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चुनाव हारे पर वादा नहीं भदूले ई श्ीधरन दलितों के घर आई रोशनी
ई श्रीधरन को ‘ मेट्रो मैन ’ के नाम
दुनिया
से जानतरी है । इस बार ्वे केरल करी
पलककड ल्वधानसभा सरीट से बरीिेपरी के प्रतराशरी थे । ल्वधानसभा चुना्वों में ्वे कररीबरी मुकाबले में हार गए । लेकिन , ्वे अपना ्वादा नहीं भूले । चुना्व के बाद भरी ्वे इस क्ेत् के लोगों करी सहायता के लिए आगे आए हैं । उनहें कॉनग्ेस के शफ़ी परसमबल ने लगभग 4,000 ्वोटों से हराया था ।
88 वर्षीय ई श्रीधरन ने ल्वधानसभा चुना्व प्रचार के दौरान पलककड नगर पालिका करी मदुरा्वरीरन कॉलोनरी के लन्वासियों से ्वादा किया था कि चुना्व में उनकरी िरीत हो या हार , लेकिन क्ेत् के सभरी परर्वारों को बिजलरी कनेकशन मिलेगा । हाल हरी में क्ेत् के कुछ लन्वासरी श्रीधरन के पास यह शिकायत लेकर आए कि नगर पालिका के ्वार्ड 3 में कुछ ऐसे अनुसूचित जाति परर्वार हैं जिनके पास बिजलरी का कनेकशन नहीं है । कुछ और भरी लोग थे जिनका बिल बकाया होने के कारण बिजलरी कनेकशन काट दिया गया था ।
गत 18 मई 2021 को ई श्रीधरन ने मदुरा्वरीरन के लन्वासियों करी समसरा को हल करने के लिए केरल सटेट इलेसकट्रलसटरी बोर्ड के असिसटेंट इंिरीलनरर के नाम पर 81,525 रुपए का चेक दिया । श्रीधरन द्ारा चेक दिए जाने के बाद अनुसूचित जाति के 11 परर्वारों को नया बिजलरी कनेकशन मिलेगा । जिन लोगों का बिल जमा नहीं होने के कारण कनेकशन काट दिया गया था उनके घर का भरी अँधेरा दूर होगा ।
भारत में मेट्रो परियोजना करी नीं्व रखने ्वाले पद्म ल्वभूषण ई श्रीधरन केरल ल्वधानसभा चुना्व के पहले भाजपा में शामिल हुए थे । ्वे एक कुशल प्रशासक माने जाते हैं और देश में उनके नेतृत्व में कई कठिन परियोजनाएँ सफल हुईं । ई श्रीधरन ने बहुत कम समय के भरीतर दिल्ली मेट्रो के निर्माण का कार्य किसरी सपने करी तरह बेहद कुशलता और श्ेषठता के साथ पूरा कर दिखाया है । देश के अनर कई शहरों में भरी मेट्रो से्वा शुरू करने करी तैयाररी है , जिसमें श्रीधरन करी मेधा , योजना और कार्यप्रणालरी हरी मुखर निर्धारक कारक होंगे । केरल्वासरी श्रीधरन करी कार्यशैलरी करी सबसे बड़ी खासियत है एक लनसशचत योजना के तहत निर्धारित समय सरीमा के भरीतर काम को पूरा कर दिखाना । समय के बिलकुल पाबंद श्रीधरन करी इसरी कार्यशैलरी ने भारत में सा्व्यिलनक परर्वहन को चेहरा हरी
बदल दिया । 1963 में रामेश्वरम और तमिलनाडु को आपस में जोड़ने ्वाला पमबन पुल टूट गया था । रेल्वे ने उसके पुननिर्माण के लिए छह महरीन का लक्र तय किया , लेकिन उस क्ेत् के इंजार्च ने यह अ्वलध तरीन महरीने कर दरी और जिममेदाररी श्रीधरन को सौंपरी गई । श्रीधरन ने मात् 45 दिनों के भरीतर काम करके दिखा दिया ।[ 3 ] भारत करी पहलरी स्वा्यलधक आधुनिक रेल्वे से्वा कोंकण रेल्वे के परीछे ईश्रीधरन का प्रखर मससतषक , योजना और कार्यप्रणालरी रहरी है । भारत करी पहलरी मेट्रो से्वा कोलकाता मेट्रो करी योजना भरी उनहीं करी देन है । आधुनिकता के पहियों पर भारत को चलाने के लिए सबकरी उम्मीदें श्रीधरन पर टिकरी है । इसलिए तो सरकार ने उतकृषट कारषों को देखते हुए पदश्री और पद्म भूषण सममानों से सममालनत किया । �
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