कलता और जीवन शैली के मताधयम से अखंड भतारत के दर्शन करतातता है । अलग-अलग भताषता , अलग-अलग संसकृकत और कलता में विविधितता के सताथ देश के उत्र से दकक्ण , पूरब से पश्चिम तक के रताजयों में कनरतास करने रताले आधुनिक दुनियता की चमक-दमक से दूर , जनजतातीय समताज के लोग प्रताचीन कताल से ही प्रताकृतिक संसताधनों पर निर्भर हैं और इस पर सबसे पहलता अधिकतार भी उन्हीं कता है । जनजतातीय समताज के भीतर की यदि बतात करें तो , ऐसे कई समुदताय हैं जिनमें महिलताओं को उचित स्थान और सम्मान दियता जतातता है , परन्तु कुछ समुदतायों में इनकी स्थिति चिंतताजनक है । आज अगर हम जनजताकतयों के विकतास और उनके उत्थान की बतात कर रहे हैं तो , जनजतातीय समुदताय की महिलताओं को सशकत करनता हर सरकतार और समताज के समृद् वर्ग की प्रताथमिकतता होनी चताकहए ।
जनजातियों के प्रति जागरूकता जरूररी
भतारत में जनजतातीय समताज अपनी संसकृकत , कलता और जीवन शैली के मताधयम से अखंड भतारत के दर्शन करतातता है । अलग-अलग भताषता ,
अलग-अलग संसकृकत और कलता में विविधितता के सताथ देश के उत्र से दकक्ण , पूरब से पश्चिम तक के रताजयों में कनरतास करने रताले जनजतातीय समुदताय के लोगों कता वयन्कततर और वेश-भूषता बहुत ही सताधतारण होती है । आधुनिक दुनियता की चमक-दमक से दूर , जनजतातीय समताज के लोग प्रताचीन कताल से ही प्रताकृतिक संसताधनों पर निर्भर हैं और इस पर सबसे पहलता अधिकतार भी उन्हीं कता है , लेकिन समय के सताथ-सताथ इस आधुनिक परिवेश के बीच जनजतातीय समुदताय कता अस्तितर खतरे में जतातता हुआ दिखताई देने लगता । जनजताकतयों के इसी अस्तितर , उनके सम्मान और उनके हितों की रक्षा के लिए केंरि और रताजय सरकतारों कता जतागरूक होनता अतयंत आवशयक हो जतातता है । विभिन्न रताजयों की सरकतारों ने अपने-अपने सतर पर विभिन्न योजनताओं और नीतियों के मताधयम से जनजताकतयों के जीवन के उन्नयन के प्रयतास किए हैं , लेकिन अभी भी कई ऐसे रताजय हैं जहतां जनजताकतयों कता जीवन सतर अभी भी समताज की मुखयधतारता से बहुत दूर है ।
जनजातरीय उत्ान पर विशेष ध्ान
जनजतातीय समताज के भीतर की यदि बतात करें तो , ऐसे कई समुदताय हैं जिनमें महिलताओं को उचित स्थान और सम्मान दियता जतातता है , परन्तु कुछ समुदतायों में इनकी स्थिति चिंतताजनक है । आज अगर हम जनजताकतयों के विकतास और उनके उत्थान की बतात कर रहे हैं तो , जनजतातीय समुदताय की महिलताओं को सशकत करनता हर सरकतार और समताज के समृद् वर्ग की प्रताथमिकतता होनी चताकहए । महिलताओं के सशक्तिकरण और उनके सम्मान के लिए वर्तमतान केंरि सरकतार द्वारता कई महतरपूर्ण निर्णय लिए गए हैं । देश के हर कोने , जनजतातीय बताहुलय क्ेत्रों और हर घर में ' उज्रलता योजनता ' के मताधयम से एलपीजी सिलेंडर पंहुचता कर महिलताओं को चूलहे के धुएं से मुक्ति दिलताई और उनके स्वासरय की रक्षा की , ' सरचछ भतारत मिशन ' के अंतर्गत हर घर शौचतालय कता कनमता्वण कर महिलताओं के स्वासरय और सुरक्षा को एक नयता आयताम दियता , रियतायती दरों पर ऋण उपलबध कररता कर महिलताओं को आतमकनभ्वर बनतायता , आदि । केंरि सरकतार द्वारता बनताई गई सभी योजनताओं को लतागू करने की जिममेदतारी रताजय सरकतारों के कन्धों पर होती है और इसी जिममेदतारी को मधयप्रदेश सरकतार पूरी
twu 2022 21