता रहता है , और यह संख्या दिनों-दिन बढ़ती जता रही है । �
22 twu 2022