i- caxky
दलित और वनवासी वर्ग की सुरक्ा के लिए राष्ट्रपति से गुहार
सौ से अधिक शिक्षाविदों ने बंगषाल में जषारी हिं सषा पर जतषाई चिं तषा
पसशचम बंगाल में ल्वधानसभा चुना्व के
ÀfÔþ ¹ f QedÃf ° f परिणाम आते हरी
तृणमूल नेता- कार्यकर्ता जिस तरह से अपने राजनरीलतक ल्वरोधियों के ल्वरुद्ध एकजुट हुए , उसका परिणाम राजर में रहने ्वालरी गररीब , दलित और हिंदू्वादरी
जनता करी हतरा , उत्पीड़न और उत्पीड़न के रूप में पूरा देश देख रहा है । भाजपा , कांग्ेस और ्वामपंथरी दलों के कार्यकर्ताओं पर चुन-चुनकर हमले करने के साथ हरी तृणमूल के गुंडे लगातार उनकरी दुकान-मकान लूटने के साथ हरी हिंसा में लल्त हैं । महिलाओं , बच्चों और ्वृद्धों तक के साथ हिंसक कार्य्वाई में लल्त तृणमूल के गुंडे जिस तरह से ल्वधायकों और सांसदों के आ्वास पर बमबािरी कर रहे हैं , उससे निपटने में राजर पुलिस भरी पूररी तरह असफल सिद्ध हुई
हैं । तृणमूल सरकार के दबा्व में मूक दर्शक बनरी पुलिस को देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि राजर प्रायोजित हिंसा मुखरमंत्री ममता बनिटी के इशारे पर हो रहरी है और इसे रोकने में उनकरी कोई दिलचस्पी फिलहाल नजर नहीं आतरी । तृणमूल कांग्ेस के नेता अपने राजनरीलतक ल्वरोधियों के खिलाफ जाररी भयानक हिंसा को जायज ठहराने में लगे हुए हैं । मालदा , बशरीरहाट , आसनसोल सहित अनर हिससों में हो रहरी हिंसा पर बंगाल का मरीलडरा मौन है ।
14 Qd » f ° f AfaQû » f ³ f ´ fdÂfIYf twu 2021