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ईसाई मिशनरियदों के निशाने पर दलित वर्ग

डॉ क्िवेक आर्य va

ग्ेजों द्यािया भयाित छोड़ने पर अंग्ेज पयादरियों ने अपनया ल्बसति-्बोिधी समे्टनया आरमभ हधी कर लद्या ्या क्ोंकि उनकया अनुमयान ्या कि भयाित अ्ब एक हिनदू देश घोषित होने वयालया है । तभधी भयाित सरकयाि द्यािया घोषणया हुई कि भयाित अ्ब एक सेक्ूलर देश कहलया्ेगया । मुरझया्ें हुए पयादरियों के चेहरे पर ख़ुशधी कि लहर दौड़ गई । क्ोंकि सेक्ूलर ियाज में उनहें कोई रोकने वयालया नहीं ्या । लद्तधी् विशव युद्ध के पश्चात संसयाि में शसकत कया केंद्र यूरोप से ह्टकर अमेरिकया में स्थापित हो ग्या । ऐसे में ईसयाईयों ने भधी अपने केंद्र अमेरिकया में स्थापित कर लिए । उनहीं केंद्रों में ्बैठकर यह लवियाि लक्या ग्या कि भयाित में ईसयाइयत कया कया््म कैसे लक्या जया्े । भयाित में ्बसने वयाले ईसयाईयों में 90 प्रतिशत ईसयाई दलित समयाज से धर्म परिवर्तन कर ईसयाई ्बने थे । इसलिए भयाित के दलित को ईसयाई ्बनयाने के लिए रणनधीलत ्बनयाई गई । यह कया््म अनेक चरणों में आरमभ लक्या ग्या ।
शोध के माध्यम से शैक्षिक प्रदूषण ईसयाई पयादरियों ने सोिया कि स्बसे पहले
दलितों के मन से उनके इष्ट देवतया विशेष रूप
से श्धीियाम और ियामया्ण को दूर लक्या जया्े । क्ोंकि ज्ब तक श्धीियाम भयािलत्ों के दिलों में जधीलवत रहेंगे त्ब तक ईसया मसधीह अपनया घर नहीं ्बनया पयाएंगे । इसके लिए उनहोंने सुनियोजित तिधीके से शैक्षिक प्रदूषण कया सहयािया लल्या । विदेश में अनेक विशवलवद्यालयों में शोध के नयाम पर श्धीियाम और ियामया्ण को दलित और नयािधी विरोधधी सिद्ध करने कया शोध आरमभ लक्या ग्या । विदेशधी विशवलवद्यालयों में उन भयाितधी् छयात्ों को प्रवेश लद्या ग्या जो इस कया््म में उनकया सया् दे । रोमिलया ्यापर , इिफयान ह्बधी्ब , कयांिया इलैयह आदि इसधी रणनधीलत के पात्र हैं । शम्बूक वध कधी कयालपलनक और मिलयाव्टधी घ्टनया को उछयालया ग्या और श्धीियाम जधी के श्बिधी भधीलनधी और निषयाद ियाजया केव्ट से सम्बनध को अनदेिधी जयानकर कधी गई । श्धीियाम को नयािधी विरोधधी सिद्ध करने के लिए सधीतया कधी अलनिपिधीक्षया और अहिल्या उद्धयाि जैसे कयालपलनक प्रसंगों को उछयालया ग्या ज्बलक दयासधी मं्िया और महयाियानधी कैक्धी के सया् वनवयास के पश्चात लौ्टने पर
किये गए सदव्वहयाि और प्रेम कधी अनदेिधी किधी गई । इस प्रकयाि से विभिन्न नकयाियातमक खेल खेलकर भयाितधी् विशेष रूप से दलितों के मन से श्री ियाम कधी छवि को ल्बगयाडया ग्या ।
वेदों के सम्बन्ध में भ्ामक प्रचार
इस चरण कया आरमभ तो ्बहुत पहले यूरोप में हधी हो ग्या ्या । इस चरण में वेदों के प्रति भयाितधी्ों के मन में ्बसधी आस्था और विश्वास को भ्रान्ति में ्बदलकर उसके स्थान पर ्बयाइल्बल को ्बसयानया ्या । इस चरण में मुख् लक्् दलितों को रखकर लनधया्मरित लक्या ग्या । ईसयाई मिशनिधी भलधी प्रकयाि से जयानते है कि गोिक्षया एक ऐसया विषय है जिस से हर भयाितधी् एकमत है । इस एक विषय को समपूण्म भयाित ने एक सूत् में उग् रूप से पिरो्या हुआ हैं । इसलिए गोिक्षया को विशेष रूप से लक्् ्बनया्या ग्या । हर भयाितधी् गोिक्षया के लिए अपने आपको ्बलिदयान तक
18 twu 2023